सारांश- इयर सर्जरी को ओटोप्लास्टी भी कहते हैं। कुछ लोगों के कान का आकार जन्म से ही सही नहीं होता है, या फिर उम्र के साथ आता है। ऐसी स्थिति में उसे कान की सर्जरी द्वारा ठीक किया जा सकता है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए ईयर पिनिंग सर्जरी उपयुक्त नहीं होती है।
इयर सर्जरी अकसर वे लोग करवाते हैं जो अपने कानों के आकार से संतुष्ट नहीं होते। कानों के असामान्य के कारण ये लोग खुद को असहज महसूस करते हैं। इनके आसपास के लोग भी इन्हें इस कारण से अजीब दृष्टि से देखते हैं या इनसे घुलने मिलने में कतराते हैं।
ऐसे लोग अक्सर कानों के असामान्य आकार की शर्मिंदगी को कम करने के लिए कानों की सर्जरी करवाते हैं। कुछ बच्चे बिना बाहरी कानों के या छोटे बड़े कानों के साथ पैदा होते हैं। उनके माता पिता बच्चे को सामान्य महसूस करवाने के लिए ओटोप्लास्टी का विकल्प चुनते हैं।
सारांश- कुछ लोग अपने कान के आकार से असंतुष्ट होते हैं। अगर बच्चों के साथ ऐसा हो तो ऐसे बच्चों के साथ दूसरे बच्चे दोस्ती नहीं करना चाहते और बच्चे भेदभाव का शिकार हो जाते हैं। ऐसे बच्चे या व्यस्क कान की सर्जरी कराते हैं।
इयर सर्जरी कानों के बाहरी हिस्से को फिर से आकार देती है, जिससे वे सिर के करीब लाए जाते हैं। इयर सर्जरी कराने से कई लाभ होते हैं-
सारांश – इयर सर्जरी कान को आकार देती है। इयर लोब के आकर, साइज या फिर कान ही ना बने हो तो इयर सर्जरी से लाभ होता है। इसके अलावा लाप इयर कप्ड इयर में भी ये सर्जरी फायदेमंद है।
कान सर्जरी आम तौर पर भी समान्य होती है पर इसके भी कुछ जोखिम हैं। इसके संभावित जोखिमों में शामिल हैं:
सारांश - कान की सर्जरी के जोखिमों में सूजन से लेकर संक्रमण तक शामिल हैं। इसके साथ ही एलर्जी, एनेस्थीसिया का जोखिम, संतुलन में कमी, खून के थक्के जैसे दुष्प्रभाव और बार-बार सर्जरी की जरुरत पड़ सकती है।
सर्जरी से लगभग एक महीने पहले आपको नमक, चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे सफेद आटा और सफेद चावल का सेवन कम कर देना चाहिए। ये सभी खाद्य पदार्थ सूजन को बढ़ा सकते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकते हैं।
कान की सर्जरी की प्रक्रिया आमतौर पर सुरक्षित होती है पर इसे तीन चरण में बांटा जा सकता है। पहला सर्जरी के पहले का चरण, दूसरा सर्जरी का चरण और तीसरा सर्जरी के बाद का चरण या देखभाल। तीनों का सफल और सुनियोजित होना जरुरी है।
इयर सर्जरी आमतौर पर हफ्तों या महीनों पहले निर्धारित की जाती है। ऐसे में आप उन खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाकर अपने लाभ के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं जिनमें पोषक तत्व आपके शरीर को ठीक होने के लिए आवश्यक हैं।
प्रोटीन
प्रोटीन नई रक्त कोशिकाओं और कोलेजन के निर्माण में आवश्यक पोषक तत्व है। कोलेजन त्वचा, मांसपेशियों, टेंडन और हड्डियों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी प्रोटीन महत्वपूर्ण है।इसके लिए मछली, अंडे, चिकन, , टोफू, कम वसा वाले दही, नट्स, क्विनोआ और बीन्स जैसे खाद्य पदार्थ सभी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
फल और सब्जियां
पानी
दिन में कम से कम 4 लीटर पानी पिएं।
बिना चीरे के कान की सर्जरी
इस नई तकनीक में त्वचा में कट नहीं लगाया जाता है।इसमें कान के कार्टिलेज को अधिक लचीला बनाने के लिए उसकी सतह में एक सुई डालना शामिल है। इसे टांके का उपयोग कान को उसके नए आकार में रखने के लिए या कान के पीछे की हड्डी में कार्टिलेज को ठीक करने के लिए किया जाता है।
कान की सर्जरी कैसी होगी यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस वजह से सर्जरी करा रहे हैं। कारण की वजह से कान की सर्जरी में निम्न प्रक्रिया अपनाई जा सकती है –
इयर ऑग्मेंटेशन
कुछ लोगों के कान बहुत छोटे होते हैं या पूरी तरह विकसित नहीं हो पाते हैं। ऐसी स्थिति में उनके कानों को सही आकार देने के लिए इयर ऑग्मेंटेशन की प्रक्रिया की जाती है।
इयर पिनिंग
कुछ लोगों के कान बाहत की तरफ निकले हुए होते हैं जो देखने में अनाकर्षक लगते हैं।इयर पिनिंग के माध्यम से उनके कानों को सिर के करीब खींचकर आकार सुदारा जाता है।
इयर रिडक्शन
ये उन लोगों के लिए है जिन्हें मैक्रोटिया होता है। इस स्थिति में कानों का आकार सामान्य से बड़ा होता है। इस सर्जरी के माध्यम से कानों के आकार को छोटा कर सामान्य अनुपात में लाया जाता है।
कान की सर्जरी के बाद कई ऐसी सावधानियां हैं जिनका ध्यान रखना पड़ सकता है। इन सावधानियों में शामिल हैं -
अपना सिर ऊंचा रखें
उचित रक्त प्रवाह बनाए रखने के लिए, प्रक्रिया के बाद पहले कुछ हफ्तों तक अपने सिर को जितना संभव हो उतना ऊंचा रखना होगा। इससे सूजन और लालिमा का खतरा कम होगा।
सिर को ठंडा और सूखा रखें
सर्जरी के बाद कान में पट्टियां बांधी जाएंगी इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि रिकवरी के दौरान अपने सिर को ठंडा और सूखा रखें। अत्यधिक गर्मी से दूर रहें और ब्लो ड्रायर या किसी अन्य गर्म हेयर स्टाइलिंग टूल का उपयोग न करें। यदि आपके कान बहुत अधिक गर्म होने लगते हैं या आपको सूजन से कोई असुविधा महसूस होती है, तो आप समय-समय पर एक आइस पैक लगा सकते हैं लेकिन इसे बहुत देर तक न करें।
निर्देशानुसार दवाएं लें
सुनिश्चित करें कि आप चिकित्सक द्वारा दी गई दवाओं को नियमित रूप में ले रहे हैं।
क्रीम समय से लगाते रहें
आपका डॉक्टर आपको घाव पर लगाने की क्रीम भी देंगे जिसे आप कानों में लगे टांकों पर लगाएंगे। सुनिश्चित करें कि मरहम लगाते समय आपके हाथ साफ हों और जलन और संक्रमण से बचने के लिए आप इसे बहुत सावधानी से करें।
स्वस्थ आहार बनाए रखें
आसानी से हटाने योग्य कपड़े पहनें
ओटोप्लास्टी से उबरने के लिए ऐसे कपड़े पहने जिन्हें सिर से ना डालना पड़े। आप बटन या ज़िपर वाली कोई भी चीज़ पहन सकते हैं क्योंकि आपके सिर से पहने जाने वाले कपड़े टांकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
ड्रेसिंग और हेडबैंड पहनें
सर्जिकल ड्रेसिंग और हेडबैंड ओटोप्लास्टी प्रक्रिया के बाद आपके नए स्थित कानों को रखने के लिए होते हैं। उन्हें हटाने या स्थानांतरित करने से ठीक होने की प्रक्रिया में बाधा आ सकती है, आपको संक्रमण होने का खतरा हो सकता है, या आपके कानों को गंभीर चोट लग सकती है। सुनिश्चित करें कि उन्हें ठीक उसी तरह पहनें जैसा आपके ओटोप्लास्टी सर्जन ने निर्देशित किया है और उन्हें हर समय साफ, सूखा और ठंडा रखें।
सारांश - कान की सर्जरी के पहले और बाद में भी उतना ही ध्यान देना होता है जितना कि प्रक्रिया के दौरान दिया जाता है। सर्जरी की प्रक्रिया में मुख्य तौर पर इयर ऑग्मेंटेशन,इयर पिनिंग और इयर रिडक्शन शामिल होते हैं। सर्जरी के बाद कई ऐसी सावधानियां हैं जो देखने में छोटी लगती हैं पर बहुत महत्वपूर्ण हैं जैसे सर को ऊंचा रखना, सिगरेट छोडना, समय पर दवा खाना आदि।
कान की सर्जरी के बाद बहुत सी सावधानियां बरतनी होती हैं। इन सावधानियां को बरतने से सर्जरी की जटिलताओं को कम किय जा सकता है। इन सावधानियों में शामिल हैं-
अपने कानों को छूने या रगड़ने से बचें
आपके हेडबैंड या ड्रेसिंग में कितनी भी खुजली या असहजता क्यों न हो, आपको हर कीमत पर अपने कानों को छूने या रगड़ने से बचना चाहिए क्योंकि इससे गंभीर दर्द, बेचैनी और जलन हो सकती है।
धूम्रपान ना करें
धूम्रपान आपके पूरे शरीर में उचित रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन को रोककर रिकवरी प्रक्रिया में गंभीर रूप से बाधा डाल सकता है।
कठोर गतिविधि और व्यायाम से बचें
भले ही ओटोप्लास्टी आम तौर पर एक वैकल्पिक प्रक्रिया है, फिर भी यह एक बड़ी सर्जरी है और आपके शरीर को ठीक होने के लिए उचित समय की आवश्यकता होती है। इस दौरान आपको भारी सामान उठाने और व्यायाम करने जैसी कठोर गतिविधियों से बचना चाहिए।
पहले सप्ताह में शैम्पू ना करें
शैम्पू और अन्य बालों के उत्पादों में कुछ रसायन होते हैं जो ताजा चीरों को परेशान कर सकते हैं और उन्हें ठीक होने से रोक सकते हैं। कम से कम पहले सप्ताह के लिए, आपको अपने बालों को पूरी तरह से धोने से बचना चाहिए।
सारांश – कान की सर्जरी के बाद कान को रगड़ने से लेकर शराब और सिगरेट छोड़ने तक की सावधानी बरतनी होती है। इसके अलावा भारी व्यायाम से बचना, शैंपू ना करना भी सावधानियों में शामिल हैं।
भारत में इयर सर्जरी की लागत करीब 1,00000 रुपए से लेकर 2,00000 रुपए तक हो सकती है। हालांकि ये कीमत इस बात पर निर्भर करेगी कि आपको किस सर्जरी की ज़रूरत है और आप किस सर्जन से इसे करवा रहे हैं।
कान की सर्जरी के लिए प्लास्टिक सर्जन, कान के विशेषज्ञ, एनेस्थेसिस्ट जैसे डाक्टरों की जरुरत होती है।
कानों के आकार को कॉस्मेटिक सर्जरी द्वारा ठीक करने को इयर सर्जरी या ओटोप्लास्टी कहते हैं। जिन लोगों को अपने कानों का आकार पसंद नहीं होता या फिर किसी दुर्घटना में उनके कान क्षतिग्रस्त हो जाते हैं वे इस सर्जरी को करवाते हैं।
कई मामलों में ऐसे बच्चे जिनके जन्म से ही कानों के आकार में विकृति है या कान बने ही नहीं हैं वे भी इस सर्जरी को करवाने का विकल्प चुनते हैं। ओटोप्लास्टी करवाने से पहले निर्देशित आहार ही लेना चाहिए। सर्जरी के बाद सिर को झुकाने, कानों को छूने, सिर धोने इत्यादि से बचाव करना ज़रूरी है।