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Last Updated: Jul 23, 2019
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अवसाद और चिंता (Depression And Anxiety): उपचार, प्रक्रिया, लागत और साइड इफेक्ट्स

अवसाद और चिंता (depression and anxiety) का उपचार क्या है? अवसाद और चिंता (depression and anxiety) का इलाज कैसे किया जाता है? अवसाद और चिंता (depression and anxiety) के इलाज के लिए कौन पात्र (eligible) है? (इलाज कब किया जाता है?) उपचार के लिए कौन पात्र (eligible) नहीं है? क्या कोई भी दुष्प्रभाव (side effects) हैं ? उपचार के बाद दिशानिर्देश (post-treatment guidelines) क्या हैं ? ठीक होने में कितना समय लगता है ? भारत में इलाज की क्या कीमत है ? क्या उपचार के परिणाम स्थायी (permanent) हैं ? उपचार के विकल्प क्या हैं?

अवसाद और चिंता (depression and anxiety) का उपचार क्या है?

ऐसे कई कारण हैं जो किसी व्यक्ति को पूरी तरह उदास और सामाजिक चिंता (depressed and facing social anxiety) का सामना करना पड़ता है। इन कारकों में किसी प्रियजन की हानि, कार्यस्थल से निकाल दिया गया, तलाक के माध्यम से कठिन परिस्थितियों या यहां तक कि अलगाव, और कई अन्य शामिल हैं। ये स्थितियां मानसिक रूप से और भावनात्मक रूप से थकाऊ और दुखी (mentally and emotionally exhausted and miserable.) होती हैं। ये भावनाएं तनावपूर्ण जीवन की स्थिति के लिए आमतौर पर बहुत सामान्य प्रतिक्रियाएं होती हैं। हालांकि, कुछ रोगी हैं जो मनोवैज्ञानिक विकार (psychiatric disorder) के रूप में अवसाद से निदान होते हैं। अन्य रोगियों की तुलना में ये व्यक्ति मूड स्विंग्स (mood swings) के लिए अधिक प्रवण होते हैं और स्थिति उनके मामले में अधिक गंभीर और लगातार हो जाती है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं अवसाद से गुजरती हैं। दूसरी तरफ चिंता विकार अवसाद से कुछ अलग है। इसमें चिड़चिड़ापन, घबराहट, एकाग्रता की समस्याएं और सोने में उथल-पुथल (irritability, nervousness, concentration problems and upheavals in sleeping) शामिल है।

अवसाद और चिंता विकार (depression and anxiety disorder) के इलाज के लिए कई दवाएं उपलब्ध हैं। इसमें एसएसआरआई (चुनिंदा सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर) शामिल हैं, जैसे कि कैटलोप्राम (सेलेक्सा), एसीटाइटलोप्राम ऑक्सालेट (लेक्साप्रो), लुवोक्समाइन (लुवोक्स), सेट्रालाइन (ज़ोलॉफ्ट), फ्लूक्साइटीन (प्रोजाक), और पेरॉक्सेटिन एचआरआई (पक्सिल) (SSRIs (selective serotonin reuptake inhibitors), such as citalopram (Celexa), escitalopram oxalate (Lexapro), luvoxamine (Luvox), setraline (Zoloft), fluoxetine(Prozac), and paroxetine HRI (Paxil))। नई दवाएं भी हैं जो सेरोटोनिन रिसेप्टर्स (serotonin receptors) के रूप में कार्य करती हैं। बूप्रोपियन (वेलबूट्रीन ) ( Bupropion (Wellbutrin)) एक ऐसी दवा है जिसमें अद्वितीय तंत्र (unique mechanisms.) हैं। एक स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता यह निर्धारित करेगा कि रोगी के लिए कौन सी दवा सबसे अच्छी है। ऐसे कुछ मामले हैं जिनमंर दवाओं का संयोजन आवश्यक है। कभी-कभी किसी अन्य वर्ग के दूसरे एंटीड्रिप्रेसेंट के साथ एक एंटीड्रिप्रेसेंट (one antidepressant with another antidepressant ) का संयोजन अकेले काम करने वाली एक दवा के प्रभाव को बढ़ावा दे सकता है। इसका एक उदाहरण लिथियम जैसे मूड स्टेबलाइज़र (mood stabilizer like lithium.) है। चिंता विकार उपचार दवाएं लोराज़ेन (एटीवन), अल्पार्जोलम (ज़ानैक्स) (lorazepan (Ativan), alprazolam (Xanax)) और कई अन्य हैं। गंभीर मामलों में ईसीटी या इलेक्ट्रोकोनवल्सिव थेरेपी ( ECT or Electroconvulsive therapy) भी एक उपचार विकल्प है।

अवसाद और चिंता (depression and anxiety) का इलाज कैसे किया जाता है?

8उपचार एक विशेषज्ञ, चिकित्सक या मानसिक स्वास्थ्य के डॉक्टर को देखकर शुरू होता है। वे आपको आपके मानसिक स्वास्थ्य के बारे में पूछेंगे या वह कैसा महसूस कर रहा है। वे अवसाद या चिंता (depression or anxiety) का कारण समझेंगे और यह निष्कर्ष निकालेंगे कि समस्या शारीरिक स्थिति के कारण होती है या मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित है। डॉक्टर तब आपको एंटीड्रिप्रेसेंट्स (antidepressants) की सलाह देंगे जो आपके दिमाग में कुछ रसायनों के समायोजन से अवसाद के संकेतों से छुटकारा पाने में मदद करेंगे जो सीधे मूड स्विंग को नियंत्रित करने वाले सर्किट को प्रभावित करता है। एंटीड्रिप्रेसेंट (antidepressants) मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर (serotonin levels) को बढ़ाते हैं और 2 से 3 सप्ताह के बाद ध्यान देने योग्य प्रभाव दिखाना शुरू करते हैं।

गंभीर अवसाद (severe depression) के मामले में, इलेक्ट्रोकोनवल्सिव थेरेपी या ईसीटी (electroconvulsive therapy or ECT) की सिफारिश हो सकती है। यह उपचार आपके मस्तिष्क के माध्यम से गुजरने वाले छोटे और दर्द रहित विद्युत प्रवाह से जुड़ा हुआ है, जबकि आप सामान्य संज्ञाहरण (general anesthesia) के अधीन हैं। यह एक संक्षिप्त जब्त की ओर जाता है जो अवसाद के संकेतों को राहत देता है। ईसीटी को इलेक्ट्रोशोक थेरेपी भी कहा जाता (ECT is also called electroshock therapy) है। यह पहले एक विवादास्पद थेरेपी (controversial therapy ) था लेकिन अब अवसाद के लिए उपचार विधि के रूप में काफी प्रभावी माना जाता है। इसका प्रदर्शन 4 सप्ताह तक या तो इनपेशेंट या आउट पेशेंट (inpatient or outpatient) के सत्रों की एक श्रृंखला पर आधारित है। आपको सामान्य संज्ञाहरण (general anesthesia) के माध्यम से सोया जाएगा ताकि आपको जब्त या वर्तमान महसूस न हो।

अवसाद और चिंता (depression and anxiety) के इलाज के लिए कौन पात्र (eligible) है? (इलाज कब किया जाता है?)

अवसाद और चिंता (depression and anxiety) से गुजर रहे मरीजों को दवा उपचार के लिए पात्र हैं। प्रत्येक मरीज जो गंभीर अवसाद से गुज़र रहा है जो अनियंत्रित है और व्यक्ति को आत्मघाती बना दिया गया है वह इलेक्ट्रोकोनवल्सिव थेरेपी या ईसीटी (electroconvulsive therapy or ECT) के लिए योग्य है।

उपचार के लिए कौन पात्र (eligible) नहीं है?

एक गर्भवती महिला और बच्चों को एंटीड्रिप्रेसेंट्स ()antidepressants के उपयोग से पहले अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से परामर्श करने की आवश्यकता होती है ताकि वे अपनी स्थिति के बारे में विस्तृत और सूचित निर्णय ले सकें इलाज हमेशा सही डॉक्टर से कराना चाहिए क्यों के अगर सही डॉक्टर का चुनाव नहीं किया गया तो इसमें मरीज़ को और ज़्यादा परेशानियों का सामना करना पढ़ सकता है इलाज के लिए सबसे पहला तरीका है सही डॉक्टर का चुनाव और सही दवा सही वक़्त पर लेना बहुत ज़रूरी है ।

क्या कोई भी दुष्प्रभाव (side effects) हैं ?

उपचार के दुष्प्रभावों में पेशाब, शुष्क मुंह, मतली, दस्त, कब्ज, धुंधली दृष्टि, दर्दनाक प्रभाव के कारण उनींदापन और पसीना में मामूली हिचकिचाहट (slight hesitancy in urination, dry mouth, nausea, diarrhea, constipation, blurred vision, drowsiness due to a sedating effect, and sweating) शामिल है।

उपचार के बाद दिशानिर्देश (post-treatment guidelines) क्या हैं ?

यदि आपके अवसाद ( depression) के लक्षण लौटने लगते हैं, तो चिकित्सकीय पेशेवर, चिकित्सक (medical professional, a therapist, ), या आपके करीबी व्यक्ति के साथ अपनी समस्याओं का परामर्श लें या साझा करें और अपनी बेहतरता के लिए चीजों को काम करने का प्रयास करें। एक समर्थन या मानसिक स्वास्थ्य समूह में शामिल होने से अवसाद (depression) का सामना करना पड़ेगा और आपको बहुत मदद मिलेगी। अपने मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जितना संभव हो उतना जीवनशैली परिवर्तन करें। इन परिवर्तनों में आपके कार्यस्थल या यहां तक कि आपके रिश्तों को शामिल किया जा सकता है जो आपको जीवन में अस्थिर बना रहे हैं। बहुत अधिक शराब की खपत से बचें और धूम्रपान बंद करो। फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों से प्रेरित एक संतुलित आहार (balanced diet) खाने से स्वस्थ जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।

ठीक होने में कितना समय लगता है ?

यदि एक रोगी को 3-4 सप्ताह के बाद इलाज में मदद मिल रही है, तो सभी संकेतों को मिटा दिए जाने के 6 महीने बाद वह उपचार जारी रख सकता है। यदि दवाएं जल्द ही बंद हो जाती हैं, तो संकेत फिर से विकसित हो सकते हैं। आवर्ती अवसाद (recurrent depression) वाले मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे लंबे समय तक इलाज करें।

भारत में इलाज की क्या कीमत है ?

उपचार की कीमत रुपये से है। 100 से रु। 2,000।

क्या उपचार के परिणाम स्थायी (permanent) हैं ?

उपचार के परिणाम स्थायी नहीं हैं क्योंकि अवसाद (depression) को आवर्ती (recurrent) माना जाता है और यदि जीवनशैली में कोई बदलाव नहीं होता है या दवा पूरी होने की अवधि से पहले बंद हो जाती है तो फिर से विकसित हो सकती है।

उपचार के विकल्प क्या हैं?

अवसाद और चिंता विकार (depression and anxiety disorder) के लिए उपलब्ध वैकल्पिक उपचार विधियों में योनि तंत्रिका उत्तेजना (वीएनएस), गहरी मस्तिष्क उत्तेजना (डीबीएस) और दोहराव वाले ट्रांसक्रैनियल चुंबकीय उत्तेजना (आरटीएमएस) (vagal nerve stimulation (VNS), deep brain stimulation (DBS) and repetitive transcranial magnetic stimulation (RTMS)) शामिल हैं।

सुरक्षा:मध्यम

प्रभावशीलता: मध्यम

टाइम्लीनस: अधिक

इससे जुड़े जोखिम: अधिक

साइड इफेक्ट्स: अधिक

ठीक होने में समय: बहुत अधिक

Read in English: What is anxiety and depression?

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