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क्या आप भी प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस(त्वचा रोग) से पीड़ित है?

Written and reviewed by
Dr. Manju Keshari 88% (111 ratings)
MBBS, MD - Dermatology , Venereology & Leprosy
Dermatologist, Ghaziabad  •  31 years experience
क्या आप भी प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस(त्वचा रोग) से पीड़ित है?

चार प्रकार के प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस(त्वचा रोग) होते हैं: पशु, प्रोटीलाइटिक एंजाइम, पौधे, और आटा. इसके लिए जोखिम कारक प्रोटीन एलर्जेंस, एटॉपी, और क्रोनिक डार्माटाइटिस शामिल हैं. प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस के लिए प्रस्तावित कई सिद्धांत हैं. कई वैज्ञानिकों का मानना है कि यह टाइप 1 अतिसंवेदनशीलता के कारण होता है.

कुछ लोगों का मानना है कि यह टाइप 1 और टाइप 4 अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रियाओं के परिणाम हैं. कई लोग यह भी मानते हैं कि यह मध्यस्थ इम्यूनोग्लोबुलिन ई अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रिया के कारण होता है. इस मॉडल के समर्थन के लिए उपर्युक्त इन तीनो सिद्धांतों को पर्याप्त प्रमाणों का समर्थन किया गया है. इस संक्रमण के लिए कोई विशेष यौन या नस्लीय पूर्वाग्रह ज्ञात नहीं है. लोग किसी भी उम्र में प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस से प्रभावित हो सकते हैं.

प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस के लिए जिम्मेदार प्रोटीन:

प्रोटीन के चार सेगमेंट होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस हो सकता है.

  1. पहले सेगमेंट में मसाले, फल, पौधे और सब्जियां शामिल हैं. यह आमतौर पर खाद्य विक्रेताओं, गार्डनर्स, कैटरर्स आदि में पाया जाता है. प्रोटीन का स्रोत मगगॉर्ट, शतावरी, गाजर, सोया, आड़ू, सेम, सेब और मूंगफली से आता है.
  2. दूसरा सेगमेंट पशु प्रोटीन से संबंधित है. इसमें कसाई, किसान, खाना पकाने वाले और पशु चिकित्सक शामिल हैं. जो लोग जानवरों की आंत से कॉन्टैक्ट में आते हैं, वे इस बीमारी से ग्रसित होने की अधिक संभावना रखते हैं. प्रोटीन का स्रोत गाय का रोम, ब्लड, स्क्विड, कीड़े, अंडे की जर्दी, मैगोट्स, कीड़े और मीट से आता है.
  3. प्रोटीन कांटेक्ट डार्माटाइटिस का तीसरा सेगमेंट बेकर्स के बीच बहुत आम है. डार्माटाइटिस का एक रूप ध्यान में रखा जाता है. यह आटा से जुड़े प्रोटीन, राई और गेहूं हैं. इससे बचने के लिए उत्तरार्द्ध से दूर रहना जरूरी है.
  4. चौथा सेगमेंट प्रोटीलोइटिक एंजाइम से जुड़े प्रोटीन का परिणाम होता है. प्रोटीन कॉन्टैक्ट डार्माटाइटिस का यह रूप ज्यादातर एंजाइम फैक्ट्री, बेकर्स, दवा कंपनी के वर्कर, साबुन फैक्ट्री के वर्कर के बीच दिखाई देता है. मरीजों को ज्यादातर इस सेगमेंट में श्वसन लक्षणों से पीड़ित हैं. कुछ एंजाइम जो प्रोटीन कॉन्टैक्ट त्वचा के इस सेगमेंट के लिए ज़िम्मेदार हैं, उनमें लैक्टेज, एमिलेज़, और ग्लूकोमाइलेज शामिल हैं.

लक्षण और निदान:

प्रोटीन कॉन्टैक्ट डर्माटाइटिस एलिफेनिफिकेशन, एरिथेमेटस पैपुल्स, और डार्माटाइटिस से प्रभावित फोरआर्म्स जैसे लक्षणों को दिखाता है. कभी-कभी उंगलियां भी प्रभावित होता है. डॉक्टर एक पैच टेस्ट के साथ प्रिक और स्क्रैच टेस्ट निर्धारित कर सकता है. अन्य टेस्ट में फंगल टेस्ट, ओपन एप्लीकेशन टेस्टिंग, रेडियोलर्जोसोरबेंट टेस्ट ,इमेज स्टडी और बायोप्सी शामिल हैं.

प्रोटीन कॉन्टैक्ट त्वचा रोग से बचने का समाधान प्रोटीन के कारण होने वाले रोग से दूर रहना है. अल्पावधि राहत के लिए, डॉक्टर कॉर्टीकोस्टेरॉइड्स और एंटीहिस्टामाइन निर्धारित कर सकता है. रोगी को अस्पताल में भर्ती होना भी पड़ सकता है यदि बीमारी का गंभीरता स्तर इतना अधिक हो कि रोगी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संकट और एंजियोएडेमा से पीड़ित है. दवा में एंटीहिस्टामाइन और क्लोबेटासोल प्रोपियोनेट का मौखिक खुराक शामिल है.

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