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सेक्स कब और कितनी बार करें | Sex kab aur kitni baar karna theek hai

Written and reviewed by
MBBS, F R S T & H London , Fellowship of College of General Practice (FCGP)
Sexologist, Alwar  •  47 years experience
सेक्स कब और कितनी बार करें | Sex kab aur kitni baar karna theek hai

सेक्स के बारे में जानने की इच्छा सभी रखते हैं। यह मन में क्रियोसिटी जगाने वाला टॉपिक है। सेक्स करने से मूड ठीक रहता है। यह तनाव को कम करता है और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। अक्सर लोगों के मन में सेक्स को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं। इनमें सेक्स को कब और कितनी बार करना चाहिए यह सबसे कॉमन सवाल होता है। 

सेक्सोलॉजिस्ट की माने तो यह मायने नहीं रखता कि आप कितनी बार सेक्स करते हैं। सेक्स के दौरान बिताया गया क्वालिटी टाइम, जिसमें आपने एंजॉय किया या बोरियत मेहसूस की वह मायने रखता है। एक शोध के अनुसार, अधिकांश कपल सेक्स को सेकंडरी, टोटल मैकेनिज्म (मशीन की तरह उपयोग करना) और बोरिंग मानने लगे हैं। उनका मानना है कि इसे बाद में भी किया जा सकता है। यह सामान्य स्थिति नहीं है। सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार, लोगों को रोजाना सेक्स करने की जरूरत नहीं है, लेकिन सप्ताह में दो से तीन बार सेक्स करने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इससे पार्टनर के बीच प्यार बढ़ता है और शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से मजबूत रखने में मदद करता है।

अधिक सेक्स करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह कई प्रकार की बीमारियों की वजह बन सकता है। सेक्स की अधिकता या सेक्स ओवरडोज के कारण ही महिलाओं की वेजाइना सूखने लगती है और पुरुष के पेनिस में दर्द होने लगता है। अधिक सेक्स दोनों के लिए हानिकारक है।

नियमत सेक्स के फायदे:

  1. तनाव कम करे: सेक्स के दौरान एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है। यह हार्मोन तनाव को कम करने में मदद करता है और आपको यूफोरिया (उत्तेजना के बाद होने वाली खुशी) का अनुभव देता है। इसके कारण आप खुद को संतुष्ट और अंदर से खुश महसूस करते हैं।
  2. आकर्षण बढ़ाए: सेक्स के दौरान रिलीज होने वाला फेरोमोन हार्मोन आकर्षण बढ़ाता है। इस हार्मोन के कारण ही लोग आपकी तरफ आकर्षित होने लगते हैं।  
  3. ऑर्गेज्म: सेक्स के दौरान जब आप आर्गेज्म को अनुभव करते हैं तो शरीर के अंदर एक अलग ही ऊर्जा का संचारण होता है। इस दौरान रिलीज होने वाला एंडोर्फिन हार्मोन एक अगल तरह का दर्द देता है, जिससे आप राहत मेहसूस करते हैं। 
  4. इम्यून सिस्टम को रखे मजबूत: नियमित सेक्स आपको एक बेहतर लाइफ देता है। एक शोध के अनुसार, सेक्सुअली एक्टिव लोग सामान्य लोगों की तुलना में कम बीमार पड़ते हैं। सेक्सुअली एक्टिव लोगों का इ्म्यून सिस्टम मजबूत होता है। जो उन्हें बैक्टीरिया, रोगाणुओं, वायरस और अन्य बीमारियां फैलाने वाले कारकों से दूर रखता है।   
  5. कामेच्छा में वृद्धि: महिलाओं में सेक्स करने से कामेच्छा में सुधार होता है और वह सेक्स के लिए जल्दी तैयार हो जाती हैं। सेक्स करने से यौन संबंध अच्छे होते हैं। इससे वेजाइना में लुब्रिकेशन, रक्त प्रवाह और लचीलापन बढ़ता है।
  6. वजन कम करे: सेक्स के दौरान शरीर की कई मांसपेशियों का इस्तेमाल होता है। इससे दिल की धड़कन भी बढ़ती है। सेक्स के दौरान 5 कैलोरी खर्च होती है। डॉक्टर की मानें तो सेक्स एक अच्छे व्यायाम की तरह है। इससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
  7. बेहतर नींद: सेक्स के बाद प्रोलैक्टिन हार्मोन रिलीज होता है जो हमें आराम करने और नींद के लिए प्रेरित करता है। इसी हार्मोन की वजह से ही हमें सेक्स के बाद अच्छी नींद आती है।
  8. दिल की बीमारी होगी दूर: सेक्स बॉडी में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद करता है। इससे दिल से संबंधित रोग ठीक रहते हैं। इनमें से किसी की भी कमी होने पर आपको ऑस्टियोपोरोसिस जैसे अन्य हृदय रोगों की समस्या हो सकती है।

अधिक सेक्स से नुकसान

  • पेनिस में दर्द: सेक्स के बाद पुरुषों को पेनिस में कुछ देर के लिए दर्द होता है। यह तेजी से सेक्स करने से होता है। यह बेहद सामान्य है। यह दर्द सेक्स के कुछ मिनट या घंटों बाद अपने आप ही ठीक हो जाता है। दरअसल तेज सेक्स करने से मांसपेशियों में खिंचाव के कारण यह दर्द होता है। 
  • पेशाब करने में तकलीफ: कई बार आपको सेक्स के बाद पेशाब करने में परेशानी हो सकती है। सेक्स के दौरान स्पर्म आपके पेनिस में मूत्रमार्ग को बंद देता है। इससे सेक्स के बाद पहली बार पेशाब करने में परेशानी होती है।
  • पैरों में दर्द: सेक्स के बाद पैरों मे दर्द होना एक सामान्य प्रक्रिया है। इससे किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है। दरअसल सेक्स के दौरान रीढ़ की हड्डी पर ज्यादा जोर पड़ता है। सेक्स एक्साइटमेंट के कारण पैर की उंगलियों में ऐंठन आ जाती है जिससे पैरों मे दर्द होता है।
  • हिलाओं में दर्द: सेक्स के बाद महिलाओं को दर्द होता है। पहली बार सेक्स करने से लगभग सभी महिलाओं को दर्द होता है। सेक्स के दौरान पेनिस के वेजाइना में प्रवेश करने पर वजाइना की अंदर की कोमल मांसपेशियों में खिंचाव होता है। यही खिंचाव दर्द का कारण बनता है।
  • लिक्विड रिलीज होना: सेक्स के बाद महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से अधिक मात्रा में लिक्विड रिलीज होना एक गंभीर समस्या है। सेक्स के बाद यह लिक्विड कम मात्रा रिलीज होता है। अगर इसके रिसाव की गति सामान्य से अधिक है या कई दिनों तक रहती है तो इसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
  • यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन: सेक्स के बाद यूटीआई में इन्फेक्शन होने की संभावना होती है। इससे योनि में खुजली और कई प्रकार के संक्रमण होने लगते हैं। इससे बचने के लिए अधिक मात्रा पानी पीना चाहिए और वेजाइना की सफाई करना चाहिए।
  • योनि का सूखापन: अधिक सेक्स करने से वेजाइना में घिसाव के कारण सूखापन योनि के संक्रमण का कारण बन सकता है। यह स्थिति तेज और जल्दबाजी से सेक्स करने के बाद बनती है। तेज सेक्स करने से योनी में घर्षण होता है। इससे वेजाइनल लुब्रिकेंट रिलीज होना बंद हो जाता है। डॉक्टर हमेशा सेक्स के दौरान किसी भी प्रकार के लुब्रिकेंट को उपयोग करने की सलाह देते हैं।  

सेक्स कब और कितने समय करें?

सेक्स एक आनंद देने वाली क्रिया है। इसके फायदे और नुकसान के बारे में हम ऊपर पढ़ चुके हैं। सेक्स के फायदों के लिए हम सप्ताह में दो से तीन बार सेक्स का मजा ले सकते हैं। यह आपको प्राकृतिक चमत्कार के साथ मानोवैज्ञानिक लाभ देने में मदद करेगा। इसकी टाइमिंग दोनों पार्टनर्स पर निर्भर करती है। सेक्स को जितना ज्यादा टाइम दोगे यह उतना ही मजा देता है। हालांकि अधिक सेक्स करना या हमेशा सेक्स के बारे में सोचने से यौन व्यसन की समयस्या हो सकती है। सेक्सोलॉजिस्ट सप्ताह में दो बार सेक्स करने की सलाह देते हैं। सप्ताह में दो बार सेक्स करना बेहद सुरक्षित और असरकारक माना गया है। इससे पार्टनर्स के आपसी संबंध मजबूत होते हैं और शारीरिक रूप से फिट व आकर्षक दिखते हैं।

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