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Last Updated: Apr 19, 2021
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गैस के लिए घरेलू उपचार: प्रक्रिया, स्वास्थ्य लाभ, जोखिम और जटिलताएं

गैस के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार क्या है? क्या गैस के उपचार के कोई दुष्प्रभाव हैं? उपाय के बाद के दिशानिर्देश क्या हैं? गैस की समस्या के ठीक होने या गैस से छुटकारा पाने में कितना समय लगता है? क्या गैस के घरेलू उपचार के परिणाम स्थायी हैं? क्या गैस के लिए इन प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करने के लिए किसी प्रशिक्षण या विशेषज्ञ की आवश्यकता है?

गैस के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार क्या है?

यह पूरी तरह से सामान्य है और आमतौर पर पेट के लिए हानिरहित है। आमतौर पर, इसे दो तरीकों से पहचाना जा सकता है: या तो डकार आने के द्वारा या फिर ब्लोटिंग के द्वारा। हालांकि, जब आपके शरीर में बहुत अधिक गैस हो जाती है, तो इसके कारण आपको ब्लोटिंग हो सकती है, हार्ट बर्न हो सकता है या पेट में बेचैनी हो सकती है।

गैस, पाचन तंत्र के निचले हिस्से के साथ-साथ ऊपरी हिस्से में भी बनती है। गैस बनने के लक्षण निम्नलिखित के कारण हो सकते हैं: च्युइंग गम चबाने, धूम्रपान करने या बहुत जल्दी खाने के दौरान निगलने वाली हवा के कारण।

गैस बनने का एक अन्य कारण अपचित भोजन का किण्वन(फेरमेंटशन) है। वसायुक्त, मसालेदार, या शर्करायुक्त भोजन, बहुत अधिक स्टार्च, कुछ सब्जियां, और अनाज भी, शरीर में गैस बनने के अन्य कारण हैं। गैस बनने से छुटकारा पाने के कई तरीके हैं।

यहाँ गैस के लिए कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो आपके शरीर में गैस की मात्रा को कम करने में प्रभावी रूप से काम करते हैं:

  1. जीरा पानी:

    गैस से छुटकारा पाने का एक प्रभावी घरेलू उपचार है: जीरा पानी। दो कप पानी में एक बड़ा चम्मच जीरा मिलाएं। पांच मिनट के लिए उबालें और फिर इसे छान लें। इसके ठंडा होने के बाद इसे दिन में दो बार पिएं। यह पाचन प्रक्रिया में सहायता करता है और गैस बनने से रोकता है।

  2. गर्म नींबू का जूस और बेकिंग सोडा या अदरक:

    नींबू की एसिडिटी, भोजन को तोड़ने में मदद करती है और अपच को सहायता करती है। इससे ब्लोटिंग और गैस बनने की समस्या दूर होती है। इस उपाय को करने के लिए, एक गिलास पानी गर्म करें और उसमें आधा नींबू निचोड़ें। इस नींबू के पानी में आधा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं और इसे दिन में दो बार पिएं।

    यह कार्बन डाइऑक्साइड के निर्माण की सुविधा प्रदान करेगा, जो पाचन में सहायता करता है। आप गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस, नींबू और शहद भी मिला सकते हैं और इसे दिन में एक बार पी सकते हैं।

  3. असाफोएटिडा / हींग पानी:

    असाफोएटिडा को हींग के नाम से भी जाना जाता है। पेट के इलाज के लिए, एक बहुत ही अच्छा उपाय है: असाफोएटिडा या हींग का पानी। इस उपाय को करने के लिए एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें आधा चम्मच हींग मिलाएं। इसे दिन में एक या दो बार पिएं। यह आपके पेट में बैक्टीरिया के निर्माण को रोकता है, जिससे गैस बनने को रोका जा सकता है।

  4. सेब का सिरका:

    सेब का सिरका, पाचन एंजाइमों के साथ-साथ, पेट में एसिड के उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद करता है जिससे भोजन का उचित पाचन होता है और सूजन और गैस कम होती है। आप एक बड़ा चम्मच सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर ले सकते हैं। भोजन से पहले इस मिश्रण को लें।

  5. हल्दी:

    हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह अपच और गैस को बनने से रोकती है। हल्दी पित्त के उत्पादन के लिए, पित्ताशय की थैली को उत्तेजित करता है जो भोजन के पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  6. त्रिफला और आंवला:

    त्रिफला पाचन तंत्र को साफ करने में मदद करता है, यह पेट में गैस को बनने से और सूजन होने से रोकता है। त्रिफला पाचन तंत्र के कामकाज में सुधार करता है। आप उबले हुए पानी में आधा चम्मच त्रिफला मिलकर इस मिश्रण को ले सकते हैं।

  7. अजवाइन के बीज:

    अजवाइन के बीज, थाइमोल नामक एक यौगिक की उपस्थिति के कारण पाचन रस के उत्पादन में मदद करते हैं। यह पाचन प्रक्रिया को बढाती है। अगर आप गैस की समस्या से पीड़ित हैं तो, उबले हुए पानी में आधा चम्मच अजवाइन के बीज मिलाकर, रोजाना इस पानी को ले सकते हैं।

  8. पिपरमिंट और कैमोमाइल चाय:

    पिपरमिंट चाय या कैमोमाइल चाय, पेट में अपच और सूजन को कम करने में मदद करती है। गैस से बेहतर और तेज रिकवरी के लिए, पिपरमिंट या कैमोमाइल चाय पिएं।

  9. दही और छाछ:

    दही और छाछ प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स हैं जो सहायक आंत बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जो पेट में पैदा होने वाले गैस्ट्रिक एसिड को बेअसर करते हैं। यह पेट की परत को नुकसान से भी बचाते हैं। भोजन के दौरान या भोजन से पहले दही या छाछ लें।

सारांश: जीरा पानी, हींग, नींबू का गरम जूस, बेकिंग सोडा, अदरक, सेब का सिरका, अजवाइन के बीज, त्रिफला, आंवला, दही, छाछ, पिपरमिंट और कैमोमाइल चाय का सेवन करके गैस का इलाज किया जा सकता है।

क्या गैस के उपचार के कोई दुष्प्रभाव हैं?

पेट के लिए जिन घरेलू नुस्खों का उपयोग किया जाता है, उनके अवयवों के कुछ दुष्प्रभाव हैं। हालांकि ये दुष्प्रभाव दुर्लभ हैं और केवल कुछ ही लोगों को प्रभावित करते हैं।

  1. जिन लोगों को जीरे से एलर्जी है, वे त्वचा पर चकत्ते और जलन का अनुभव कर सकते हैं।
  2. कुछ मामलों में, अधिक मात्रा में जीरे का सेवन करने से आपको एसिडिटी, मतली और अत्यधिक पेट ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
  3. अधिक मात्रा में हींग का सेवन करने से उल्टी, जी मिचलाना, मासिक धर्म के दौरान अनियमितता, पेशाब करते समय 4. जलन और गले में इर्रिटेशन जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  4. नींबू में उच्च स्तर की अम्लता होती है, जिससे दांतों का क्षरण(करोज़न) हो सकता है।
  5. यदि आप बहुत अधिक अदरक का सेवन करते हैं, तो यह रक्त को पतला करने का काम कर सकती है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं, मासिक धर्म से गीज़र रही महिलाओं और जो लोग ब्लड डिसऑर्डर से पीड़ित हैं उन्हें अदरक के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है।
  6. इस प्रकार, सावधानी से इन उपायों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है, और वो भी मॉडरेशन में।
सारांश: प्रभावी होने के बावजूद, कुछ घरेलू उपचारों के कुछ दुष्प्रभाव होते हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होते हैं, इसलिए अपने घरेलू उपचार का चयन केवल तभी करें जब आप किसी विशेष पदार्थ के प्रति एलर्जिक या संवेदनशील न हों। अधिक मात्रा में किसी भी घरेलू उपचार का उपयोग न करें क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

उपाय के बाद के दिशानिर्देश क्या हैं?

यहाँ कुछ उपाय के बाद के दिशा-निर्देश दिए गए हैं, जिनका पालन आपको गैस का इलाज करते समय करना चाहिए:

  1. पास्ता, आलू, गेहूं, मक्का और चावल जैसे स्टार्च युक्त भोजन खाने से बचें।
  2. इसके अलावा, अनाज, बीन्स, और डेयरी उत्पाद से बचें, जो शरीर में गैस का निर्माण करते हैं।
  3. वसायुक्त या तैलीय भोजन पचाने में मुश्किल होता है। इसलिए, आपको पेट में गैस बनने से रोकने के लिए इस प्रकार के भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।
  4. पानी और तरल पदार्थों जैसे फलों के जूस या हर्बल चाय का खूब सेवन करें।
  5. रोज सुबह एक गिलास गर्म पानी पीना, भोजन के पाचन को उत्तेजित करता है।
  6. आपको च्युइंग गम चबाने, धूम्रपान करने, बहुत जल्दी भोजन करने और भोजन के दौरान बात करने से बचना चाहिए।
  7. इन आदतों के कारण आप हवा को निगल सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप गैस बनती है। इसलिए, पेट में गैस बनने से रोकने और उसका इलाज करने के लिए, ऐसी आदतों से बचने की सलाह दी जाती है।
  8. सक्रिय रहें और व्यायाम करें। यदि आप स्वस्थ हैं, तो आपके पाचन में सुधार होगा और मल त्याग नियमित होगा। यह आपको पेट में गैस बनने से बचाने में मदद करेगा।
  9. यदि ब्लोटिंग और गैस की समस्या तीन दिनों से अधिक समय तक रहती है, तो आपको चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए।
सारांश: दिशानिर्देशों का पालन करें। गर्म पानी पीएं, स्वस्थ भोजन खाएं, दैनिक व्यायाम करें, वसायुक्त तैलीय भोजन से बचें। स्टार्चयुक्त भोजन और च्युइंग गम खाने से बचें। धूम्रपान से बचें। अगर कोई सुधार नहीं है तो चिकित्सा सहायता लें।

गैस की समस्या के ठीक होने या गैस से छुटकारा पाने में कितना समय लगता है?

ये उपाय पेट में बनने वाली गैस और ब्लोटिंग के इलाज में कारगर हैं। उपचार को आमतौर पर प्रभावी होने में एक या दो दिन लगते हैं। आप एक या दो घंटे में भी ठीक हो सकते हैं। हालांकि, अगर गैस की समस्या बनी रहती है, तो यह अंतर्निहित गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

सारांश: इन उपायों से स्वास्थ्य लाभ का समय आमतौर पर 2 घंटे से 2 दिनों तक भिन्न होता है।

क्या गैस के घरेलू उपचार के परिणाम स्थायी हैं?

पेट में गैस बनना आमतौर पर हानिरहित होता है। गैस की मामूली सी समस्या एक या दो दिन में अपने आप ठीक हो जाती है। हालांकि, कभी-कभी गैस एक अंतर्निहित गंभीर स्थिति का एक लक्षण हो सकता है। ऐसे मामलों में, यह लक्षण पुनरावृत्ति कर सकता है। जबकि गैस के लिए उपयोग किये जाने वाले ये प्राकृतिक घरेलू उपचार, ब्लोटिंग और गैस की समस्याओं के इलाज में कुशल हैं, फिर भी यह स्थिति पुनरावृत्ति कर सकती है। इसलिए, कुछ मामलों में, उपचार स्थायी नहीं हो सकता है।

सारांश: कुछ मामलों में, कुछ अंतर्निहित स्थिति होने के कारण यह गैस की समस्या फिर से हो सकती है। इसलिए, यह सभी के लिए स्थायी नहीं हो सकता है।

क्या गैस के लिए इन प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करने के लिए किसी प्रशिक्षण या विशेषज्ञ की आवश्यकता है?

गैस के लिए इन घरेलू उपचार उपचारों का उपयोग करने के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण या विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। सामग्री आसानी से उपलब्ध है और इन उपायों को बनाने की प्रक्रिया बहुत सरल है। इसलिए, कोई भी व्यक्ति इन घरेलू उपचारों का उपयोग कर सकता है।

सारांश: इन घरेलू उपचारों को करने के लिए कोई प्रशिक्षण या विशेषज्ञ सहायता की आवश्यकता नहीं है।
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