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बाल झड़ने से रोकने का आयुर्वेदिक उपचार

Written and reviewed by
Dr. Adesh Karwa 88% (53 ratings)
BAMS, MD - Ayurveda Medicine
Ayurvedic Doctor, Pune  •  21 years experience
बाल झड़ने से रोकने का आयुर्वेदिक उपचार

बालो का झड़ना आपके आत्म सम्मान और आत्मविश्वास आपके व्यक्तित्व पर सीध प्रभाव डालता है. यह सच की आजकल यह बहुत ही आम समस्या बन गयी है. इसे उचित उपचार के माध्यम से नियंत्रित और रोका जा सकता है. बाल गिरने के लिए आयुर्वेदिक उपचार में दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है और यह सर्वोत्तम परिणामों को सालमने लाता है क्योंकि मुद्दों को अंदर से सुधारने के बाद, उन्हें वापस झड़ने से रोकते हैं.

आयुर्वेद और बालों के झड़ने

आयुर्वेद के अनुसार, बाल गिरने शरीर के प्रकार से जुड़ा हुआ है जो हर व्यक्ति में भिन्न होता है और मन व शरीर की संरचना की स्थिरता भी भिन्न होता है. आयुर्वेद द्वारा कथित बालों को हड्डी के गठन का उपज माना जाता है. हड्डियों के विकास के लिए जिम्मेदार टिश्यु हीं बालो के विकास के लिए भी जिम्मेदार होते हैं. आहार, योग, ध्यान और औषधीय हर्बल तेल मालिश आमतौर पर बालो के झड़ने से रोकने के लिए कारगर होते है.

यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनके माध्यम से आयुर्वेद बाल गिरने की समस्या का समाधान करता है:

आहार संशोधन

अपने लाइफ़स्टाइल की आदतों की पहचान करना महत्वपूर्ण है, जो बाल गिरने की समस्याएं पैदा करते हैं. शराब, मांस, कॉफी, चाय और धूम्रपान का सेवन इन बाल झड़ने के लिए जिम्मेदार होते है. बहुत अधिक चिकना, मसालेदार, तेल, खट्टा, तला हुआ और अम्लीय खाद्य पदार्थों के सेवन के कारण बालों के झड़ने को और बढ़ता है.

बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:

  1. अनार, गाजर, पालक और कोकम के ताजा रस पीकर बाल के विकास को बढ़ाया जा सकता है.
  2. तिल के बीज बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि वह मैग्नीशियम और कैल्शियम में समृद्ध होते हैं.
  3. गाय की घी सिर से से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए एक विश्वसनीय उपाय है.
  4. हरी सब्जियां और फल फाइबर में समृद्ध हैं. इसलिए यह बालों के झड़ने से रोकने में मदद करते हैं.
  5. बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए, विटामिन सी, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, सल्फर और जिंक में समृद्ध खाद्य पदार्थों का उपभोग किया जाना चाहिए, जो अनाज, सोयाबीन, मक्खन, नट और दूध में पाए जाते हैं.
  6. योग और ध्यान: उलटा आसन सिर पर रक्त प्रवाह को उत्तेजित करने में मदद करते हैं. इसके अतिरिक्त, चिंता, तनाव को नियंत्रित करने और दिमाग को संतुलित रखने के लिए गहरी सांस लेने के अभ्यास का अभ्यास भी सलाह दी जाती है.
  7. आयुर्वेदिक जड़ी बूटी और औषधीय तेल: भृंगाराजा, ब्रह्मी, आमला, नीम, ऋता और अश्वगंध कुछ आवश्यक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों हैं, जो आवश्यक पोषक तत्वों में समृद्ध हैं.यह तनाव को कम करने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. नारियल के तेल, ब्राह्मी तेल, आमला तेल या सरसों के तेल सहित विभिन्न प्रकार के तेल बाल गिरने को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी होते हैं.

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