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Last Updated: Feb 15, 2023
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डाइट चार्ट- गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग में क्या और कितना है खाना

गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डायट चार्ट क्या करें और क्या न करें

क्या होता है गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज

क्या होता है गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज

  • गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी), जिसे एसिड रिफ्लक्स के रूप में भी जाना जाता है, एक दीर्घकालिक स्थिति है जिसमें पेट का खाना ओसोफेगस में वापस आ जाता है। इसकी वजह से कई तरह की समस्या हो जाती है।
  • इन समस्याओं के लक्षणों में मुंह के एसिड का स्वाद, सीने में जलन, एसिडिटी शामिल हैं। इसके लक्षणों में सांसों की बदबू, सीने में दर्द, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ और दांतों का घिस जाना भी शामिल है।
  • लक्षणों के साथ ही कुछ जटिलताएं भी होती हैं जैसे एसोफैगिटिस, एसोफेजेल स्ट्रिक्चर्स, और बैरेट्स एसोफैगस शामिल हैं। कुछ खाद्य पदार्थों और जीवनशैली में संशोधनों से परहेज करके स्थिति को रोका जा सकता है।
  • आहार के साथ जीवनशैली में परिवर्तन लक्षणों के प्रबंधन में प्रमुख भूमिका निभाता है। वैसे तो नियंत्रण के लिए कई सामान्य नुस्खे हो सकते हैं पर हर व्यक्ति के लिए उपाय अलग होते हैं। हर व्यक्ति पर एक ही नुस्खा एक तरह से असर नहीं करता है।
  • इसके साथ ही जीईआरडी के अचानक बढ़ने वाले (फ्लेयर अप) लक्षणों का कारण अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग होता है। इसलिए उन खाद्य पदार्थों को छाँटने के लिए एक खाद्य डायरी अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • इस डायरी में आप ऐसे खाद्य पदार्थों को चिंहित कर सकते हैं जिनको खाने के बाद लक्षणों की शुरुआत या बढ़त हो जाती है। यह भी जरुरी है कि जीईआरडी से पीड़ित व्यक्ति को अपनी जीवन शैली का विश्लेषण करना चाहिए।
  • इस सारे विश्लेषण के जरिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आहार से लेकर जीवनशैली तक कोई किसी तरह से रोग को बढ़ा तो नही रहे हैं। आहार और जीवन शैली में परिवर्तन के साथ ही यह भी जरुरी है कि आपको पता हो कि किन चीजों से बचना चाहिए।
  • इस बात का भी ध्यान रखना जरुरी है कि खाने में ऐसी चीजों को तो शामिल नहीं किया गया है जो लक्षणों को ट्रिगर या खराब कर सकती हैं। उचित आहार और जीवनशैली में बदलाव का भी ध्यान देना जरुरी है। इससे पता लगेगा कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या है।
  • सभी ट्रिगर और उपचार सभी लोगों को समान रूप से प्रभावित नहीं करेंगे। ध्यान रखें कि जब आप खाते हैं तो यह उतना ही महत्वपूर्ण हो सकता है कि आपको पता हो कि आप क्या खाते हैं, कब खाते हैं और कितना खाते हैं।
  • एक विशेष भोजन जो सोने के समय से 3-4 घंटे पहले खाने पर रिफ्लक्स का कारण बनता है, दिन में वही हानिरहित हो सकता है। सोने से ठीक पहले खाने से बचें। पाचन प्रक्रिया पेट में मौजूद गैस्ट्रिक एसिड को बढ़ा देती है।
  • ऐसी स्थिति में जब आप लेटते हैं, एलईएस पेट की सामग्री को एसोफैगस में जाने से रोक नहीं पता है। गैस्ट्रिक एसिड की बढ़ी मात्रा और इस स्थिति के एक साथ होने पर, बहुत सारे पेट में एसिड और एक झुकी हुई स्थिति रिफ्लक्स का कारण बन जाती है।
  • आम तौर पर, सोने से तीन या चार घंटे पहले पूर्ण भोजन खाने से जीईआरडी पीड़ितों को दिक्कत हो सकती है। ऐसी स्थिति में ऐसे रोगियों को लेटने या सोने से तुरंत पहले खाना खाने की सलाह नहीं दी जाती है।
  • नीचे दिया गया चार्ट साप्ताहिक है। इसमें जीईआरडी पीड़ित लोगों को कब, कितना खाना है यह स्पष्ट रूप से दिया गया है। इसे हफ्ते दर हफ्ते अपनाया जा सकता है।

जीईआरडी समस्या से पीड़ितों के लिए साप्ताहिक डायट चार्ट

रविवार
सुबह (8:00-8:30AM)2 मेथी पराठा + 1 बड़ा चम्मच हरी चटनी (पुदीने की पत्तियों से बचें)
सुबह (11:00-11:30AM)1 पोर्शन फल (खट्टे फलों से बचें)
दोपहर (2:00-2:30PM)1 कप चावल + चिकन करी (150 ग्राम चिकन + 1 कप खीरे का सलाद। (मसाला बनाने के लिए
शाम (4:00-4:30PM) प्याज और टमाटर से परहेज करें और ज्यादा मसाले न डालें)ब्राउन राइस पोहा 1 कप.
रात (8:00-8:30PM)3 गेहूँ का डोसा + 1/2 कप करेले की सब्जी।
सोमवार
सुबह (8:00-8:30AM)वेजिटेबल ओट्स उपमा 1 कप + 1/2 कप लो फैट दूध।
सुबह (11:00-11:30AM)प्लेन लो फैट दही कच्ची सब्जियों / ग्रिल्ड सब्जियों के साथ -1 कप (प्याज और टमाटर से परहेज करें)
दोपहर (2:00-2:30PM)1/2 कप चावल + 2 मध्यम रोटी + 1/2 कप राजमा करी + स्नेक गार्ड सब्जी 1/2 कप (मसाला बनाने के लिये प्याज और टमाटर का प्रयोग न करें और अधिक मसाले न डालें)
शाम (4:00-4:30PM)1 कप उबले हुए चने.
रात (8:00-8:30PM)2 रोटी/चपाती+ 1/2 कप मिक्स वेज करी
मंगलवार
सुबह (8:00-8:30AM)वेज पोहा 1 कप + 1/2 कप लो फैट दूध मिलाएं।
सुबह (11:00-11:30AM)1 भाग फल (खट्टे फलों से बचें)
दोपहर (2:00-2:30PM)3 रोटी + 1/2 कप गवारफली की सब्जी + फिश करी (100 ग्राम मछली) 1/2 कप (मसाला बनाने के लिये प्याज और टमाटर का प्रयोग न करें और अधिक मसाले न डालें)
शाम (4:00-4:30PM)3 बिस्कुट (न्यूट्रीच्वाइस या डाइजेस्टिवा या दलिया।)
रात (8:00-8:30PM)2 रोटी / चपाती+रिज गार्ड सब्जी 1/2 कप.
बुधवार
सुबह (8:00-8:30AM)उत्तपम 2+ 1 बड़ा चम्मच हरी चटनी। (पुदीने की पत्तियों से बचें)
सुबह (11:00-11:30AM)1 कप उबले हुए चने
दोपहर (2:00-2:30PM)1 कप चावल + सोया चंक करी 1/2 कप + भिंडी की सब्जी 1/2 कप + छोटा कप लो फैट दही (मसाला बनाने के लिये प्याज और टमाटर का प्रयोग न करें और अधिक मसाले न डालें)
शाम (4:00-4:30PM)1 पोर्शन फल (खट्टे फलों से बचें)
रात (8:00-8:30PM)दलिया उपमा 1 कप + 1/2 कप हरी बीन्स की सब्जी
गुरुवार
सुबह (8:00-8:30AM)4 इडली + सांभर 1/2 कप/ 1 टेबल स्पून हरी चटनी।
सुबह (11:00-11:30AM)अंकुरित हरे चने 1 कप
दोपहर (2:00-2:30PM)3 रोटी + 1/2 कप सलाद + फिश करी (100 ग्राम मछली) + 1/2 कप गोभी की सब्जी। (मसाला बनाने के लिये प्याज और टमाटर का प्रयोग न करें और अधिक मसाले न डालें)
शाम (4:00-4:30PM)1 पोर्शन फल (खट्टे फलों से बचें)
रात (8:00-8:30PM)2 रोटी/चपाती.+आलू की सब्जी 1/2 कप
शुक्रवार
सुबह (8:00-8:30AM)2 स्लाइस ब्राउन ब्रेड। + 1 स्लाइस लो फैट चीज़ + 1 उबला अंडा + 1/2 कप लो फैट दूध।
सुबह (11:00-11:30AM)1 पोर्शन फल (खट्टे फलों से बचें)
दोपहर (2:00-2:30PM)वेज पुलाव चावल 1 कप + 1/2 कप सोया चंक करी + 1/2 कप लो फैट दही (मसाला बनाने के लिये प्याज और टमाटर का प्रयोग न करें और अधिक मसाले न डालें)
शाम (4:00-4:30PM)3 गेहूं का रस्क।
रात (8:00-8:30PM)2 रोटी/चपाती+ भिंडी की सब्जी 1/2 कप.
शनिवार
सुबह (8:00-8:30AM)चपाती 3 + 1/2 कप आलू हरी मटर की सब्जी
सुबह (11:00-11:30AM)1/2 कप उबले हुए काले चने
दोपहर (2:00-2:30PM)1 कप चावल + 1/2 कप दाल + पालक सब्जी 1/2 कप + 1/2 कप लो फैट दही
शाम (4:00-4:30PM)1 भाग फल (खट्टे फलों से बचें)
रात (8:00-8:30PM)दलिया उपमा 1 कप + 1/2 कप हरी बीन्स की सब्जी

जीईआरडी समस्या से पीड़ितों के लिए आहार योजना का पालन करते समय क्या करें और क्या न करें

जीईआरडी समस्या से जुड़ी आहार योजना में क्या करें

  • एक साथ के बजाय कई बार छोटे-छोटे आहार करें
  • अपने बिस्तर का सिरा 6-8 इंच ऊपर उठाएं
  • मसालेदार खाना कम खाएं
  • सोने से करीब 2-3 घंटे पहले ही खाना खा लें
  • उन चीजों का ख्याल रखें जिनसे एसिड रिफ्लक्स ट्रिगर होता हो

जीईआरडी समस्या से जुड़ी आहार योजना में क्या ना करें

  • खाने के तुरंत बाद झुकने, लेटने से बचें
  • टाइट फिटिंग वाले कपड़ों से बचें
  • फास्ट फूड से परहेज करें
  • यदि आप अधिक वजन वाले हैं तो वजन कम करें
  • भोजन करते समय झुक कर बैठने की बजाय सीधे बैठें
  • धूम्रपान ना करें

जीईआरडी समस्या से जुड़ी आहार योजना में आप आसानी से खा सकते हैं खाद्य पदार्थ

  • अनाज: सफेद चावल, सफेद ब्रेड, ब्राउन चावल, जई का आटा, ब्रोकन गेहूं, क्विनोआ।
  • दालें: चना, राजमा, मूंग दाल, मसूर दाल, सोयाबीन और अन्य सभी कम मसाले वाली और ठीक से उबली हुई।
  • सब्जियां: सभी लौकी-करेला, चिरौंजी, तुरई, लौकी, आइवी लौकी, भिंडी, टिंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां।
  • फल: सीताफल, नाशपाती, छोटा केला, सेब।
  • दूध और दुग्ध उत्पाद: मलाई निकाला हुआ दूध, कम वसा वाला दही।
  • मांस, मछली और अंडा: उबला हुआ अंडा, दुबला मांस, त्वचा रहित चिकन, टूना, सामन, तिलपिया, स्वार्ड-फिश, कॉड।
  • तेल: 1.5 बड़ा चम्मच/दिन (जैतून का तेल, सरसों का तेल, राइस ब्रान ऑयल, कनोला तेल चीनी: 1 चम्मच/दिन।

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Written By
PhD (Pharmacology) Pursuing, M.Pharma (Pharmacology), B.Pharma - Certificate in Nutrition and Child Care
Pharmacology
English Version is Reviewed by
MD - Consultant Physician
General Physician
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