Last Updated: Jan 10, 2023
पोटेशियम एक आवश्यक खनिज है, जिसे इलेक्ट्रोलाइट के रूप में जाना जाता है. इलेक्ट्रोलाइट्स आपके शरीर में आयनिक को संतुलन बनाए रखने में मदद करती है. अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स सोडियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, क्लोराइड हैं. इन इलेक्ट्रोलाइट्स में एक इलेक्ट्रिक चार्ज होता है, जो आपके स्वास्थ्य तंत्र की इलेक्ट्रिकल गतिविधि का प्रबंधन करता है. पोटेशियम शरीर की मांसपेशियों को ठीक से काम करने में मदद करता है. साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी रेगुलेट करता है. यह स्वस्थ दिल के लिए महत्वपूर्ण होता है.
पोटेशियम की कमी एक चिकित्सा स्थिति है, जिसे हाइपोकैलेमिया कहा जाता है. मानव शरीर में पोटेशियम का सामान्य स्तर 3.5-5.0 एमएमओएल / एल के बीच होना चाहिए. पोटेशियम की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, तंत्रिका विकार, हृदय की समस्या आदि गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. किडनी मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त पोटेशियम को हटाकर पोटेशियम संतुलन का प्रबंधन करता है.
पोटेशियम की कमी के कारण:
- आहार में पोटेशियम की कमी
- डिहाइड्रेशन
- दस्त
- बहुत ज्यादा पसीना
- कई दवाओं का सेवन भी पोटेशियम की कमी का कारण बनती हैं
पोटेशियम की कमी के संकेत:
- दिनचर्या के काम करने में थकावट: पोटेशियम सक्रिय रूप से काम करने के लिए मांसपेशियों के लिए जिम्मेदार होता है. प्रभावी ढंग से काम करने के लिए प्रत्येक सेल को पोटेशियम की आवश्यक मात्रा की आवश्यकता होती है. इसीलिए पोटेशियम की थोड़ी सी कमी आपको पूरे दिन थका सकती है. यदि आपका सामान्य कामकाजी दिनचर्या आपको थका देता है और पसीना ज्यादा पड़ता है, तो आपको हाइपोकैलेमिया से पीड़ित हो सकते है.
- हाई ब्लड प्रेशर: ब्लड वेसल्स को शिथिल में मदद करके पोटेशियम ब्लड प्रेशर को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पोटेशियम की कमी रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर सकता है, जिसके कारण आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है.
- मांसपेशी कमजोरी: पोटेशियम मांसपेशियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है. पोटेशियम की कमी के कारण मांसपेशियों की कमजोरी, दर्द और स्पैम हो सकती है.
- अनियमित दिल की धड़कन: आप अक्सर दिल की समस्या को लेकर डर जाते है. विशेष रूप से जब आपका हार्ट रेट अचानक कम हो जाती है या हार्ट रेट डबल हो जाती है. पोटेशियम के कमी ऐसे पल्पिटेशन्स का कारण बनता है.
- चक्कर आना: आपके शरीर में पोटेशियम की कमी से आपकी हृदय गति धीमी हो सकती है. जिससे आपको चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस होता है. यद्यपि कई अन्य चिकित्सीय स्थितियां भी ऐसे लक्षणों के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं, लेकिन हाइपोकैलेमिया उनमें से एक है.
- कब्ज: पोटेशियम की कमी आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. आपको सूजन, पेट में खिंचाव आदि जैसे समस्या हो सकती हैं.
- सुन्न होना और झुनझुनी: पोटेशियम आपके तंत्रिकाओं को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पोटेशियम की कमी से सुन्न, पैरो और कलाई में सुई चुभने जैसा अनुभव कर सकते हैं.
ये सारी समस्या आपको हाइपोकैलेमिया से पीड़ित होने का संकेत देता है. हाइपोकलेमिया के कारण आप बहुत ज्यादा बीमार महसूस कर सकते है. यह ऊपर चर्चा की गयी बीमारियों का कारण भी बनता है. इन उपरोक्त लक्षणों में से किसी एक भी महसूस करते है, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे. एक विशेषज्ञ से परामर्श लें और अपने सवालों के जवाब प्राप्त करे.