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कोल्ड का आयुर्वेदिक उपचार

Reviewed by
Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS), MD - Ayurveda
Ayurvedic Doctor,  •  16 years experience
कोल्ड का आयुर्वेदिक उपचार

खांसी और ठंड सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है जो कि किसी भी समय और किसी के भी हो सकती है. नासोफैरेनिक्स सामान्य सर्दी के प्रमुख कारणों में से एक है. शीत लक्षण आपके शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को अत्यधिक प्रभावित करते हैं. औषधीय दवाओं के बजाय प्राकृतिक उत्पादों पर भरोसा करना हमेशा बेहतर होता है ताकि तेजी से परिणाम प्राप्त किए जा सकें और दूसरी ओर दुष्प्रभावों को भी रोका जा सकता है.

सामान्य ठंड मानवों को प्रभावित करने वाला सबसे आम दोष विकार है. हर किसी को अपने जीवन में किसी बिंदु या दूसरे पर सामान्य सर्दी से पीड़ित है. इसके लक्षण बहुत प्रसिद्ध हैं. आयुर्वेद में इस साधारण बीमारी को प्रतिश्याया कहा जाता है.

सभी तीन दोष सामान्य सर्दी की घटना के लिए ज़िम्मेदार हैं. वात दोष सामान्य सर्दी में सूखी खांसी, छोटी श्लेष्म निर्वहन, घोर आवाज, सिरदर्द की समस्या और बहती नाक है. पित्त दोष वाले लोग जिनके पास सामान्य ठंड होती है, उनमें बुखार, गले में दर्द, पीले रंग की नाक का निर्वहन और नाक का निरंतर अवरोध होना है. कफ दोष सामान्य सर्दी वाले लोगों में सुस्त सिरदर्द और सिर की भारीता के साथ मोटी श्लेष्म का निर्वहन होता है.

सर्दी के इलाज के लिए प्रमुख आयुर्वेदिक उत्पाद:

आयुर्वेद सभी प्रकार के स्वास्थ्य मुद्दों के लिए अंतिम समाधान है. ऐसे कुछ आयुर्वेदिक उत्पाद हैं, जो ठंडे लक्षणों से कुशलता से निपट सकते हैं और यह निम्नानुसार हैं:

  1. करपुराडी थैलम: यह चेहरे और छाती पर सीधे लगाने के लिए है. पानी में कुछ बूंदों को डालने की जरूरत है और फिर समाधान उबला जाना चाहिए ताकि आप भाप ले सकें. समाधान न केवल सूजन को कम करता है. लेकिन सीने में कंजेशन का इलाज किया जा सकता है.
  2. थालीसापथराड़ी चूर्णं: यदि आप इसे शहद के साथ लेते हैं, तो अत्यधिक खांसी आसानी से जारी की जा सकती है.
  3. अग्रस्थ रसयनम: यह संभावित एंटी-हिस्टामिनिक गुणों से लैस है और इस प्रकार यह एक मूल्यवान सर्दी खांसी की दवा के रूप में कार्य करती है.
  4. फ्लुविन कैप्सूल: इन कैप्सूल को अब उत्कृष्ट आयुर्वेदिक समाधानों में से एक माना जाता है, जो सभी तरह के ठंडे लक्षणों का कुशलता से इलाज कर सकते हैं. इन कैप्सूल विरोधी भड़काऊ और एंटीवायरल गुणों के साथ समृद्ध होते हैं. जिसके परिणामस्वरूप ठंड के लक्षण आसानी से ठीक हो सकते हैं और आप अत्यधिक राहत प्राप्त कर सकते हैं. इन कैप्सूल होने से आपको भी प्रतिरक्षा में वृद्धि मिलती है.

ठंड के लक्षणों से निपटने के लिए 5 घर का बना समाधान:

  1. अदरक चाय पीना: यह स्वाद कलियों में सुधार करता है और पाचन उत्तेजित किया जा सकता है क्योंकि यह चाय एक सर्दी खांसी की दवा है.
  2. नींबू के रस होने से: गले के गले को शांत करने के लिए शहद और पानी दोनों को इस रस से मिलाया जा सकता है. अतिरिक्त खांसी को बाहर निकाला जा सकता है और विटामिन सी का सेवन भी बढ़ाया जाता है. लहसुन लेना: यह घटक एंटीसेप्टिक गुणों से अत्यधिक समृद्ध है और इस प्रकार संक्रामक तत्वों को समाप्त किया जा सकता है. लहसुन दोनों पूरक और सूप में इस्तेमाल किया जा सकता है और इस प्रकार आप इनमें से किसी भी रूप का चयन कर सकते हैं.
  3. अदरक का रस पीने: पानी, अमला का रस और शहद को अदरक के रस के साथ मिश्रित किया जा सकता है ताकि एक जादुई समाधान तैयार किया जा सके जो ठंड के सभी लक्षणों का इलाज कर सके. यह न केवल सर्दी खांसी की दवा की भूमिका निभाता है, लेकिन आपकी प्रतिरक्षा भी इसके द्वारा सुधार किया जा सकता है.
  4. तुलसी तैयारी करें: मिर्च और तुलसी एक साथ सबसे शक्तिशाली संयोजन बनाते हैं. यह जहरीले और संक्रामक तत्वों को दूर करता है. जिसके परिणामस्वरूप ठंड के लक्षणों के कारण पीड़ित हो सकता है और आप तुरंत राहत प्राप्त कर सकते हैं.

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