हाई ब्लड शुगर, शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने की स्थिति है। इसे हाइपोग्लेसेमिया कहते हैं। शरीर में हाई ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने के कारण यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को प्रभावित करता है। एक स्वस्थ्य इंसान में ब्लड शुगर का सामान्य स्तर 100 mg/dL से कम होता है जबकि खाली पेट या 8 घंटे तक कुछ न खाने के दौरान ब्लड शुगर का सामान्य स्तर 140 mg/dL से कम होता है। ब्लड शुगर का लेवल बहुत अधिक बढ़ जाने पर इंसान कोमा में जा सकता है। यह गलत खान-पान, खराब दिनचर्या और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण होता है।
इंसुलिन, अग्न्याशय में बना एक हार्मोन है जो ग्लुकोज का उपयोग कर शरीर को ऊर्जा देता है और ब्लड शुगर (ग्लूकोज) लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
भारत में एक साल के लिए इंसुलिन थेरेपी का खर्च 14,500 से लेकर 47,000 रुपए के बीच हो सकता है। भारत में ब्लड शुगर चेक करने वाली मशीनें 750 रुपए से 2200 रुपए के बीच उपलब्ध है। हाई ब्लड शुगर के इलाज की लागत स्थान और डॉक्टर के आधार पर निर्भर करेगी। हालांकि सरकारी अस्पताल गरीब वर्ग के शुगर पेशेंट की मुफ्त जांच करते हैं।