सोरायसिस एक सूजन त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा कोशिकाएं सामान्य से अधिक दर से बढ़ते है. यह सामान्य दर की तुलना में 1000 गुना भी बढ़ सकता है. यह सर्दियों के मौसम में और ज्यादा खतरनाक हो जाते है, क्योंकि इस वक़्त त्वचा में खुजली हो जाती है और खरोंच के बाद खून बहने लगती है. हालांकि, सोरायसिस संक्रामक नहीं है जिसका अर्थ है कि यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैल नहीं सकता है. वास्तव में, सोरायसिस संक्रामक बीमारी नहीं है. यह किसी भी प्रकार के संक्रमण के कारण नहीं होता है. यही कारण है कि यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता नहीं है.
इलाज
सामान्य धारणा यह है कि सोरायसिस उपचार संभव नहीं है. वैसे यह सत्य नहीं है. होम्योपैथी सोरायसिस के उपचार में कहीं अधिक प्रभावी है. यह होम्योपैथिक दवाएं पूरी तरह से प्राकृतिक हैं, और इसमें एलोपैथिक दवाओं के विपरीत कोई भी रासायनिक यौगिक नहीं होते हैं. होम्योपैथिक उपचार इस सूजन को काम नहीं करते है. बल्कि यह इस बीमारी को पूर्ण रूप से ठीक करते है. जिसके परिणामस्वरूप इस यह सेल विभाजन और सूजन को ठीक करती है. एक बार में दोनों बीमारी सही हो जाती हैं, तो लक्षण स्वयं गायब हो जाते हैं.
होम्योपैथी उपचार के नतीजे देखने के लिए रोगी और डॉक्टर दोनों को सोरायसिस से छुटकारा पाने के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है.
सोरायसिस के होम्योपैथिक उपचार:
यह अन्य प्राकृतिक और वैकल्पिक उपचारों का भी उपयोग किया जा सकता है जिसमें प्राकृतिक चिकित्सा, हर्बल दवा, योग, आयुर्वेद, एक्यूप्रेशर इत्यादि शामिल हैं. यदि आपको कोई चिंता या प्रश्न है तो आप हमेशा एक विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं.
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