मुंहासे मुख्य रूप से बंद रोम छिद्रों, बैक्टीरिया, त्वचा में अतिरिक्त तेल के बनने से और मृत त्वचा कोशिकाओं के कारण होते हैं। कभी-कभी सप्लीमेंट और बर्थ कंट्रोल पिल्स जैसी कुछ दवाएं भी मुंहासे पैदा कर सकती हैं। मुँहासे के लिए घरेलू उपचार में से कुछ हैं:
नारियल तेल और शहद, मुहांसों को कम करने का एक बहुत अच्छा तरीका है। इन दोनों को गर्म पानी के साथ मिलाएं और दिन में दो बार अपनी त्वचा पर लगाएं। इसे कुछ समय के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर इसे धो लें। मृत ऊतकों से छुटकारा पाने और आपकी त्वचा को तरोताजा करने का यह एक बहुत अच्छा तरीका है। दालचीनी और शहद का फेस मास्क, मुँहासे के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है।
मुंहासों के मामले में ग्रीन टी बहुत फायदेमंद है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट यौगिक होते हैं। इसे प्रभावित क्षेत्र पर फेस वाश के रूप में भी लगाया जा सकता है।
पुदीना भी, मुंहासों को साफ़ करने में मदद कर सकता है। एक छोटे बाउल दही में दो बड़े चम्मच ताज़ा पुदीने की पत्तियां मिलाएं। अब इस मिश्रण को अपने चेहरे पर 10 मिनट के लिए लगाएं और फिर गर्म पानी से धो लें।
एलोवेरा, त्वचा के संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और स्किन बर्न से राहत देता है। मुंहासों पर एलोवेरा का सिर्फ रस लगाएं।
इसमें साइट्रिक एसिड होता है जो एक एस्ट्रिंजेंट की तरह काम करता है। यह त्वचा को स्मूथ करता है और त्वचा के रंग और पीएच संतुलन को फिर से ठीक करता है।
टी ट्री ऑयल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुँहासे के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया से लड़ते हैं। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, यह सूजन और लालिमा को कम करने में भी मदद करता है।
कुछ ऑर्गेनिक एसिड की उपस्थिति के कारण, सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। सेब का सिरका और पानी का मिश्रण त्वचा पर लगाने से बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है।
व्यायाम, तनाव और चिंता को कम करता है जो मुहांसों के होने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। नियमित रूप से व्यायाम करने से त्वचा की कोशिकाओं में रक्त संचार बढ़ता है जिससे त्वचा की कोशिकाओं को पोषण मिलता है।
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो मुँहासे के संक्रमण से लड़ने और इसे कम करने में मदद करते हैं। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो त्वचा में फ्री रेडिकल्स को हटाने और उम्र बढ़ने की प्राकृतिक प्रक्रिया को कम करने में मदद करते हैं।
तनाव लेने से हार्मोन का स्राव होता है जिसके परिणामस्वरूप सीबम का उत्पादन होता है और ऐसे होने से स्थिति और बिगड़ जाती है। योग, ध्यान जैसे विश्राम वाले व्यायाम का अभ्यास करें जो आपके शरीर और मस्तिष्क को आराम प्रदान करने में मदद करते हैं।
दूध और डेयरी उत्पादों में पाया जाने वाला IGF-1 नामक एक हार्मोन होता है जिससे मुंहासे होते हैं। दूध में कुछ अन्य हार्मोन भी मौजूद होते हैं जिनके कारण मुंहासे होते हैं।
टूथपेस्ट लगाने से भी मुंहासों के इलाज में सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे सकता है। अपने मुँहासे पर थोड़ा सा टूथपेस्ट लगाएं, आप देखेंगे कि थोड़े समय के बाद मुँहासे के आकार में कमी आ रही है । यह दाग को हटाने में भी मदद करता है।
सारांश: नारियल तेल, दालचीनी, शहद, पुदीना, एलोवेरा, टी ट्री ऑयल, नींबू का रस, हल्दी, और टूथपेस्ट लगाकर मुँहासे का इलाज किया जा सकता है। तनाव, डेयरी उत्पादों से बचें। एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं और व्यायाम जरूर करें।
इन उपायों को करने से पहले कई सावधानियां बरतनी चाहिए:
सारांश: प्रभावी होने के बावजूद, कुछ घरेलू उपचारों के कुछ दुष्प्रभाव होते हैं, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होते हैं, इसलिए अपने घरेलू उपचार का चयन केवल तभी करें जब आप किसी विशेष पदार्थ से एलर्जिक या संवेदनशील न हों।अधिक मात्रा में किसी भी घरेलू उपचार का उपयोग न करें क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
सारांश: दिशानिर्देशों का पालन करें। धूप से बचें। अपने चेहरे को साफ रखें और मॉइस्चराइजर ज़रूर लगायें । फलों का जूस खूब पिएँ।
त्वचा धीरे-धीरे इन उपचारों के प्रति प्रतिक्रिया करती है। इसलिए, आमतौर पर मुंहासों को ठीक करने में लगभग 6 से 12 सप्ताह लगते हैं। मुहांसों के निशान को पूरी तरह ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।
सारांश: पूरी तरह से ठीक होने में 6-12 सप्ताह लगते हैं।
नहीं, लंबे समय तक यूवी किरणों के संपर्क में रहने से फिर से मुंहासे हो सकते हैं। इसलिए इससे बचने के लिए सभी सावधानियां बरतनी चाहिए।
सारांश: नहीं, परिणाम स्थायी नहीं हैं यदि सावधानी नहीं अपनायी जाती है तो मुहांसे फिर से हो सकते हैं ।
मुंहासे के लिए इन प्राकृतिक घरेलू उपचारों को करने के लिए किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं है।
सारांश: इन घरेलू उपचारों को करने के लिए कोई प्रशिक्षण या विशेषज्ञ सहायता की आवश्यकता नहीं है।