लिपोमा क्या होता है?
लिपोमा वसा की एक गांठ है जो आपके शरीर के कोमल ऊतकों में बढ़ती है। हालांकि इसे ट्यूमर के रूप में वर्गीकृत किया गया है, पर यह आमतौर पर हानिरहित होता है। यह आपकी त्वचा के नीचे बनने वाला सबसे आम ट्यूमर है। ये अकसर अपने ऊपरी शरीर, बाहों या जांघों में होते हैं। कई लोगों में ये माथे पर भी देखे जा सकते हैं।
लिपोमा के प्रकार (lipoma Ke Prakaar)
लिपोमा कई प्रकार के होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
इस प्रकार को लिपोमा में वसा और रक्त वाहिकाएं होती हैं। एंजियोलिपोमा अक्सर दर्दनाक होते हैं।
यह लिपोमा का सबसे आम प्रकार है। एक पारंपरिक लिपोमा में सफेद वसा कोशिकाएं होती हैं। सफेद वसा कोशिकाएं ऊर्जा का भंडारण करती हैं।
इस प्रकार के लिपोमा का निर्माण वसा और रेशेदार ऊतक के कारण होता है।
इस तरह के लिपोमा में ब्राउन फैट होता है। अधिकांश लिपोमा में सफेद वसा होती है। ब्राउन फैट कोशिकाएं गर्मी उत्पन्न करती हैं और शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
इन लिपोमा में वसा और ऊतक होते हैं जो रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करते हैं।
इन लिपोमा में वसा कोशिकाएं चौड़ी होने की तुलना में लंबी होती हैं।
इन लिपोमा में विभिन्न आकार की वसा कोशिकाएं होती हैं।
लिपोमा होने के लक्षण (lipoma Ke Lakshad)
- लिपोमा अधिकतर छोटे, मुलायम होते हैं और गांठ के रूप में दिखाई देते हैं। वे आम तौर पर 2 इंच से कम चौड़े होते हैं। एक व्यक्ति के एक से अधिक लिपोमा हो सकते हैं। ये अधिकतर कंधों, छाती, बांहों, पीठ, जांघों, कूल्हों या माथे पर होते हैं।
- जब आप लिपोमा को दबाते हैं, तो यह मुलायम महसूस हो सकता है। उंगली से हिलाने पर यह अपनी जगह से हिल भी सकता है। इनसे आम तौर पर कोई दर्द नहीं होता है लेकिन अगर ये नसों से टकरा जाएं तो दर्द का कारण बन सकते हैं।
लिपोमा होने के कारण (lipoma Hone Ke Kaaran)
- यह स्पष्ट नहीं है कि लिपोमा क्यों होते हैं । हालांकि मध्यम आयु वर्ग के पुरषों और महिलाओं में ये अधिक पाए जाते हैं।कई बार ये अनुवांशिक भी हो सकते हैं यानी परिवार के कई सदस्यों को ये हो सकते हैं। लिपोमा अक्सर चोट लगने के बाद दिखाई देते हैं। हालांकि ये ज्ञात नहीं है कि वे चोट के कारण उभरे हैं।
- मैडेलुंग नाम की एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित लोगों में अकसर हो सकते हैं।इसके अलावा डर्कम डिज़ीज़, गार्डनर सिंड्रोम, हेरेडिटरी मल्टीपल लिपोमाटोसिस जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों में ये अकसर देखे जाते हैं।
लिपोमा की लिपोमा के दौरान आपका खान-पान (Aapki Diet lipoma Lipoma ke Dooran)
- यदि संभव हो तो ऑर्गैनिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इन खाद्य पदार्थों में कम प्रिज़र्वेटिव्ज़ और एडिटिव्ज़ होते हैं, जो लिपोमा के वसायुक्त ऊतकों से विषाक्त पदार्थों को निकालने में लीवर की सहायता कर सकते हैं।
- फलों और सब्जियों से भरपूर आहार आपके रक्त से वसा को कम करने के लिए आवश्यक है क्योंकि वे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। चमकीले रंग के फल और सब्जियां जैसे ब्लूबेरी, आलूबुखारा, हरी पत्तेदार सब्जियां, स्क्वैश, बेल मिर्च आदि विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं और इनमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं।ये शरीर को साफ करने के साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण में मदद करते हैं। ताजी सब्जियों और फलों के रस भी पोषण में वृद्धि करते हैं और सर्कुलेटरी सिस्टम की सफाई करते हैं।
- लिपोमास से छुटकारा पाने के लिए मछली का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि इनमें ओमेगा थ्री फैटी एसिड और उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन होते हैं।ये आपके शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं और त्वचा के नीचे वसायुक्त ऊतकों के विकास को भी सीमित करते हैं। सैल्मन और टूना मछली ओमेगा3 फैटी एसिड के उत्कृष्ट स्रोत हैं जो विटामिन बी12 में भी उच्च हैं।
- रेड मीट डाइट में कमी भी फायदेमंद है क्योंकि इससे वसा का संचय होता है। रेड मीट के बजाय आप चिकन, टोफू और बीन्स का सेवन कर सकते हैं जो सेहतमंद होते हैं और इनमें उच्च स्तर का प्रोटीन भी होता है।
- अधिक पानी पीना आपके शरीर और समग्र स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह लिपोमा को कम करने के साथ ही भविष्य में दौबारा होने से रोकता है।
- बेकिंग सोडा के साथ नींबू के रस का सेवन भी स्वस्थ होता है और रक्त से शर्करा और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
- सूजन को कम करने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से लाभ होता है जैसे एवोकाडो, हल्दी, अदरक, प्याज, लहसुन, नट्स, पालक और जैतून का तेल ।
लिपोमा होने पर इन चीजों से करें परहेज (lipoma hone par en cheezo se kare parhez)
- लिपोमा वसायुक्त ऊतक के कारण होता है इसलिए सबसे पहले वसायुक्त खाद्य पदार्थों में कमी लाना आपके लिए सहायक हो सकता है।
- डेयरी और डेयरी उत्पादों जैसे आइसक्रीम, मक्खन, क्रीम आदि से परहेज करना वसा संचय की मात्रा को कम करने में सहायक होता है जिससे लिपोमा हो सकता है।
- इसके अलावा, चीनी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे चॉकलेट, जंक फूड कृत्रिम मिठास आपके शरीर में अधिक वसा जोड़ते हैं। रक्तप्रवाह में मौजूद चीनी वसा में परिवर्तित हो जाती है और त्वचा के नीचे जमा हो जाती है, इसलिए लिपोमा के संभावित गठन को रोकने के लिए शर्करा युक्त खाद्य पदार्थों से छुटकारा पाना बहुत महत्वपूर्ण है।
- अपने आहार में प्रोसेस्ड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों को सीमित करने से शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण कम होगा।
- शराब से परहेज करें। शराब पीने से कई लिपोमा विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए शराब के सेवन से बचें।
लिपोमा होने पर क्या करे (lipoma Hone par kya kare)
- लिपोमा फैट से बनी गांठें होती हैं इसलिए आमतौर पर अपने आहार में परिवर्तन कर के आप इससे बचाव कर सकते हैं। हरी सब्ज़ियां फलों का सेवन करें
- सर्जरी के बाद देखभाल के लिए आमतौर पर 1-3 दिनों के लिए दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं।इन्हें नियमित रूप से लेते रहें।
- डॉक्टर की सलाह से समय-समय पर आइस पैक से सिंकाई भी कर सकते हैं।
- सर्जरी के बाद लगभग एक सप्ताह तक आराम करें।
- सर्जरी के बाद घाव भरने तक पीठ के बल ही लेटकर सोएं।
- सर्जरी के बाद डॉक्टर की सलाह लेकर ही नहाएं।नहाते समय टांकों को भीगने ना दें।
लिपोमा होने पर क्या ना करे (lipoma hone par kya Na Kare)
- भारी भरकम व्यायाम से तब तक बचना चाहिए जब तक आपका सर्जिकल घाव ठीक नहीं हो जाता है।
- शराब से दूर रहें क्योंकि कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जो शराब पीने से होती हैं उनमें लिपोमा होने का जोखिम अधिक होता है।
लिपोमा को घर पर ठीक कैसे करे (Home Remedy for lipoma) Treatment in Hindi)
अलसी और नीम
अलसी औऱ नीम जैसे प्राकृतिक तेल लिपोमा में कारगर हैं। नीम का तेल एक एंटीसेप्टिक के रूप में कार्य करता है, जो आपकी त्वचा को संक्रमण से बचाता है। बहुत लंबे समय से इसका उपयोग लिपोमा में राहत देने के लिए किया जाता रहा है।अलसी के तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड पाए जाते हैं और ये लिपोमा से पैदा होने वाली सूजन के खिलाफ फायदेमंद होते हैं। आप नीम और अलसी के बीजों से तेल बना सकते हैं या दुकान से तेल खरीद सकते हैं।
काली मिर्च
काली मिर्च एक ऐसा तत्व है जो वजन प्रबंधन के लिए लोकप्रिय रूप से इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह लिपोमा के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार माना जाता है। एक चम्मच काली मिर्च, एक चम्मच नीम का तेल या अलसी का तेल लें और आप वैकल्पिक रूप से ठंडी चाय का उपयोग करके पेस्ट बना सकते हैं और इसे सीधे गांठ पर लगा सकते हैं।
हल्दी लगाएं
लिपोमा ऑइंटमेंट बनाने के लिए हल्दी को नीम के तेल या अलसी के तेल के साथ मिलाएं। इन सभी पदार्थों में एंटी इंफ्लेमेटरी और चिकित्सकीय गुण होते हैं। इन्हें मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें और इसे गांठ पर लगाएं।
तेज पत्ता
आधा चम्मच तेज़ पत्ते के पाउडर में 2 से 3 चम्मच नीम और अलसी का तेल मिलाकर गांठ पर लगाएँ.
थुजा ऑक्सीडेंटलिस
इसे पूर्वी सफेद देवदार के रूप में भी जाना जाता है।ये एक प्रभावशाली , एंटीऑक्सिडेंट,एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीकैंसर युक्त पौधे के रूप में जाना जाता है। होम्योपैथिक चिकित्सा में इसका व्यापक रूप से उपयोग क्यों किया जाता है।थूजा का उपयोग कभी-कभी त्वचा पर असामान्य वृद्धि जैसे मस्से के इलाज के लिए किया जाता है। यह वसायुक्त गांठ जैसे लिपोमा को भंग करने में मददगार साबित हो सकता है।इसे इस्तेमाल करने के लिए थूजा के अर्क को थोड़े से पानी में मिलाएं। इस पेस्ट को लिपोमा पर दिन में तीन बार तब तक लगाएं जब तक गांठ घुल न जाए।
एसेंशियल ऑयल
लिपोमा के इलाज में कई एसेंशियल ऑयल कारगर हो सकते हैं। उदाहरण के लिए अदरक का एसेंशियल ऑयल, लौंग का एसेंशियल ऑयल, अंगूर का एसेंशियल ऑयल, जीरे का एसेंशियल ऑयल, दालचीनी का एसेंशियल ऑयल आदि।इन सभी तेलों में शरीर की चर्बी के साथ-साथ ट्यूमर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता होती है। इस प्रकार, वे लिपोमा की गांठ को कम करने में मदद करते हैं।
लिपोमा के इलाज (lipoma Ke Ilaaj)
चूंकि लिपोमा हानिकारक नहीं होते हैं, इसलिए डॉक्टर अक्सर उन्हें वैसे ही छोड़ देने की सलाह देते हैं । हालांकि आपको इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि किसी लिपोमा में दर्द तो नहीं हो रहा है। कुछ लोग शरीर पर लिपोमा के कारण खुद को आकर्षक महसूस नहीं करते और उसे निकलवाना चाहते हैं।
अन्य संभावित उपचारों में शामिल हैं स्टेरॉयड देना। इस प्रकार की दवा लिपोमा को सिकोड़ने में मदद कर सकती है।
कुछ मामलों में लिपोमा खतरनाक हो सकते हैं और इन्हें निकलवाना आवश्यक हो जाता है। सर्जरी से पहले डॉक्टर आपकी बायोप्सी कर सकते हैं। इसमें डॉक्टर गांठ से कोशिकाओं का एक छोटा सा नमूना लेकर कैंसर के लक्षण देखने के लिए उसकी जांच करते हैं।
इसके अलावा कुछ और जांचें भी कराई जा सकती हैं जैसे-
- अल्ट्रासाउंड स्कैन
- एमआरआई स्कैन
- सीटी स्कैन
कुछ लोगों में लिपोमा में कैंसर पाया जाता है ।ऐसे में लिपोमा को निकालना ज़रूरी हो जाता है। इसके अलावा अगर लिपोमा आकार में काफी बड़ा है ,तेजी से बढ़ रहा है, दर्द और बेचैनी जैसे परेशान करने वाले लक्षण पैदा कर रहा है, शरीर के सामान्य कार्यों में बाधा डाल रहा है या फिर कॉस्मेटिक कारणों से परेशानी का कारण बन रहा है तो इसे सर्जरी से निकालना ही उचित है।
सर्जरी की प्रक्रिया
- एक तरीका यह है कि त्वचा में एक छोटा सा चीरा लगाया जाए और फिर लिपोमा को निकाल लिया जाए। प्रक्रिया के दौरान व्यक्ति को आमतौर पर लोकल एनेस्थीयिसा दिया जाता है और रोगी उसी दिन घर लौटने में सक्षम होता है।
- बड़े लिपोमा को पूरी तरह से हटाने के लिए डॉक्टर को अधिक महत्वपूर्ण चीरा लगाने की आवश्यकता हो सकती है। लिपोसक्शन का उपयोग करके कुछ लिपोमा को हटाना भी संभव है। ऐसा करने के लिए, डॉक्टर को गांठ को काटकर और चीरे के माध्यम से एक पतली, खोखली ट्यूब अंदर डालते हैं । वे तब शरीर से वसा कोशिकाओं के द्रव्यमान को चूसने के लिए ट्यूब का उपयोग करते हैं।
- सर्जरी के बाद, डॉक्टर आमतौर पर लिपोमा से निकली सामग्री को विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भेजते हैं। घाव ठीक हो जाने के बाद इस प्रकार के ऑपरेशन अक्सर एक छोटा सा निशान छोड़ देते हैं।
लिपोमा के इलाज की लागत (lipoma ke Ilaaj ka Kharcha)
निष्कर्ष
लिपोमा हानिरहित, फैटी ट्यूमर होते हैं जो त्वचा के नीचे बन सकते हैं। वे आमतौर पर दर्द रहित होते हैं और इन्हें उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, अगर इसके कारण कोई दर्द या अन्य लक्षण पैदा हो रहा है, या व्यक्ति कॉस्मेटिक कारणों से इससे छुटकारा पाना चाहता है, तो एक डॉक्टर सर्जरी के माध्यम से लिपोमा को हटा सकते हैं।