Last Updated: Jun 21, 2023
डायबिटीज भारत में बहुत आम स्वास्थ्य समस्या है. आपके रक्त शर्करा के स्तर सामान्य स्तर से ज्यादा बढ़ना लगता है और अन्य संबंधित समस्याओं जैसे सूजन, लगातार पेशाब, मतली, हृदय रोग आदि का कारण बनते हैं. परंपरागत दवाएं केवल लक्षणों को नियंत्रित कर सकती हैं, लेकिन व्यक्ति को पूरी तरह से डायबिटीज से छुटकारा पाने में मदद नहीं कर सकती है. हालांकि, यहां आयुर्वेद के कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपकी डायबिटीज के इलाज में आपकी मदद कर सकते हैं.
- खाने की आदतें: उच्य चीनी वाले भोजन से परहेज करने की कोशिश करें. आप पूरे दिन खाने को छोटी-छोटी मात्रा में विभाजित करे. अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट और फैट का सेवन सीमित करें; इसके बजाए साबुत अनाज के खाद्य पदार्थों और सब्जियों का सेवन करने की कोशिश करें.
- जीवनशैली में परिवर्तन: शराब, नशीली दवाओं और धूम्रपान से बचें. अच्छी तरह और पर्याप्त नींद सोना चाहिए. अपने शरीर के वजन को सामन्य रखें. शुगर और अन्य संभावित बीमारियों के लिए नियमित जांच करवाएं. अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, जो आपके डायबिटीज के अंतर्निहित कारण हो सकते हैं.
- अवश्य करना चाहिए: नियमित अभ्यास और योग उपक्रम स्वस्थ जीवनशैली रखने के लिए कारगार तरीका है. मेडिटेशन करें और नियमित रूप से घूमने के लिए निकलें. इसके अलावा, हर दिन आधा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 बड़ा चमच आवंला पाउडर और आधा चम्मच मेथी के बीज मिलाकर सेवन करें. इस आदतों को अपनी जीवनशैली में शामिल करने से निश्चित रूप से डायबिटीज से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी.