तिल को कई लोग जन्म चिन्ह के रूप में मानते है, लेकिन यह वर्णक त्वचा कोशिकाओं का एक गैर-कैंसर संबंधी विकार है. यह रंग और आकार में भिन्न हो सकते हैं, जो लाइट या डार्क ब्राउन भूरे रंग के भी हो सकते हैं, कभी-कभी यह त्वचा के रंग या काले भी होते हैं. यह ज्यादातर आकार में नियमित रूप से फ्लैट होते हैं. कभी कभी यह त्वचा से ऊपर तक आ जाते है और नाजुक महसूस होता है. कई मामलों में इससे दर्द भी होता है.
निम्नलिखित कारणों से आपको हर तीन महीनों में कम से कम एक बार अपनी मोल की जांच करनी चाहिए:
यदि आपको तिल में तरल निर्वहन या पुस गठन दिखाई देता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिएह.
गंभीर स्वास्थ्य परिस्थितियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका आपके कल्याण के बारे में सक्रिय होना है. इसके आठ ही आपको उन तिलों को देखना चाहिए जो खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि वे त्वचा के कैंसर से जुड़े हुए हैं. एक दर्पण के सालमने खड़े होकर अपनी त्वचा की जांच करें. अपने हाथ, बांह, पेट, चेहरे और सिर पर हुए तिल की जांच करवाए, क्योंकि यह सूर्य के रौशनी के संपर्क में रहता है. इसलिए सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से बचे और सनस्क्रीन का उपयोग करे. मोल के लिए खुद का निरीक्षण करने से मेलेनोमा (सबसे घातक त्वचा ट्यूमर) के शुरुआती पता लगाने में मदद मिल सकती है और इसलिए, इसके लिए इलाज किया जा सकता है. यदि आपको कोई चिंता या प्रश्न है तो आप हमेशा एक विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं.
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