Last Updated: Jan 10, 2023
वर्तमान समय में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को सर्वत्र रूप से नकार दिया गया है. इसलिए कुछ दवा को बेचना अवैध कर दिया गया है. भारत में बच्चों को दवाइयाँ तब तक लेने की इजाजत नहीं होती है, जब तक वे 21 वर्ष की आयु तक नहीं पहुंचते है. जब आप किसी निश्चित दवा के आदि हो जाते हैं, तो कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं. नर्व कोशिकाएं दवाओं के कारण काम करने के तरीके को बदलने के बाद इसे रोकना लगभग असंभव हो जाता है.
ये तंत्रिका कोशिकाएं मस्तिष्क के 'रिवॉर्ड सर्किट' को अधिक प्रोत्साहित करने लग जाती है. इसका मतलब आपके दिमाग को लगातार 'रिवॉर्ड' की जरूरत होती है और यह रिवॉर्ड दवाओं के रूप में आता है. नशे के आदि होने के कई कारण होते हैं और यहां उनमें से कुछ बताये गए हैं.
- लोग मदहोश होना चाहते हैं: शायद यह सबसे आम कारण है कि लोग नशे की आदि क्यों होते हैं. जिस क्षण व्यक्ति ड्रग लेता हैं, वे मदहोश हो जाता है और इसे दोबारा लेने की इच्छुक होते है.
- लोग इसमें फिट होना चाहते हैं: यह भी एक बहुत ही आम कारण है. जब आपके सभी दोस्त और शायद आपके बॉस और अन्य सीनियर भी ड्रग्स लेते हैं, तो आप दोस्तों के बिच में अकेला नहीं महसूस करना चाहता है. यही कारण है कि कई लोग ड्रग लेना शुरू करते हैं.
- चोट या चिकित्सा स्थितियों के कारण अनजाने में ड्रग लेना: कभी-कभी डॉक्टर एक निश्चित समय अवधि के लिए दवा निर्धारित करता है, लेकिन यह काम नहीं करता है या फिर बहुत अच्छा काम करता है और इसलिए आप दवा लेते रहते हैं, ताकि आप बेहतर महसूस कर सकें. यह आपके सोच से भी ज्यादा नुकसानदायक होता है.
- तनाव से छुटकारा पाने के लिए ड्रग लेते हैं: यह एक और आम कारण है कि लोग ड्रग क्यों लेते हैं. आप आसानी से उनके साथ तर्कसंगत हो सकते हैं कि ड्रग्स लेना काम और पारिवारिक दबाव से आराम करने का एक अच्छा तरीका है. हालांकि, दवा लेने का दीर्घकालिक प्रभाव तनाव से भी बदतर है.
- दैनिक जीवन से बोरियत: युवा किशोरों में विशेष रूप से यह प्रचलित है. वे कुछ नया करने के लिए कई बुरी आदतों को अपना लेते है. इस प्रकार वे नशीली ड्रग का भी सहारा लेना चाहते हैं.