महिला प्रजनन प्रणाली (फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम) बहुत से महत्वपूर्ण कार्य करती है। यह प्रजनन के लिए आवश्यक फीमेल एग सेल्स का निर्माण करती है, जिन्हें ओवा या ओसाइट्स कहा जाता है। इस सिस्टम को, ओवा को फर्टिलाइजेशन की साइट पर ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। गर्भाधान(कन्सेप्शन), एक स्पर्म द्वारा एक अंडे का फर्टिलाइजेशन, सामान्य रूप से फैलोपियन ट्यूब में होता है।
इसके बाद, फर्टिलाइज़्ड एग को गर्भावस्था के प्रारंभिक चरणों की शुरुआत करते हुए, गर्भाशय की दीवारों में इम्प्लांट(प्रत्यारोपित) किया जाता है। यदि फर्टिलाइजेशन या इम्प्लांटेशन नहीं होता है, तो सिस्टम मासिक धर्म (गर्भाशय की परत का मासिक बहाव) के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके अलावा, महिला प्रजनन प्रणाली महिला सेक्स हार्मोन का उत्पादन करती है जो प्रजनन चक्र को बनाए रखती है।
मादा प्रजनन (फीमेल रिप्रोडक्टिव) शरीर रचना में बाहरी और आंतरिक दोनों भाग शामिल हैं।
मादा प्रजनन प्रणाली(फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम) का प्राथमिक कार्य है: फीमेल एग सेल्स को बनाना जो कि प्रजनन के लिए आवश्यक हैं। इन्हें ओवा या ओसाइट्स कहा जाता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि, पूरी मादा प्रजनन प्रणाली(फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम) का स्ट्रक्चर ऐसा है कि वो ओवा(डिंब) को बिल्कुल सटीक फर्टिलाइजेशन वाली जगह पर ले जाती है। इसके अलावा, स्पर्म के साथ इंटरेक्शन के बाद अंडे की निषेचन प्रक्रिया आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में होती है।
इसके बाद, फर्टिलाइज़्ड एग, गर्भाशय की दीवारों में इम्प्लांट हो जाता है। इसे गर्भावस्था के शुरुआती दौर की शुरुआत के तौर पर माना जाता है। यदि फर्टिलाइजेशन या इम्प्लांटेशन नहीं होता है, तो पीरियड्स हो जाते हैं। इसके अलावा, महिला प्रजनन प्रणाली द्वारा महिला सेक्स हार्मोन का उत्पादन भी करती है जो प्रजनन चक्र को बनाए रखती है।