Last Updated: Aug 29, 2023
कच्चे ग्रीन पपीते के 10 लाभ
Written and reviewed by
Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
Ayurvedic Doctor, Udupi
•
14 years experience
ग्रीन पपीता, पोटेशियम, फाइबर, मैग्नीशियम और कम से कम कैलोरी के साथ विटामिन सी, बी और ई जैसी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की उपस्थिति के लिए स्वास्थ्य लाभ के साथ पूर्ण होता है. बेहतर स्वास्थ्य और जीवन शक्ति के लिए अपरिवर्तक हरी पपीता के 10 अद्भुत लाभों को आगे पढ़ें -
- पाचन में आसानी: हरा पपीता में एक पाचन एंजाइम होता है, जिसका अर्थ है कि पपीन जो आमाशय के रस की कमी के पूरक हैं. यह आंत्र जलन और पेट में अत्यधिक बलगम के मामलों में लाभ प्रदान करता है.
- सूजन या जलन कम करना: अस्थमा, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, गाउट और रुमेटीइड गठिया के रोगियों को लाभान्वित करने के लिए हरी पपीता में विरोधी भड़काऊ गुण हैं. इसमें विटामिन भी होता है जो धूम्रपान करने वालों में फेफड़े की सूजन को कम करता है. ताजा हरा पपीता का रस भी सूजन टॉन्सिल का इलाज कर सकता है.
- टोक्सिंस को समाप्त करता है: हरा पपीता के रेचक फाइबर कैंसरयुक्त विषाक्त पदार्थों को बाहर कर देता हैं. साथ ही आंत्र गतिविधि के द्वारा उन्हें समाप्त कर देते हैं. यह कब्ज, ढेर और दस्त से राहत भी देता है.
- त्वचा के संक्रमण को छोड़कर: हरे पपीता के साथ-साथ उपयोग के साथ-साथ चखनिया, मुँहासे, त्वचा रंजकता, फ्लेक्ले या सूखा त्वचा में प्रभावशाली सुधार दिखा सकते हैं.
- खराब कोलेस्ट्रॉल गिरता है: कच्चे हरी पपीता एंटीऑक्सिडेंट से भरे हुए हैं जो स्ट्रोक या दिल के दौरे को रोकते हैं.
- मासिक धर्म में दर्द होता है: पपीते के सेवन से गर्भाशय की मांसपेशियां आसान से खुल पाती है जिससे विनियमित मासिक धर्म प्रवाह आसानी से होता है. यह समय से पहले मासिक धर्म समाप्ति को रोकता है.
- आंत्र आंदोलनों को नियंत्रित करता है: हरी पपीता विरोधी-परजीवी है और विरोधी अमीबिक चरित्र इस प्रकार आंत्र आंदोलन को नियंत्रित करने में सक्षम है. जिससे परिणामस्वरूप कब्ज, अपच, एसिड भाटा, अल्सर और गैस्ट्रिक समस्याओं से राहत प्रदान करता है.
- दिल की बीमारी को रोकता है: हरी पपीया नियंत्रित रक्त के प्रवाह को बनाए रखता है और शरीर में मौजूद सोडियम सामग्री की जांच करता रहता है. इससे हृदय रोगों की संभावना कम हो जाती है.
- अतिरिक्त वजन भंग: हरा पपीता विटामिन ए, सी और ई के गुणोे से भरपूर होता है. इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है.
- स्तन ग्रंथियों का विकास: हरे पपीते में उपस्थित एंजाइम स्तन ग्रंथियों का विकास करते हैं और स्तन वृद्धि के हार्मोन का उत्पादन बढ़ा देते हैं. इसकी विटामिन की सामग्री डिम्बग्रंथि एस्ट्रोजन और महिला हार्मोन के स्राव को उत्तेजित करती है.
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