Last Updated: Jan 10, 2023
गर्मियों के दौरान हर कोई अधिक से अधीक बार स्नान करना चाहता है. हालाँकि सर्दियों में या रविवार को कई लोग आलस के कारन स्नान नहीं करते है. स्नान करने से न केवल आप साफ रहते है, बल्कि आपको स्वस्थ और फिट रखने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आयुर्वेद के अनुसार, सुबह का शावर दैनिक दिनचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा है और इसे चिकित्सकीय गतिविधि माना जाता है. यहां कुछ कारण बताए गए हैं, जो आपको सुबह के स्नान करने के लिए प्रोत्शाहित करता है.
- यह आपकी मांसपेशियों को आराम देता है: स्नान आपकी मांसपेशियों में तनाव और दर्द को आराम करने में मदद करता है. यह मांसपेशी को लचीला बढ़ाने में भी मदद करता है. यदि आप असामान्य ढंग से सो गए है और सुबह उठने के बाद गर्दन में तनाव हो जाए, तो स्नान तनाव को कम करने और आपको अधिक आरामदायक बनाने में मदद करता है. इस प्रकार साधारण स्नान आपको फिजियोथेरेपिस्ट से दूर रख सकता है.
- शॉवर परिसंचरण को बढ़ावा देती है: गर्म पानी के साथ शावर रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपके कोशिकाओं को पोषण मिलता है. बढ़े हुए रक्त परिसंचरण से आपके दिल पर भी दबाव कम हो जाता है और आपको कई कार्डियो संवहनी रोगों के खिलाफ सुरक्षा मिलती है.
- यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है: स्नान करने का मुख्य कार्य शरीर को साफ करना है. इससे बैक्टीरिया और फंगल कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जो आपको संक्रमित कर सकती हैं. ठंडा स्नान करने से भी संवहनी और लिम्फ प्रणाली को उत्तेजित करता है और संक्रमण से लड़ने वाले सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है. शावरिंग पसीने के साथ जारी किए गए विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में भी मदद करता है.
- मनोदशा को बढ़ाता है: यदि आप तनाव महसूस करते हैं, तो स्नान से रहत मिल सकती है. ठंडे पानी के स्नान से तंत्रिका तंत्र सक्रिय होता है और ब्लड में बीटा एंडोर्फिन और नॉरड्रेनलाइन जैसे रसायनों की मात्रा बढ़ जाती है. ये रसायनों डिप्रेशन से लड़ने और मनोदशा को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अतिरिक्त ठंडा पानी स्नान विद्युत आवेग भेजता है, जिसमें मस्तिष्क से एंटी-डिप्रेशन प्रभाव पड़ता है.
- फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है: जब आप अपना सिर पानी में डालते हैं, तो आपको सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है. स्नान करते समय आपको गहरी सांस लेना पड़ता है और साँस छोड़ने से पहले कुछ देर तक रोक कर रखे. यह क्रिया आपके फेफड़ों को खोलती है और आपके ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ाती है.
- यह आपको अधिक मिलनसार बनाता है: स्नान करने से आप तरोताज़ा महसूस करते है और बदबू नहीं आती है. इससे लोग आपके आस-पास रहना चाहते हैं और आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं. नियमित स्नान करने से आपको बालो को भी केयर मिलता है, जिससे बालों के डैंड्रफ दूर होते है. यदि आप किसी विशिष्ट समस्या के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, तो आप आयुर्वेद से परामर्श ले सकते हैं.