एक वीडियो ईईजी (Video EEG) को नैदानिक परीक्षण (diagnostic test) के रूप में वर्णित किया जा सकता है एक ईईजी (EEG) पर अपने ब्रैनवेव्स (brainwaves) की रिकॉर्डिंग (recording) के साथ जुड़े वीडियो (video) उस विशेष समय पर क्या चल रहा है यह दिखता है । इस परीक्षण का उद्देश्य यह पता लगाने में सक्षम होना है कि सीज़र (seizure) के समय क्या हो रहा है। इसके बाद, तस्वीर की तुलना उस समय ईईजी रिकॉर्डिंग (EEG recording) में की जाती है। उस विशेष समय पर ध्वनि की घटना भी दर्ज की जाती है। किसी घटना द्वारा या सामान्य बातचीत के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा बनाई गई ध्वनि उठाकर ध्वनि रिकॉर्ड (record) की जाती है। इस प्रक्रिया से, डॉक्टर यह पता लगाने में सक्षम होते हैं कि एक सीज़र (seizure) के समय वास्तव में क्या चल रहा था या यदि सीज़र (seizure) मस्तिष्क में विद्युत गतिविधि से संबंधित था। यदि ऐसा होता है, तो इस घटना को एपिलेप्सी सीज़र (epilepsy seizure) कहा जाएगा। वीडियो-ईईजी (Video-EEG) यह निर्धारित करने का सबसे फायदेमंद रूप है कि असामान्य विशेषता वाला सीज़र (seizure) वास्तव में एपिलेप्सी सीज़र (epilepsy seizure) है या नहीं। यह मस्तिष्क के क्षेत्र की पहचान करने में भी मददगार है जहां सीज़र (seizure) शुरू हुआ और विशेष प्रकार के सीज़र (seizure) को महसूस करने के लिए महसूस किया गया। क्षेत्र के सटीक स्थान की पहचान करना आवश्यक है क्योंकि वहां एपिलेप्सी सर्जरी (epilepsy surgery) का विचार है।
प्रक्रिया का पहला कदम एक अम्बुलेटरी ईईजी टेस्टिंग (ambulatory EEG testing) की तरह, कॉलोडियन (एक विशेष पेस्ट) {collodion (a special paste)} के साथ सिर पर ईईजी लीडस् (EEG leads) लगाना है। सिर और इलेक्ट्रोड (electrodes) आमतौर पर एक गौज ड्रेसिंग (gauze dressing) या कैप (cap) द्वारा कवर किया जाता है। फिर आपको एपिलेप्सी मॉनिटरिंग यूनिट (epilepsy monitoring unit) के एक कमरे में भर्ती कराया जाता है। यह वह जगह है जहां ईईजी (EEG), ऑडियो (audio) और वीडियो रिकॉर्डिंग (videop recording) की जाती है। इलेक्ट्रोड (electrode) आमतौर पर एक कॉर्ड (cord) या तार से जुड़े होते हैं जो एक कैसेट (cassette) से जुड़ा होता है। यह एक संभावना है कि तार को किसी विशेष ईईजी कनेक्शन (special EEG connection) से पास की मशीन (machine) या दीवार में भी जोड़ा जा सकता है। निगरानी कक्षों (monitoring rooms) में वायरलेस सिस्टम (wireless systems) के उपयोग में वृद्धि हुई है। डॉक्टरों सीज़र (seizure) होने की संभावना अधिक होने के लिए एपिलेप्सी (epilepsy) की दवाओं को कम कर सकते हैं। कभी-कभी सीज़र (seizure) को ट्रिगर (trigger) करने के लिए अन्य चीजें भी होती हैं। उदाहरण के लिए, फ्लैशलाइट्स (flashlights) का उपयोग, आपको नींद से वंचित (deprive) कर देता है या आपको कड़ी मेहनत करवाता है। इस निदान से जुड़ा लक्ष्य आपके रेकर्रेंट सीज़र (recurrent seizures) की रिकॉर्डिंग (recording) है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सुरक्षित हैं। कभी-कभी दवाओं के खुराक को कम करने से न केवल सामान्य सीज़र (seizure) आते हैं बल्कि एक सीज़र (seizure) भी होती है जो पिछले एक से लंबी अवधि या बड़ी होती है। डॉक्टर और नर्स आपको दवाएं देंगे जो परीक्षण के दौरान होने पर बार-बार सीज़र (seizure) को रोकने के लिए जल्दी से कार्य करेंगे।
जिन लोगों को एंटीप्लेप्लेप्टिक दवाएं (antiepileptic medications) लेने के बाद भी लंबी अवधि (long-term) या आवर्ती के सीज़र (seizure) जारी रहते हैं, तो ऐसे लोग इस इलाज के लिए पात्र हैं।
एक व्यक्ति जो सीज़र (seizure) से पीड़ित है एपिलेप्सी (epilepsy) के कारण नहीं बल्कि कुछ अन्य ज्ञात कारणों से, तो ऐसे लोग इस इलाज के निदान के लिए योग्य नहीं है क्योंकि यह परीक्षण पूरी तरह से एपिलेप्सी सीज़र (epilepsy seizure) के कारण, प्रकार और क्षेत्र को निर्धारित करने के उद्देश्य से है।
इस निदान से जुड़े एकमात्र दुष्प्रभाव (side effects) यह है कि सीज़र (seizure) का पुनरावृत्ति होगा और यह परीक्षण और रिकॉर्डिंग (recording) के समय भी हो सकता है। रोगी के लिए कई तरीकों से बार-बार सीज़र (seizure) खतरनाक हो सकता है, हालांकि परीक्षण के दौरान सुरक्षा उपाय और सावधानी बरतनी पड़ती है।
वीडियो ईईजी (Video EEG) के परीक्षण के बाद पोस्ट-उपचार दिशानिर्देश (post-treatment guidelines) उचित भोजन और फलों के रस और पानी के साथ अपने आप को हाइड्रेट (hydrated) करना है। अगला कदम रात में एक उचित झपकी के बाद उचित आराम करना है। उसके बाद एक या दो दिन व्यायाम करने से बचें।