प्रायः कई रोगी जो अपने आँख धोते है, वह अपने पूर्वजों या अन्य परिवार के सदस्यों और दोस्तों की आदतों से सीख कर करते है.
क्या यह आवश्यक है?
आंखों को साफ करने, धूल / गंदगी को हटाने, गर्म मौसम में ठंडा महसूस करने के लिए पानी से आंखों को धोया जाता है.
तथ्य यह है कि, हमारी आँखे हर मिनट 12 से 16 बार आंशुओ की मदद से खुद ही साफ़ कर लेते है. इसीलिए इस अतिरिक्त साफ़ करने की जरूरत नहीं है. गर्म मौसम में ठंडा महसूस करने के लिए, आप अपनी आंखों बंद कर के चेहरे को साफ कर सकते है.
क्या आँख धोने में कोई नुकसान है?
हाँ. आंसू तरल पदार्थ की आंख की सतह के लिए एक विशेष संरचना अनुकूल है. इसकी पीएच,परासारिता, रोगणुरोधी गुण ,आदि आंखों में पानी या ड्राप डालकर ठीक किया जाता है. ओवरहेड टैंक से नीचे आने वाले पानी को टैप या वॉश बेसिन में गंभीर प्रकृति के बैक्टीरिया, कवक, परजीवी आदि हो सकते हैं. इसमें अन्य अशुद्धता भी हो सकती है. आंखों के संक्रमण या जलन का खतरा भी हो सकता है.
क्या आँखों का धोना सही नहीं है?
एकमात्र समय जब आंख को पानी से धोया जाना चाहिए, वह केमिकल तरल को आंख में गिरना के बाद सोडियम क्लोराइड या पानी से धोया जाना चाहिए. किसी डॉक्टर से संपर्क करने से पहले हि अपने प्रभावित आंख को पानी से धो लें. यदि आपको कोई चिंता या प्रश्न है तो आप हमेशा एक विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं और अपने सवालों के जवाब प्राप्त कर सकते हैं.
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