बालो का झड़ना आपके आत्म सम्मान और आत्मविश्वास आपके व्यक्तित्व पर सीध प्रभाव डालता है. यह सच की आजकल यह बहुत ही आम समस्या बन गयी है. इसे उचित उपचार के माध्यम से नियंत्रित और रोका जा सकता है. बाल गिरने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है और यह सर्वोत्तम परिणामों को सालमने लाता है क्योंकि मुद्दों को अंदर से सुधारने के बाद, उन्हें वापस झड़ने से रोकते हैं.
आयुर्वेद और बालों के झड़ने
आयुर्वेद के अनुसार, बाल गिरने शरीर के प्रकार से जुड़ा हुआ है जो हर व्यक्ति में भिन्न होता है और मन व शरीर की संरचना की स्थिरता भी भिन्न होता है. आयुर्वेद द्वारा कथित बालों को हड्डी के गठन का उपज माना जाता है. हड्डियों के विकास के लिए जिम्मेदार टिश्यु हीं बालो के विकास के लिए भी जिम्मेदार होते हैं. आहार, योग, ध्यान और औषधीय हर्बल तेल मालिश आमतौर पर बालो के झड़ने से रोकने के लिए कारगर होते है.
यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनके माध्यम से आयुर्वेद बाल गिरने की समस्या का समाधान करता है:
आहार संशोधन
अपने लाइफ़स्टाइल की आदतों की पहचान करना महत्वपूर्ण है, जो बाल गिरने की समस्याएं पैदा करते हैं. शराब, मांस, कॉफी, चाय और धूम्रपान का सेवन इन बाल झड़ने के लिए जिम्मेदार होते है. बहुत अधिक चिकना, मसालेदार, तेल, खट्टा, तला हुआ और अम्लीय खाद्य पदार्थों के सेवन के कारण बालों के झड़ने को और बढ़ता है.
बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:
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