टाइट फोरस्किन एक ऐसी स्थिति जिसमें लिंग के ऊपर की चमड़ी अत्यधिक टाइट हो जाती है। ऐसी स्थिति में चमड़ी को लिंग के सिर के ऊपर खींचा नहीं जा सकता है। आमतौर पर यह स्थिति खतनारहित पुरुषों में अधिक देखने को मिलती है। यह एक दुर्लभ स्थिति है जो एक वर्ष में दस लाख से कम लोगों को प्रभावित करती है। इस बीमारी को मेडिकल की भाषा में फिमोसिस कहते हैं। टाइट फोरस्किन के कारण लिंग की नोक पर त्वचा एक टाइट रबर बैंड की तरह दिखती है।
टाइट फोरस्किन की समस्या को दवाओं के द्वारा ठीक किया जा सकता है। हालांकि इसकी गंभीर स्थित में इसे सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। सर्जिकल उपचार के कारण मरीज को रक्तस्राव, पेशाब करने में दर्द और चमड़ी के आसपास संक्रमण जैसी कई जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
बच्चों में टाइट फोरस्किन की समस्या आम है। सामान्य तौर पर यह समस्या लिंग की चमड़ी को हल्के हाथों से खींचने पर ठीक हो जाती है। इसके इलाज की आवश्यकता तभी होती है जब यह गंभीर समस्याएं पैदा करना शुरू कर देता है और ठीक से नहीं खींचता है।
इस स्थिति को ठीक करने के लिए उपचार के कई विकल्प मौजूद हैं। बच्चों में टाइट फोरस्किन की समस्या का इलाज रोग की गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर इस स्थिति को देखभाल के जरिए ठीक किया जा सकता है।
फिमोसिस को चिकित्सा प्रक्रियाओं के साथ-साथ क्रीम और मलहम के रूप में आने वाली दवाओं के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। अगर ये उपचार काम नहीं करते हैं, तो सर्जरी की सलाह दी जा सकती है। इसका इलाज पूरी तरह से प्रभावी है। फिमोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसका इलाज काफी आसानी से और जल्दी किया जा सकता है।
टाइट फोरस्किन के सभी लक्षण एक साथ नहीं दिखते हैं। टाइट फोरस्किन के सामान्य लक्षण नीचे दिए जा रहे हैं:
तंग चमड़ी के कारण उम्र पर निर्भर करते हैं। कई मामलों में यह स्थिति जन्म के साथ ही होती है। इसके अधिकांश मामले 7 साल की उम्र तक ठीक हो जाते हैं।
इसके लक्षण नीचे दिए जा रहे हैं:
फोरस्किन का मुख्य उद्देश्य लिंग को ढंकना और बाहरी पर्यावरण से होने वाले खतरों से उसकी रक्षा करना है। यदि चमड़ी पूरे लिंग को ढकने में विफल रहती है या मांसपेशियों और नसों को प्रभावित करती है तो यह एक गंभीर स्थिति का कारण बन सकती है। इससे फिमोसिस, जीवाणु और फंगल संक्रमण जैसी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसके अलावा सेक्स के दौरान दर्द, सूजन व पेशाब करने में कठिनाई हो सकती है।
यह एक शारीरिक स्थिति है, इसलिए इसका निदान एक सामान्य टेस्ट के जरिए किया जाता है। इसका मूल कारण जानने के लिए डॉक्टर आपके चिकित्सकीय इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एक सामान्य निदान के बाद, डॉक्टर मूत्र और रक्त परीक्षण की सिफारिश कर सकता है। यदि चमड़ी के नीचे कोई तरल पदार्थ निकलता है, तो उससे संबंधितसंक्रमण को जांचने के लिए डॉक्टर उसका नमूना भी ले सकता है।
तंग चमड़ी (Tight Foreskin) का निदान शारीरिक परीक्षण के माध्यम से किया जा सकता है। जब तक लिंग की चमड़ी में संक्रमण न दिखे तब तक इसके लिए किसी भी प्रकार के कोई भी अन्य डायग्नोस्टिक टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन यदि संक्रमण की स्थिति है, तो बैक्टीरिया के प्रकार को देखने और उसके अनुसार उचित उपचार करने के लिए ब्लड टेस्ट कराने की आवश्यकता हो सकती है। इसके बाद इलाज शुरू किया जाता है।
टाइट फोरस्किन की स्थिति को स्व-देखभाल के जरिए भी ठीक किया जा सकता है। आमतौर पर यह स्थिति बच्चों में होती है, ऐसे में डॉक्टर सावधानी बरतने की सलाह दे सकते हैं। लिंग की चमड़ी को नियमित रूप से बेहद हल्के हाथों से खींचकर टाइट फोरस्किन को ठीक किया जा सकता है। हालांकि, जब यह स्थिति गंभीर हो जाती है तो डॉक्टरी इलाज की आवश्यकता पड़ती है। डॉक्टरी प्रोसेस के माध्यम से चमड़ी को ढीला किया जा सकता है और आवश्यकतानुसार इसे ठीक से खींचा जा सकता है।
डॉक्टर इसके इलाज के लिए चमड़ी पर लगाने के लिए स्टेरॉयड क्रीम भी लिख सकता है। इस क्रीम को हमेशा डॉक्टर द्वारा निर्धारित की गई मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस क्रीम के नियमित इस्तेमाल से चमड़ी धीरे-धीरे ढीली होने लगती है। यदि क्रीम सही तरीके से काम नहीं करती है, तो डॉक्टर चमड़ी को पूरी तरह से हटाने के लिए सर्जिकल खतने की सिफारिश करता है। खतना सामान्य और जल्दी होने वाली प्रक्रिया है।
टाइट फोरस्किन के अधिकांश मामलों को स्व देखभाल के जरिए ठीक किया जा सकता है। हालांकि कुछ मामलो में इसे इलाज की आवश्यकता होती है। ऐसे बच्चे या लोग जिनके लिंग की चमड़ी कसी हुई होती है जिससे पेशाब करने में दर्द होता है और रक्तस्राव या त्वचा के आसपास संक्रमण होने लगता तो उन्हें इसके इलाज की आवश्यकता होती है।
टाइट फोरस्किन की सामान्य स्थिति जिनमें किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं होता है या दर्द महसूस नहीं होती ऐसी स्थितियों को इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। इन्हें घर पर ही सामान्य देखभाल के जरिए किया जा सकता है।
टाइट फोरस्किन के इलाज के बाद होने वाले दुष्प्रभावो की बात करें तो इसके इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली स्टेरॉयड क्रीम कुछ मामलों में त्वचा के पतले होने का कारण बन सकती है। हालांकि, यह कोई समस्या नहीं है। इसके अलावा सर्जिकल उपचार के कुछ दिनों तक मरीज को दर्द रह सकता है। हालांकि जेंटल एरिया को साफ रखकर व नियमित रूप से ड्रेसिं कराकर संक्रमण को रोका जा सकता है।
सामान्य तौर पर तंग चमड़ी (Tight Foreskin) गंभीर चिकित्सा जटिलताओं का कारण नहीं बनती है, लेकिन यह जननांग क्षेत्र में बहुत अधिक परेशानी पैदा कर सकती है। घर्षण के कारण, लोग अक्सर लालिमा, दर्द और सूजन जैसे लक्षणों से पीड़ित हो सकते हैं। इससे पेशाब करने में परेशानी हो सकती है।
यदि इस प्रकार की असुविधा लंबे समय तक रहती है या बढ़ जाती है तो चिकित्सा मदद लेने की सलाह दी जाती है। काफी रेयर कंडीशन में ही इसके इलाज की आवश्यकता होती है। टाइट फोरस्किन बढ़ती उम्र के साथ ठीक हो जाती है।
यहा कुछ रोकथाम के तरीके दिए गए हैं जिनका उपयोग करके आप तंग चमड़ी से बच सकते हैं:
शिशुओं के मामले में, तंग चमड़ी की समस्या आमतौर पर समय के साथ ठीक हो जाती है। इस प्रकार के मामलों में इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। जबकि वयस्कों के मामले में, डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता हो सकती है। यदि इस समस्या का समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो यह गंभीर स्थिति को पैदा कर सकती है।
सामान्य तौर पर टाइट फोरस्किन तीव्र दर्द का कारण नहीं बनती है। इसका दर्द इतना हल्का होता है कि इसे इलाज की भी आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि सेक्स के दौरान आपको दर्द महसूस हो सकता है। टाइट फोरस्किन के कारण लिंग में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है जिससे लालिमा, दर्द और सूजन हो सकती है। हालांकि इसे सामान्य उपचार और स्वयं की देखभाल के जरिए ठीक किया जा सकता है।
टाइट फोरस्किन सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार से संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
सर्जरी के प्रभाव से उबरने में कम से कम दो सप्ताह का समय लगता है।
टाइट फोरस्किन की समस्या से बचने के लिए किसी विशेष प्रकार के आहार की जरूरत नहीं होती है। हालांकि शरीर को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए सभी प्रकार के पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों से भरपूर स्वस्थ संतुलित आहार का सेवन कर सकते हैं। इससे इस प्रकार के रोगों से बचा जा सकता है।
टाइट फोरस्किन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को धूम्रपान और शराब के सेवन से बचना चाहिए। दरअसल इनसे बैक्टीरिया का विकास होता जो मूत्र को अधिक विषाक्त बना सकते हैं।
टाइट फोरस्किन के ऐसे दुर्लभ केस ही देखने को मिले हैं जिनमें तत्काल इलाज की आवश्कता हो सकती है। हालांकि कुछ मामलों में लिंग की चमड़ी इतनी तंग हो जाती है कि सामान्य मूवमेंट में परेशानी होने लगती है। यह बहुत दर्दनाक और असुविधाजनक हो सकता है। इस स्थिति में तत्कालीन चिकित्सकीय सुविधाओं की आवश्यकता होती है। इसके अलावा जेंटल एरिया में दर्द और सूजन के अलावा पेशाब करने या संभोग करने में कठिनाई होने पर चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
भारत में खतने की कीमत 25,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक हो सकती है। यह रोगी द्वारा चयन किए गए हॉस्पिटल और सर्जन पर निर्भर करती है। टाइट फोरस्किन के इलाज में इस्तेमाल होने वाली स्टेरॉयडल क्रीम की कीमत भारत में 100 रुपये से 300 रुपये के बीच होती है।
हां, टाइट फोरस्किन उपचार के परिणाम स्थायी हैं।
तंग चमड़ी के इलाज के लिए कोई घरेलू उपचार नहीं हैं।
टाइट फोरस्किन को दूर करने उपाय नीचे दिए जा रहे हैं:
खतना: इस सर्जरी के माध्यम से चमड़ी को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। आमतौर पर फिमोसिस या क्रोनिक चमड़ी के संक्रमण के गंभीर मामलों में इस सर्जरी का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रीपुटियोप्लास्टी: यह सर्जरी, खतना की तुलना में कम व्यापक होती है। सर्जरी की इस प्रक्रिया में लिंग की चमड़ी को काटा जाता है और वापस सिल दिया जाता है। इस प्रक्रिया को केवल इसलिए प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि यह रोगी को एक खतनारहित लिंग का रूप देती है।
फ्रेनुलोप्लास्टी: प्रीपुटियोप्लास्टी के समान, इसमें सर्जिकल पृथक्करण और चमड़ी के नीचे के हिस्से को हटाना शामिल है, जिससे यह लिंग को पूरी तरह से ढकने वाली चमड़ी को हटा दिया जाता है।
जब आप नहाते हैं या अपने लिंग को धोते हैं तो कोमल त्वचा को खींचना फायदेमंद हो सकता है और आपको तंग चमड़ी को ढीला करने में मदद कर सकता है।
नहाते समय यह प्रक्रिया एकदम सटीक होती है। क्योंकि नहाते समय लिंग चिकनाई युक्त होता है। चमड़ी को ढीला करने के लिए खिंचाव किए बिना लिंग की चमड़ी को धीरे से ऊपर और नीचे ले जाएं। इस व्यायाम को करने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। यदि इसे ठीक से न किया जाए तो यह हानिकारक हो सकता है।
सारांश: यदि लिंग के ऊपर की त्वचा लिंग को ढकने में सक्षम नहीं है तो इसे तंग चमड़ी माना जाता है। तंग चमड़ी एक गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन अगर समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बहुत असुविधाजनक हो सकती है।