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Last Updated: Nov 20, 2024
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इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) : उपचार, प्रक्रिया, लागत और साइड ‎इफेक्ट्स (Treatment, Procedure, Cost and Side Effects)‎

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का उपचार क्या है? इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का इलाज कैसे किया जाता है?‎ इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के इलाज के लिए कौन पात्र (eligible) है? (इलाज कब किया जाता है?)‎ उपचार के लिए कौन पात्र (eligible) नहीं है?‎ क्या कोई भी दुष्प्रभाव (side effects ) हैं? उपचार के बाद दिशानिर्देश (guidelines ) क्या हैं?‎ ठीक होने में कितना समय लगता है? भारत में इलाज की कीमत क्या है?‎ उपचार के परिणाम स्थायी (permanent ) हैं? उपचार के विकल्प क्या हैं?

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का उपचार क्या है?

इस्केमिक हार्ट रोग (Ischemic Heart Disease), जिसे कोरोनरी धमनी रोग (Coronary ‎Artery Disease) भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जो दिल को रक्त की आपूर्ति को ‎प्रभावित करती है। रक्त वाहिकाओं को उनकी दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) के ‎जमाव के कारण संकुचित या अवरुद्ध कर दिया जाता है। इससे हृदय की मांसपेशियों ‎में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों (oxygen and nutrients) की आपूर्ति कम हो जाती है, जो ‎दिल की उचित कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है। अंत में इसका परिणाम दिल के एक ‎हिस्से में अचानक रक्त की आपूर्ति से वंचित हो सकता है जिससे हृदय ऊतक (heart ‎tissue,) के उस क्षेत्र की मौत हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा (heart ‎attack) पड़ता है।

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के प्रमुख जोखिम कारकों में रक्त में ‎धूम्रपान, मधुमेह, और कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर (smoking, diabetes, and high ‎levels of cholesterol in the blood) शामिल हैं। हाइपरकोलेस्टेरोलिया ‎‎(Hypercholesterolemia) वाले लोगों में बीमारी विकसित करने की बहुत अधिक ‎प्रवृत्ति होती है। इसके अतिरिक्त, आनुवांशिक और वंशानुगत कारक (genetic and ‎hereditary factors) भी बीमारी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं, और तनाव अक्सर ‎जोखिम कारक भी होता है।

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के लिए कई प्रकार के उपचार हैं, जिनमें ‎हृदय-स्वस्थ जीवनशैली में परिवर्तन, दवाएं, चिकित्सा प्रक्रियाएं और सर्जरी, और ‎कार्डियक पुनर्वास (heart-healthy lifestyle changes, medicines, medical ‎procedures and surgery, and cardiac rehabilitation) शामिल हैं। उपचार का उद्देश्य ‎रक्त के थक्के के गठन के जोखिम को कम करने में मदद करना है, जो दिल का दौरा ‎कर सकता है, और प्लेक के निर्माण को धीमा करने, रोकने या उलटा करने के प्रयास ‎में जोखिम कारकों को कम करने के लिए। इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart ‎Disease) के लिए उपचार का उद्देश्य किसी भी जटिलताओं (complications) को रोकने ‎का लक्ष्य है जो कोरोनरी हृदय रोग का कारण बन सकता है, साथ ही साथ छिद्रित ‎धमनी को चौड़ा करने या बाईपास करने में मदद करने के लिए, जिससे दिल के दौरे ‎भी हो सकते हैं।

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का इलाज कैसे किया जाता है?‎

कोरोनरी धमनी (coronary artery disease) की इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart ‎Disease) का कई तरीकों से इलाज किया जा सकता है, जिसमें हृदय-स्वस्थ जीवनशैली ‎में परिवर्तन, दवाएं, चिकित्सा प्रक्रियाएं और सर्जरी, और कार्डियक पुनर्वास (heart-‎healthy lifestyle changes, medicines, medical procedures and surgery, and cardiac ‎rehabilitation) शामिल हैं।

हृदय स्वस्थ जीवनशैली में परिवर्तन (Heart healthy lifestyle changes) में भोजन खाने, ‎दिल के लिए स्वस्थ भोजन, तनाव के स्तर का प्रबंधन, स्वस्थ वजन बनाए रखना, ‎नियमित शारीरिक व्यायाम करना, और पीने और धूम्रपान (drinking and smoking) जैसी ‎आदतों को छोड़ना शामिल है। दिल के स्वस्थ आहार (heart healthy diet) का ‎पालन करते समय, रोगी को वसा मुक्त या कम वसा वाले डेयरी उत्पादों जैसे कि वसा ‎मुक्त दूध खाने की सलाह दी जाती है; ओमेगा -3 फैटी एसिड में उच्च मछली; फल, ‎सब्जियां और पूरे अनाज (omega-3 fatty acids; fruits, vegetables and whole grains)। ‎सोडियम (sodium) का सेवन भी प्रतिबंधित होना चाहिए।

स्वस्थ वजन को बनाए रखना समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और यह इस्कैमिक ‎हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के लिए जोखिम को कम कर सकता है। मरीजों ‎को मोटापे से ग्रस्त मरीजों के लिए स्वस्थ बीएमआई स्तर (BMI levels) बनाए रखने के ‎साथ-साथ वजन कम करने और वजन कम करने की आवश्यकता होती है। तनाव का ‎प्रबंधन करना और नियमित शारीरिक गतिविधि (physical activity) में भाग लेना ‎इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) की शुरुआत को रोकने में मदद ‎करने के लिए अतिरिक्त तरीके हैं।

इस्कैमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के इलाज के लिए चिकित्सा ‎प्रक्रियाओं और निश्चितताओं में पेर्कुटियस कोरोनरी इंटरवेन्शन (पीसीआई), और ‎कोरोनरी धमनी बाईपास ग्राफ्टिंग (सीएबीजी) (Percutaneous Coronary Intervention ‎‎(PCI), and Coronary Artery Bypass Grafting (CABG)) शामिल हैं। Percutaneous ‎कोरोनरी हस्तक्षेप (Percutaneous coronary intervention), जिसे आमतौर पर ‎एंजियोप्लास्टी (angioplasty) के नाम से जाना जाता है, एक गैर-विवादास्पद प्रक्रिया ‎‎(nonsurgical procedure) है जो अवरुद्ध या संकुचित कोरोनरी धमनियों (blocked ‎or narrowed coronary arteries) को खोलती है। सीएबीजी (CABG) सर्जरी का ‎एक प्रकार है जिसमें आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों से धमनियों या नसों को प्रभावित ‎संकीर्ण कोरोनरी धमनियों (narrowed coronary arteries) को बाईपास (bypass) ‎करने के लिए उपयोग किया जाता है। अंत में, आपका डॉक्टर एंजिना के लिए या सीएबीजी, एंजियोप्लास्टी या दिल के दौरे ‎‎(angina or after CABG, angioplasty, or a heart attack) के बाद कार्डियक ‎पुनर्वास (पुनर्वास) (cardiac rehabilitation (rehab)) निर्धारित कर सकता है। कोरोनरी ‎हृदय रोग (coronary heart disease) वाले लगभग हर किसी को हृदय संबंधी ‎पुनर्वास (cardiac rehab) से फायदा हो सकता है। कार्डियक पुनर्वसन (cardiac ‎rehab) एक चिकित्सकीय पर्यवेक्षित कार्यक्रम है जो दिल की समस्याओं वाले लोगों के ‎स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करने में मदद कर सकता है।

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के इलाज के लिए कौन पात्र (eligible) है? (इलाज कब किया जाता है?)‎

इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का मतलब है कि चिपकने वाली ‎कोरोनरी धमनियों (coronary arteries) के परिणामस्वरूप दिल की मांसपेशियों को ‎ऑक्सीजन युक्त रक्त (oxygen-rich blood) से वंचित किया जा रहा है। व्यायाम या ‎किसी भी प्रकार की सख्त गतिविधि (strenuous activity) के दौरान छाती के दर्द का ‎अनुभव करने वाले लोग इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) विकसित ‎करने के जोखिम पर हैं, और खुद को डॉक्टर द्वारा जांचने की आवश्यकता है।

उपचार के लिए कौन पात्र (eligible) नहीं है?‎

किसी भी प्रकार की सख्त गतिविधि (strenuous activity) के दौरान भारी या ‎अनियमित श्वास (Heavy or irregular breathing) सामान्य है, और यदि आपको ‎किसी भी छाती के दर्द का अनुभव नहीं होता है, तो खुद को जांचने या इस्किमिक ‎हृदय रोग (ischemic heart disease) के लिए इलाज करने की आवश्यकता नहीं है।

क्या कोई भी दुष्प्रभाव (side effects ) हैं?

इस्कैमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का इलाज करते समय दुष्प्रभाव ‎‎(side effects) आमतौर पर डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं के दुष्प्रभाव (side effects) ‎होते हैं। कोरोनरी हृदय रोग (coronary heart disease) के इलाज के लिए कई प्रकार ‎की दवाओं का उपयोग किया जाता है, जिनमें से प्रत्येक के विभिन्न प्रकार के दुष्प्रभाव ‎‎(side effects) होते हैं। एंटीप्लेटलेट दवाएं (Antiplatelet drugs) दस्त, दांत, या ‎खुजली, पेट दर्द, सिरदर्द, सीने में दर्द, मांसपेशियों में दर्द और चक्कर (diarrhea, ‎rash, or itching, abdominal pain, headache, chest pain, muscle aches, ‎and dizziness) आ सकती हैं। Anticoagulants के दुष्प्रभाव (side effects) त्वचा के ‎खून बह रहा है और necrosis (गैंग्रीन) (bleeding and necrosis (gangrene)) हैं। ‎एंजियोटेंसिन कनवर्टिंग एंजाइम (एसीई) अवरोधकों (angiotensin converting ‎enzyme (ACE) inhibitors) के दुष्प्रभावों (side effects) में खांसी, ऊंचे रक्त ‎पोटेशियम के स्तर (हाइपरक्लेमिया), कम रक्तचाप, चक्कर आना, सिरदर्द, उनींदापन, ‎कमजोरी, असामान्य स्वाद, और दांत (cough, elevated blood potassium levels ‎‎(hyperkalemia), low blood pressure, dizziness, headache, drowsiness, ‎weakness, abnormal taste, and rash) शामिल हैं। वासोडिलेटर (vasodilators) ‎लेने से हल्केपन या चक्कर आना, बढ़ी हुई या अनियमित दिल की दर, या सिरदर्द ‎‎(lightheadedness or dizziness, increased or irregular heart rate, or ‎headache) हो सकता है। कैल्शियम चैनल अवरोधकों (calcium channel ‎blockers) के दुष्प्रभावों (side effects) में कब्ज, मतली, सिरदर्द, दांत, एडीमा, कम ‎रक्तचाप, उनींदापन और चक्कर (constipation, nausea, headache, rash, ‎edema, low blood pressure, drowsiness, and dizziness) आना शामिल है। ‎एंटी-एरिथमिक्स (Anti-arrhythmics) चक्कर आना, धुंधली दृष्टि, एनोरेक्सिया, ‎असामान्य स्वाद, थकान, मतली और उल्टी (dizziness, blurred vision, anorexia, ‎unusual taste, fatigue, nausea and vomiting) हो सकती है।

उपचार के बाद दिशानिर्देश (guidelines ) क्या हैं?‎

इस्कैमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का इलाज एक बार की प्रक्रिया ‎नहीं है। अपनी जीवनशैली (lifestyle) को बदलने और हृदय स्वस्थ भोजन में शामिल ‎होने के अलावा, भले ही आपके डॉक्टर ने बीमारी के इलाज में मदद के लिए शल्य ‎चिकित्सा प्रक्रियाएं (surgical procedures) की हैं, इसके बाद भी इसका पालन ‎करना बहुत महत्वपूर्ण है। दिल की विफलता या एरिथमिया (heart failure or ‎arrhythmias) सहित किसी भी जटिलताओं के लिए एक नजर रखें। इसके अलावा, ‎रोगियों को कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप और मधुमेह नियंत्रण (cholesterol levels, ‎blood pressure, and diabetes control) जैसे जोखिम कारकों पर नजर रखने की ‎आवश्यकता होती है। सुनिश्चित करें कि आप अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा योजना ‎का पालन करें। अगर आपको छाती में दर्द या श्वास की कमी (chest pain or ‎shortness of breath) जैसी नई या खराब लक्षणों में समस्या हो रही है तो तनाव ‎परीक्षण का आदेश दें।

ठीक होने में कितना समय लगता है?

यदि आपके डॉक्टर ने केवल आपके हृदय रोग के इलाज के लिए जीवनशैली ‎‎(lifestyle) में बदलाव और दवाएं निर्धारित की हैं, तो इस तरह के कोई रिकवरी का ‎समय नहीं है। लेकिन अगर आपको सर्जिकल उपचार करना पड़ता है, तो सीएबीजी या ‎पीसीआई (CABG or PCI) के बाद पूरी तरह से रिकवरी 12 से 15 सप्ताह या उससे भी ‎ज्यादा समय लेती है।

भारत में इलाज की कीमत क्या है?‎

जबकि जीवनशैली (lifestyle) में परिवर्तनों के लिए किसी भी पैसे की आवश्यकता ‎नहीं होती है, दवाइयों या सर्जिकल प्रक्रियाओं (surgical procedures) के माध्यम से ‎इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) का उपचार एक महंगा उपचार है, ‎और लागत 2 लाख से 10 लाख है।

उपचार के परिणाम स्थायी (permanent ) हैं?

यदि आपके डॉक्टर ने रोगी के लिए दवाएं निर्धारित की हैं, और उसे उचित और स्वस्थ ‎जीवनशैली (healthy lifestyle) बनाए रखने के लिए कहा है, तो यह वास्तव में रोगी ‎को यह सुनिश्चित करने के लिए है कि वे फिर से इस्किमिक हृदय रोग (Ischemic ‎Heart Disease) के लक्षण विकसित नहीं करते हैं। यदि रोगी को इस्किमिक हृदय ‎रोग (Ischemic Heart Disease) के लिए शल्य चिकित्सा हो गई है, तो परिणाम आम ‎तौर पर स्थायी होते हैं, जब तक कि रोगी अपनी पिछली अस्वास्थ्यकर जीवन शैली ‎‎(unhealthy lifestyle) में वापस न जाए, और दवाओं पर आगे बढ़ने में विफल रहता ‎है और डॉक्टर के आगे दौरा करता है।

उपचार के विकल्प क्या हैं?

हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) उपचार हमेशा सर्जरी की आवश्यकता नहीं ‎है। कोरोनरी धमनी रोग (coronary artery disease), जैसे हृदय-स्वस्थ जीवनशैली में ‎परिवर्तन, स्वस्थ वजन को बनाए रखने में मदद करने के लिए अन्य विधियां हैं। तनाव ‎का प्रबंधन करना और नियमित शारीरिक गतिविधि (physical activity) में भाग लेना, ‎साथ ही साथ धूम्रपान और पीने जैसी आदतों को छोड़ना। आईसीकेमिक हृदय रोग ‎‎(Ischemic Heart Disease) का इलाज करने के लिए पीसीआई और सीएबीजी (PCI ‎and CABG) जैसी सर्जिकल प्रक्रियाएं (Surgical procedures) हमेशा अंतिम उपाय ‎होती हैं।

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