अवलोकन

Last Updated: Jul 07, 2023

कान की सर्जरी क्या है? प्रक्रिया, प्रकार और खर्च

कान की सर्जरी फायदे जटिलताएं क्या करें और क्या न करें प्रक्रिया खर्च निष्कर्ष

कान की सर्जरी क्या है - What is Ear Surgery in Hindi

कान की सर्जरी क्या है - What is Ear Surgery in Hindi

  • इयर सर्जरी जिसे कान की सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, कान के आकार, स्थिति या अनुपात में सुधार करने के लिए की जाती है। इयर सर्जरी को ओटोप्लास्टी भी कहते हैं। कुछ लोगों के कान की संरचना में जन्म के समय से दोष मौजूद होता है या बड़े होने पर सामने आता है, उसे कान की सर्जरी द्वारा ठीक किया जा सकता है।
  • यह प्रक्रिया चोट के कारण होने कानों में आई विकृति का भी इलाज कर सकती है। कान और चेहरे के बीच संतुलन और अनुपात लाते हुए कान की सर्जरी एक अधिक प्राकृतिक आकार बनाती है। ये कान के आकार में मौजूद मामूली विकृतियों को भी सुधार सकती है।
  • कान यदि उभरे हुए या विकृत कान आपको या आपके बच्चे को परेशान करते हैं, तो आप प्लास्टिक सर्जरी पर विचार कर सकते हैं। इयर सर्जरी कान के आकार को बदलने के लिए की जाने वाली कॉस्मेटिक सर्जरी है। इसमें बाहर निकले हुए कानों को वापस अंदर की ओर पिन करना भी शामिल है।

आमतौर पर सुरक्षित है सर्जरी, बच्चों के मामले में सतर्कता जरुरी

  • ये सर्जरी अधिकतर वो लोग करवाते हैं जो अपने कानों के आकार से खुश नहीं होते या जिनके कान किसी कारण से सही आकार में नहीं रह जाते। आम तौर पर इयर सर्जरी सुरक्षित होती है और अधिकांश लोग परिणामों से खुश होते हैं।
  • 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए ईयर पिनिंग सर्जरी उपयुक्त नहीं है क्योंकि उनके कान अभी भी बढ़ रहे हैं और विकसित हो रहे हैं। बहुत कम उम्र में कान की कार्टिलेज टांके को पकड़ने के लिए बहुत नरम होती है।

सारांश- इयर सर्जरी को ओटोप्लास्टी भी कहते हैं। कुछ लोगों के कान का आकार जन्म से ही सही नहीं होता है, या फिर उम्र के साथ आता है। ऐसी स्थिति में उसे कान की सर्जरी द्वारा ठीक किया जा सकता है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए ईयर पिनिंग सर्जरी उपयुक्त नहीं होती है।

कान की सर्जरी किसलिए की जाती है - Why is Ear Surgery done in Hindi

इयर सर्जरी अकसर वे लोग करवाते हैं जो अपने कानों के आकार से संतुष्ट नहीं होते। कानों के असामान्य के कारण ये लोग खुद को असहज महसूस करते हैं। इनके आसपास के लोग भी इन्हें इस कारण से अजीब दृष्टि से देखते हैं या इनसे घुलने मिलने में कतराते हैं।

ऐसे लोग अक्सर कानों के असामान्य आकार की शर्मिंदगी को कम करने के लिए कानों की सर्जरी करवाते हैं। कुछ बच्चे बिना बाहरी कानों के या छोटे बड़े कानों के साथ पैदा होते हैं। उनके माता पिता बच्चे को सामान्य महसूस करवाने के लिए ओटोप्लास्टी का विकल्प चुनते हैं।

सारांश- कुछ लोग अपने कान के आकार से असंतुष्ट होते हैं। अगर बच्चों के साथ ऐसा हो तो ऐसे बच्चों के साथ दूसरे बच्चे दोस्ती नहीं करना चाहते और बच्चे भेदभाव का शिकार हो जाते हैं। ऐसे बच्चे या व्यस्क कान की सर्जरी कराते हैं।

कान की सर्जरी के क्या फायदे हैं? - Benefits of Ear Surgery in Hindi

इयर सर्जरी कानों के बाहरी हिस्से को फिर से आकार देती है, जिससे वे सिर के करीब लाए जाते हैं। इयर सर्जरी कराने से कई लाभ होते हैं-

  • कानों का आकार सामान्य से छोटा हो तो सामान्य किया जा सके।
  • कानों का आकार सामान्य से बड़ा है तो भी उसे आकार में लाया जा सकता है।
  • जिन लोगों को इयर लोब बहुत बड़े और फैले हुए होते हैं उन्हें सामान्य बनाया जा सकता है।
  • झुर्रीदार इयर लोब को सही किया जा सकता है।
  • ऐसे बच्चों जिनके जन्म के समय कान बने ही नहीं थे
  • जिनके कान किसी दुर्घटना के कारण विकृति का शिकार हो गए उन्हें इयर सर्जरी से राहत मिलती है।
  • 'लॉप इयर' वाले लोग जिनमें कानों की टिप नीचे और आगे की ओर मुड़ी हुई होती है उन्हें फायदा मिलता है।
  • 'कप्ड इयर' वाले लोगं जिनका एक कान बहुत छोटा हो या फिर 'शेल इयर' वालो लोग जिनके कान की बाहरी रिम के साथ प्राकृतिक रूप मौजूद आकार और सिलवटें ना मौजूद हों तो इयर सर्जरी से राहत मिल जाएगी।

सारांश – इयर सर्जरी कान को आकार देती है। इयर लोब के आकर, साइज या फिर कान ही ना बने हो तो इयर सर्जरी से लाभ होता है। इसके अलावा लाप इयर कप्ड इयर में भी ये सर्जरी फायदेमंद है।

कान की सर्जरी की जटिलताएं - Complications of Ear Surgery in Hindi

कान सर्जरी आम तौर पर भी समान्य होती है पर इसके भी कुछ जोखिम हैं। इसके संभावित जोखिमों में शामिल हैं:

  • टेप, सिलने की सामग्री, ग्लू, रक्त उत्पाद, इंजेक्शन एजेंटों से एलर्जी
  • एनेस्थीसिया का जोखिम
  • संतुलन में दिक्कत
  • रक्तस्राव (हेमेटोमा)
  • खून के थक्के
  • त्वचा के रंग में बदलाव
  • संक्रमण
  • लगातार बना रहने वाला दर्द
  • घाव की खराब हीलिंग
  • बार-बार सर्जरी की जरुरत
  • सूजन

सारांश - कान की सर्जरी के जोखिमों में सूजन से लेकर संक्रमण तक शामिल हैं। इसके साथ ही एलर्जी, एनेस्थीसिया का जोखिम, संतुलन में कमी, खून के थक्के जैसे दुष्प्रभाव और बार-बार सर्जरी की जरुरत पड़ सकती है।

कान की सर्जरी से पहले क्या करें और क्या न करें – Do’s and Don’t Before Ear Surgery In Hindi

सर्जरी से लगभग एक महीने पहले आपको नमक, चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे सफेद आटा और सफेद चावल का सेवन कम कर देना चाहिए। ये सभी खाद्य पदार्थ सूजन को बढ़ा सकते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकते हैं।

  • सर्जरी से लगभग एक हफ्ते पहले, सभी विटामिन और हर्बल सप्लीमेंट, ओमेगा 3 कैप्सूल लें।
  • साथ ही अदरक, ग्रीन टी, अलसी, लाल मिर्च, बैंगन, लहसुन, टमाटर और आलू को खत्म कर दें क्योंकि ये रक्त के थक्के बनने में बाधा डाल सकते हैं।
  • इसके अलावा, शराब, कैफीन और कृत्रिम मिठास को बंद कर दें।

कान की सर्जरी की प्रक्रिया – Procedure of Ear Surgery in Hindi

कान की सर्जरी की प्रक्रिया आमतौर पर सुरक्षित होती है पर इसे तीन चरण में बांटा जा सकता है। पहला सर्जरी के पहले का चरण, दूसरा सर्जरी का चरण और तीसरा सर्जरी के बाद का चरण या देखभाल। तीनों का सफल और सुनियोजित होना जरुरी है।

कान की सर्जरी से पहले - Before Ear Surgery in Hindi

इयर सर्जरी आमतौर पर हफ्तों या महीनों पहले निर्धारित की जाती है। ऐसे में आप उन खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाकर अपने लाभ के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं जिनमें पोषक तत्व आपके शरीर को ठीक होने के लिए आवश्यक हैं।

प्रोटीन
प्रोटीन नई रक्त कोशिकाओं और कोलेजन के निर्माण में आवश्यक पोषक तत्व है। कोलेजन त्वचा, मांसपेशियों, टेंडन और हड्डियों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी प्रोटीन महत्वपूर्ण है।इसके लिए मछली, अंडे, चिकन, , टोफू, कम वसा वाले दही, नट्स, क्विनोआ और बीन्स जैसे खाद्य पदार्थ सभी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।

फल और सब्जियां

  • विटामिन ए, विटामिन सी, सेलेनियम और मैंगनीज से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। ये सभी पोषक तत्व मुक्त कणों से लड़ते हैं। फ्री रैडिकल्स टिश्यू की क्षति का कारण बन सकते हैं और उपचार प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।
  • केल और पालक में विटामिन ए और खट्टे फलों और हरी मिर्च में विटामिन सी मिलेगा। मशरूम, पत्ता गोभी और पालक में भरपूर मात्रा में सेलेनियम होता है। रास्पबेरी, अनानास और केला सभी मैंगनीज के अच्छे स्रोत हैं।
  • सामान्य तौर पर, यदि आप हर दिन विभिन्न प्रकार के रंगीन फल और सब्जियां खा रहे हैं, तो आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आपको वह पोषण मिल रहा है जिसकी आपको आवश्यकता है।

पानी
दिन में कम से कम 4 लीटर पानी पिएं।

कान की सर्जरी के दौरान - During Ear Surgery in Hindi

  • ओटोप्लास्टी के दौरान क्या प्रक्रिया होगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस प्रकार की सर्जरी की आवश्यकता है।
  • एक प्लास्टिक सर्जन या एक कान, नाक और गले (ईएनटी) सर्जन द्वारा एक बड़े बच्चे या वयस्क के कान की सर्जरी लोकल या जनरल एनेस्थीसिया के तहत की जा सकती है।
  • इसमें आमतौर पर कान के कार्टिलेज को बाहर निकालने के लिए कान के पीछे एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है। कुछ प्रक्रियाओं में कान के अंदर की परतों में चीरा लगाना पड़ता है।
  • यदि आवश्यकता होती है तो कार्टिलेज और त्वचा के छोटे टुकड़ों को हटाया जाता है या मोड़कर सही आकार दे दिया जाता है। फिर कान के पिछले या अंदरूनी हिस्से पर टांके लगाकर उन्हें सिर के करीब लाया जाता है।
  • कान की सर्जरी में आमतौर पर 1 से 2 घंटे लगते हैं। यदि रोगी को लोकल एनेस्थीसिया दी गई है तो वो उसी दिन घर जा सकेंगे। रोगी के कानों को उनकी नई स्थिति में ठीक करने और उन्हें संक्रमण से बचाने में मदद करने के लिए उनके सिर के चारों ओर एक पट्टी की आवश्यकता हो सकती है।

बिना चीरे के कान की सर्जरी
इस नई तकनीक में त्वचा में कट नहीं लगाया जाता है।इसमें कान के कार्टिलेज को अधिक लचीला बनाने के लिए उसकी सतह में एक सुई डालना शामिल है। इसे टांके का उपयोग कान को उसके नए आकार में रखने के लिए या कान के पीछे की हड्डी में कार्टिलेज को ठीक करने के लिए किया जाता है।

  • 7 से 10 दिनों के बाद पट्टी और टाँके हटा दिए जाते हैं ।
  • 1 से 2 सप्ताह के बाद अधिकांश बच्चे स्कूल लौट सकते हैं।
  • लगभग 12 सप्ताह बाद खेलना शुरु कर सकते हैं ।

कान की सर्जरी कैसी होगी यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस वजह से सर्जरी करा रहे हैं। कारण की वजह से कान की सर्जरी में निम्न प्रक्रिया अपनाई जा सकती है –

इयर ऑग्मेंटेशन
कुछ लोगों के कान बहुत छोटे होते हैं या पूरी तरह विकसित नहीं हो पाते हैं। ऐसी स्थिति में उनके कानों को सही आकार देने के लिए इयर ऑग्मेंटेशन की प्रक्रिया की जाती है।

इयर पिनिंग
कुछ लोगों के कान बाहत की तरफ निकले हुए होते हैं जो देखने में अनाकर्षक लगते हैं।इयर पिनिंग के माध्यम से उनके कानों को सिर के करीब खींचकर आकार सुदारा जाता है।

इयर रिडक्शन
ये उन लोगों के लिए है जिन्हें मैक्रोटिया होता है। इस स्थिति में कानों का आकार सामान्य से बड़ा होता है। इस सर्जरी के माध्यम से कानों के आकार को छोटा कर सामान्य अनुपात में लाया जाता है।

कान की सर्जरी के बाद - After Ear Surgery in Hindi

कान की सर्जरी के बाद कई ऐसी सावधानियां हैं जिनका ध्यान रखना पड़ सकता है। इन सावधानियों में शामिल हैं -

अपना सिर ऊंचा रखें
उचित रक्त प्रवाह बनाए रखने के लिए, प्रक्रिया के बाद पहले कुछ हफ्तों तक अपने सिर को जितना संभव हो उतना ऊंचा रखना होगा। इससे सूजन और लालिमा का खतरा कम होगा।

सिर को ठंडा और सूखा रखें
सर्जरी के बाद कान में पट्टियां बांधी जाएंगी इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि रिकवरी के दौरान अपने सिर को ठंडा और सूखा रखें। अत्यधिक गर्मी से दूर रहें और ब्लो ड्रायर या किसी अन्य गर्म हेयर स्टाइलिंग टूल का उपयोग न करें। यदि आपके कान बहुत अधिक गर्म होने लगते हैं या आपको सूजन से कोई असुविधा महसूस होती है, तो आप समय-समय पर एक आइस पैक लगा सकते हैं लेकिन इसे बहुत देर तक न करें।

निर्देशानुसार दवाएं लें
सुनिश्चित करें कि आप चिकित्सक द्वारा दी गई दवाओं को नियमित रूप में ले रहे हैं।

क्रीम समय से लगाते रहें
आपका डॉक्टर आपको घाव पर लगाने की क्रीम भी देंगे जिसे आप कानों में लगे टांकों पर लगाएंगे। सुनिश्चित करें कि मरहम लगाते समय आपके हाथ साफ हों और जलन और संक्रमण से बचने के लिए आप इसे बहुत सावधानी से करें।

स्वस्थ आहार बनाए रखें

  • यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप तेजी से ठीक होने के लिए एक स्वस्थ आहार बनाए रखें। शुरुआत में, आपको ठोस खाद्य पदार्थ चबाने में कुछ कठिनाई का अनुभव हो सकता है।ऐसे में नरम खाद्य पदार्थों या पोषक तत्वों से भरपूर स्मूदी का सेवन करें ।
  • सर्जरी का तनाव आमतौर पर पाचन में बाधा डालता है, इसलिए आप सर्जरी के बाद कम से कम 72 घंटों के लिए नरम, आसानी से पचने योग्य खाद्य पदार्थ खाएं । सेब की चटनी, चिकन शोरबा, तले हुए अंडे और दही जैसे खाद्य पदार्थ सभी अच्छे विकल्प हैं।
  • रिकवरी के साथ ही आपकी भूख फिर से सामान्य होगी।ऐसे में मोनोअनसैचुरेटेड फैट में उच्च खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करेंगे। फलों का सेवन करें ।
  • ब्लूबेरी, रसभरी, ब्लैकबेरी, और चेरी में भी एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और ये एंटीऑक्सिडेंट में भरपूर होते हैं।अपने प्रोटीन सेवन जारी रखें और खूब पानी पीना जारी रखें।

आसानी से हटाने योग्य कपड़े पहनें
ओटोप्लास्टी से उबरने के लिए ऐसे कपड़े पहने जिन्हें सिर से ना डालना पड़े। आप बटन या ज़िपर वाली कोई भी चीज़ पहन सकते हैं क्योंकि आपके सिर से पहने जाने वाले कपड़े टांकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

ड्रेसिंग और हेडबैंड पहनें
सर्जिकल ड्रेसिंग और हेडबैंड ओटोप्लास्टी प्रक्रिया के बाद आपके नए स्थित कानों को रखने के लिए होते हैं। उन्हें हटाने या स्थानांतरित करने से ठीक होने की प्रक्रिया में बाधा आ सकती है, आपको संक्रमण होने का खतरा हो सकता है, या आपके कानों को गंभीर चोट लग सकती है। सुनिश्चित करें कि उन्हें ठीक उसी तरह पहनें जैसा आपके ओटोप्लास्टी सर्जन ने निर्देशित किया है और उन्हें हर समय साफ, सूखा और ठंडा रखें।

सारांश - कान की सर्जरी के पहले और बाद में भी उतना ही ध्यान देना होता है जितना कि प्रक्रिया के दौरान दिया जाता है। सर्जरी की प्रक्रिया में मुख्य तौर पर इयर ऑग्मेंटेशन,इयर पिनिंग और इयर रिडक्शन शामिल होते हैं। सर्जरी के बाद कई ऐसी सावधानियां हैं जो देखने में छोटी लगती हैं पर बहुत महत्वपूर्ण हैं जैसे सर को ऊंचा रखना, सिगरेट छोडना, समय पर दवा खाना आदि।

कान की सर्जरी के बाद देखभाल कैसे करें ? (How to Care After Ear Surgery in Hindi)

कान की सर्जरी के बाद बहुत सी सावधानियां बरतनी होती हैं। इन सावधानियां को बरतने से सर्जरी की जटिलताओं को कम किय जा सकता है। इन सावधानियों में शामिल हैं-

अपने कानों को छूने या रगड़ने से बचें
आपके हेडबैंड या ड्रेसिंग में कितनी भी खुजली या असहजता क्यों न हो, आपको हर कीमत पर अपने कानों को छूने या रगड़ने से बचना चाहिए क्योंकि इससे गंभीर दर्द, बेचैनी और जलन हो सकती है।

धूम्रपान ना करें
धूम्रपान आपके पूरे शरीर में उचित रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन को रोककर रिकवरी प्रक्रिया में गंभीर रूप से बाधा डाल सकता है।

कठोर गतिविधि और व्यायाम से बचें
भले ही ओटोप्लास्टी आम तौर पर एक वैकल्पिक प्रक्रिया है, फिर भी यह एक बड़ी सर्जरी है और आपके शरीर को ठीक होने के लिए उचित समय की आवश्यकता होती है। इस दौरान आपको भारी सामान उठाने और व्यायाम करने जैसी कठोर गतिविधियों से बचना चाहिए।

पहले सप्ताह में शैम्पू ना करें
शैम्पू और अन्य बालों के उत्पादों में कुछ रसायन होते हैं जो ताजा चीरों को परेशान कर सकते हैं और उन्हें ठीक होने से रोक सकते हैं। कम से कम पहले सप्ताह के लिए, आपको अपने बालों को पूरी तरह से धोने से बचना चाहिए।

सारांश – कान की सर्जरी के बाद कान को रगड़ने से लेकर शराब और सिगरेट छोड़ने तक की सावधानी बरतनी होती है। इसके अलावा भारी व्यायाम से बचना, शैंपू ना करना भी सावधानियों में शामिल हैं।

भारत में कान की सर्जरी का खर्च क्या है? | What is cost of ear surgery in India - in Hindi?

भारत में इयर सर्जरी की लागत करीब 1,00000 रुपए से लेकर 2,00000 रुपए तक हो सकती है। हालांकि ये कीमत इस बात पर निर्भर करेगी कि आपको किस सर्जरी की ज़रूरत है और आप किस सर्जन से इसे करवा रहे हैं।

कान की सर्जरी के लिए बेस्ट डॉक्टर | Best doctor for ear surgery

कान की सर्जरी के लिए प्लास्टिक सर्जन, कान के विशेषज्ञ, एनेस्थेसिस्ट जैसे डाक्टरों की जरुरत होती है।

निष्कर्ष

कानों के आकार को कॉस्मेटिक सर्जरी द्वारा ठीक करने को इयर सर्जरी या ओटोप्लास्टी कहते हैं। जिन लोगों को अपने कानों का आकार पसंद नहीं होता या फिर किसी दुर्घटना में उनके कान क्षतिग्रस्त हो जाते हैं वे इस सर्जरी को करवाते हैं।

कई मामलों में ऐसे बच्चे जिनके जन्म से ही कानों के आकार में विकृति है या कान बने ही नहीं हैं वे भी इस सर्जरी को करवाने का विकल्प चुनते हैं। ओटोप्लास्टी करवाने से पहले निर्देशित आहार ही लेना चाहिए। सर्जरी के बाद सिर को झुकाने, कानों को छूने, सिर धोने इत्यादि से बचाव करना ज़रूरी है।

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Written By
PhD (Pharmacology) Pursuing, M.Pharma (Pharmacology), B.Pharma - Certificate in Nutrition and Child Care
Pharmacology
English Version is Reviewed by
MD - Consultant Physician
General Physician
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