योनि में खुजली कई कारणों से हो सकती है। यह महिलाओं को बेहद अनकम्फर्टेबल और पेनफुल एहसास देती है। यह खुजली इन्फेक्शन, रजोनिवृत्ति (मीनोपॉज) यानी पीरियड्स का बंद होना या वेजाइनल डिस्चार्ज के कारण हो सकती है। इसके अलावा स्किन से रिलेटेड डिजीज और सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज से वेजाइनल इचिंग की प्रॉब्लम हो सकती है। यदि वेजाइना में इचिंग लगातार एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक बनी रहती है तो इसे डर्मेटोलॉजिस्ट को दिखाना चाहिए।
महिलाओं को जब योनि में खुजली होती है तो इसके कई लक्षण देखने को मिलते हैं। योनि में खुजली के प्रमुख लक्षणों में योनि का मोटा होना, वैजाइनल डिस्चार्ज, लेबिया सूजन की शिकायत, योनि या उसके आसपास के क्षेत्र में सूजन, योनि क्षेत्र में झुनझुनी और खुजली से प्रभावित क्षेत्र को बार-बार छूने और खुजलाने की इच्छा होना आदि शामिल हैं। यदि आप इस प्रकार के लक्षणों को अनुभव करती हैं तो आप योनि में खुजली की समस्या से पीड़ित हैं। इससे निपटने के लिए आपको तुरंत डॉक्टरी सलाह की आवश्यकता है।
वेजाइनल इचिंग के इलाज के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपसे खुजली के सामान्य लक्षणों के बारे में पूछते हैं। इसके बाद आपके पैल्विक की जांच करते हैं। पैल्विक की जांच के दौरान वेजाइना में एक स्पेक्युलम डाला जाता है और पेट को नीचे दबाते हुए वेजाइना में दो उंगलियां डाली जाती हैं। इससे डॉक्टर महिला के प्रजनन अंगों में होने वाली किसी भी प्रकार की असामान्यता की जांच करते हैं। गंभीर स्थिति में डॉक्टर वेजाइना से स्किन का सैंपल भी लेते हैं।
योनि की खुजली को दूर करने वाली दवाओं के इस्तेमाल से आपको अस्थायी रूप से मतली, सिरदर्द और थकान हो सकती है। इसके अलावा त्वचा के अन्य भागों में हल्की खुजली हो सकती है। हालांकि ये साइड इफेक्ट कुछ समय बाद समाप्त हो जाते हैं। इसे डॉक्टर को दिखाने की जरूरत नहीं होती।