एमआरआई या मैग्नेटिक रिजनेनंस इमेजिंग एक विशेष मशीन के अंदर रखे चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग कर रेडियो तरंगों से उत्पन्न ऊर्जा कंपन की मदद से कंप्यूटर स्क्रीन पर शरीर के अंदरूनी संरचनाओं और अंगों से छवियों को पुन: पेश करने की प्रक्रिया है.
एमआरआई का उपयोग आंतरिक चोटों या रक्तस्राव, रक्त वाहिकाओं के टूटने और अन्य आंतरिक संक्रमण जैसी विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों का निदान करने के लिए किया जाता है. हालांकि, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर, बोन ट्यूमर, लिगामेंट टूटना, ब्रैस्ट कैंसर, एन्यूरीज़ आदि के निदान के लिए एक एमआरआई स्कैन भी उपयोगी होता है. एमआरआई स्कैन का उपयोग लिवर, पित्तशय की थैली, किडनी, आंखों और कानों में समस्याओं का पता लगाने के लिए भी किया जाता है. जो अन्यथा अपरिचित हैं.
अल्ट्रासाउंड इमेजिंग, सीटी स्कैन और एक्स-रे जैसी अन्य समान इमेजिंग प्रक्रियाओं की तुलना करने पर, आप निम्नलिखित तथ्यों से अवगत हो पायंगे:
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