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Last Updated: Feb 15, 2023
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फैटी लिवर के लिए डायट चार्ट | Diet Chart For Fatty Liver in Hindi

फैटी लिवर डायट चार्ट करें और क्या नहीं खाद्य पदार्थ

क्या होता है फैटी लिवर

क्या होता है फैटी लिवर

फैटी लिवर को हेपेटिक स्टीटोसिस के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा तब होता है जब लिवर में फैट जमा हो जाता है। आपके लिवर में कम मात्रा में वसा होना सामान्य है, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में वसा होना स्वास्थ्य के लिए समस्या बन सकता है। फैटी लिवर रोग के दो प्रमुख प्रकार हैं, शराब की वजह से फैटी लिवर और नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग।

नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर सबसे ज्यादा उन लोगों को में पाया जाता है जो मोटापे के शिकार हैं निष्क्रिय जीवन जीते हैं और जो जो लोग बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड फूड खाते हैं। फैटी लिवर के इलाज में आहार की बहुत बड़ी भूमिका है। या फिर ये कहा जा सकता है कि फैटी लिवर के इलाज के प्रमुख तरीकों में आहार भी शामिल होता है। हम पहले ही बता चुके हैं कि फैटी लिवर डिजीज का मतलब है कि ऐसी स्थिति जिसमें आपके लिवर में बहुत अधिक फैट जमा हो जाता है। एक स्वस्थ शरीर में लिवर का काम विषाक्त पदार्थों को निकालना होता है। इसके अलावा लिवर बाइल ज्यूस यानी पित्ता का भी उत्पादन करता है। फैटी लीवर की बीमारी लीवर को नुकसान पहुंचाती है और इसे ठीक से काम करने से रोकती है।

अगर फैटी लिवर के इलाज के लिए आहार की बात करें तो पर्याप्त प्रोटीन के साथ पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के साथ एक कम फैट वाला आहार इस रोग का इलाज करने में मदद करेगा। फैटी लिवर का इलाज क्या और कैसे होगा यह उसके कारणों पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर, अगर फैटीलिवर के पीछे के असली कारण का इलाज कर दिया जाय तो फैटी लिवर या स्टीटोसिस की प्रक्रिया को उलटा जा सकता है। हालांकि यह जरुरी है कि इस फैटी लिवर का इलाज करने में बिलकुल देरी नहीं करनी चाहिए। इस स्थिति का इलाज जितना जल्दी होगा उतनी ही जल्दी और बेहतर ढंग से इस रोग से मुक्ति मिल सकती है।

फैटी लिवर के दो ज्ञात प्रमुख कारण है। पहला, शराब का बहुत अधिक सेवन करना है और दूसरा, लंबे समय तक ऐसा आहार लेना जिसमें लिपिड की वजह से बहुत ज्यादा कैलोरी होती हो। जिन लोगों में अल्कोहल बिलकुल कारण नहीं होती और जिनमें बिना सूजन वाली शुद्ध स्टीटोसिस पायी जाती है उनके इलाज के लिए सिर्फ वजन कम करना ही एकमात्र इलाज होता है। अधिक गंभीर मामलों में, ऐसी दवाएं दी जाती हैं जो इंसुलिन प्रतिरोध, हाइपरलिपिडेमिया को कम करती हैं। इसके अलावा ऐसी दवाएं जो वजन घटाने में सहायक होती हैं वो भी लिवर की सेहत को सुधार सकती हैं और फैटी लिवर से मुक्ति दिला सकती हैं। इन सारे इलाज के साथ ही आहार का प्लान भी इस बीमारी के अछ्चा इलाज माना जाता है। आइए हम इस समस्या के लिए डायट चार्ट पर निगाह डालें।

फैटी लिवर के रोगियों के लिए डायट चार्ट

रविवार
Breakfast (8:00-8:30AM)2 उत्तपम + 1 बड़ा चम्मच हरी चटनी
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 कप उबला हुआ चना
Lunch (2:00-2:30PM)1 कप चावल + सोया चंक करी 1/2 कप + भिंडी की सब्जी 1/2 कप + छोटा कप लो फैट दही।
Evening (4:00-4:30PM)1 पोर्शन फल (विभिन्न रंग के फल शामिल करें। किसी विशेष फल पर निर्भर ना रहें
Dinner (8:00-8:30PM)दलिया उपमा 1 कप + 1/2 कप हरी बीन्स की सब्जी
सोमवार
Breakfast (8:00-8:30AM)वेज पोहा 1 कप + 1/2 कप लो फैट दूध मिलाएं
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 पोर्शन फल (अलग-अलग रंग के फल शामिल करें। किसी विशेष फल पर निर्भर ना रहें)
Lunch (2:00-2:30PM)3 चपाती + 1/2 कप क्लस्टर बीन्स सब्ज़ी + फिश करी (100 ग्राम मछली) 1/2 कप
Evening (4:00-4:30PM)1 कप चाय + 2 बिस्कुट (न्यूट्रीच्वाइस या डाइजेस्टिवा या ओटमील)
Dinner (8:00-8:30PM)2 रोटी / चपाती+ तरोई की सब्जी 1/2 कप
मंगलवार
Breakfast (8:00-8:30AM)वेजिटेबल ओट्स उपमा 1 कप + 1/2 कप लो फैट दूध।
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 कप कच्ची सब्जियों/ग्रिल्ड सब्जियों के साथ प्लेन योगर्ट
Lunch (2:00-2:30PM)1/2 कप चावल + 2 मध्यम चपाती + 1/2 कप किडनी बीन्स करी + स्नेक गार्ड सब्ज़ी 1/2 कप
Evening (4:00-4:30PM)1 कप उबला हुआ चना+ हल्की चाय 1 कप.
Dinner (8:00-8:30PM)2 रोटी/चपाती+ 1/2 कप मिक्स वेज करी
बुधवार
Breakfast (8:00-8:30AM)2 स्लाइस ब्राउन ब्रेड +1 स्लाइस लो फैट चीज +1 उबले अंडे का सफेद भाग + 1/2 कप लो फैट दूध
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 पोर्शन फल (अलग-अलग रंग के फल शामिल करें। किसी एक फल पर निर्भर ना रहें।)
Lunch (2:00-2:30PM)1 कप वेज पुलाव चावल + 1/2 कप सोया चंक करी + 1/2 कप लो फैट दही।
Evening (4:00-4:30PM)1 कप हल्की चाय + 2 गेहूँ का रस्क
Dinner (8:00-8:30PM)2 रोटी/चपाती+भिंडी की सब्जी 1/2 कप
गुरुवार
Breakfast (8:00-8:30AM)2 मेथी पराठा + 1 बड़ा चम्मच हरी चटनी
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 कप कच्ची सब्जियों/ग्रिल्ड सब्जियों के साथ प्लेन योगर्ट
Lunch (2:00-2:30PM)1 कप चावल + चिकन करी (150 ग्राम चिकन + 1 कप खीरे का सलाद
Evening (4:00-4:30PM)1 कप हल्की चाय + ब्राउन राइस फ्लेक्स पोहा 1 कप।
Dinner (8:00-8:30PM)3 गेहूं का डोसा + 1/2 कप करेले की सब्जी।
शुक्रवार
Breakfast (8:00-8:30AM)3 रोटी + 1/2 कप तरोई की सब्जी
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1/2 कप उबले हुए काले चने
Lunch (2:00-2:30PM)1 कप चावल + 1/2 कप दाल + पालक सब्जी 1/2 कप + 1/2 कप लो फैट दही।
Evening (4:00-4:30PM)1 पोर्शन फल (विभिन्न रंग के फल शामिल करें। किसी विशेष फल पर निर्भर न रहें।)
Dinner (8:00-8:30PM)1 कप दलिया उपमा + 1/2 कप हरी बीन्स की सब्जी
शनिवार
Breakfast (8:00-8:30AM)4 इडली + सांभर 1/2 कप/ 1 टेबल स्पून हरी चटनी/टमाटर की चटनी
Mid-Meal (11:00-11:30AM)1 कप अंकुरित मूंग
Lunch (2:00-2:30PM)3 रोटी + 1/2 कप सलाद + फिश करी (100 ग्राम मछली) + 1/2 कप गोभी की सब्जी।
Evening (4:00-4:30PM)1 पोर्शन फल (विभिन्न रंग के फल शामिल करें। किसी विशेष फल पर निर्भर न रहें।)
Dinner (8:00-8:30PM)2 रोटी / चपाती। + टमाटर की सब्जी 1/2 कप।

फैटी लिवर के रोगी क्या करें और क्या नहीं

फैटीलिवर के रोगी क्या करें

  • साबुत अनाज का सेवन करें
  • खाने के साथ सलाद भी शामिल करें।
  • मुख्य भोजन के बीच में फल खाएं
  • ग्रेवी के लिए ताजा लहसुन और अदरक डालें।

फेटीलिवर के रोगी क्या ना करें

  • खाना बनाने के लिए ज्यादा तेल
  • फ़ास्ट फ़ूड
  • मिठाई, पेस्ट्री और समर्थित खाद्य पदार्थ
  • मांस और मांस उत्पाद
  • शराब और मादक पेय।

खाद्य पदार्थ जिनका फैटी लिवर के रोगी आसानी से सेवन कर सकते हैं

  • अनाज: ब्राउन राइस, साबुत गेहूं, जई, ज्वार, बाजरा, रागी
  • दालें: लाल चना, हरा चना, काला चना, चना चना
  • सब्जियां: सभी लौकी-करेला, चिरौंजी, तुरई, लौकी, आइवी लौकी, भिंडी, टिंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां
  • फल: खट्टे फल-संतरा, मौसम्बी, अंगूर फल, नींबू; बेरीज-स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैक बेरी; क्रैनबेरी, चेरी, पपीता, अनानास, अमरूद।
  • दूध और दुग्ध उत्पाद: कम वसा वाला दूध, कम वसा वाला दही।
  • मांस, मछली और अंडा: स्किन आउट चिकन, अंडे का सफेद भाग, सामन जैसी मछली, सार्डिन, ट्राउट, मैकेरल, टूना।
  • तेल: 2 चम्मच (10 मिली)
  • चीनी: 2 चम्मच (10 ग्राम)
  • अन्य पेय पदार्थ: हरी चाय।
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Written By
PhD (Pharmacology) Pursuing, M.Pharma (Pharmacology), B.Pharma - Certificate in Nutrition and Child Care
Pharmacology
English Version is Reviewed by
MD - Consultant Physician
General Physician
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