लिंग तनाव समस्या से परेशान: क्या करें?
लिंग के तनाव कि समस्या से हताश हो चुके हैं? घबराइये नहीं: आपको बताएगा कि सबकुछ फिर से सामान्य कैसे किया जाये...
1. अपने साथी से संवाद
यदि आपको लगता है कि आपको लिंग के तनाव से जुडी समस्या है, तो अपने साथी से इस सन्दर्भ में बातचीत करना सही होगाI याद रखिये कि इस समस्या का प्रभाव आपके साथ साथ आपके पार्टनर पर भी पड़ता है, इसलिए उन्हें इस में शामिल रखना बेहतर हैI हम जानते हैं कि आपको ऐसा करने में संकोच महसूस होगा, लेकिन इस समस्या के संधान कि दिशा में पहला कदम यही हैI विशेषकर जब इस समस्या के पीछे का कारण शारीरिक कम और और मनोवैज्ञानिक ज़्यादा होI
2. डॉक्टर से परामर्श
लिंग तनाव कि समस्या के 75 प्रतिशत मामले भौतिक होते हैं और इनका आसानी से उपचार हो जाता हैI इसलिए, सिर्फ संकोच और शर्म के चलते डॉक्टर को अपनी समस्या न बताकर आप अपना ही नुकसान करेंगेI डॉक्टर से सलाह लेकर आप न सिर्फ इस समस्या का कारण पता लगा सकेंगे, बल्कि इसका हल भी ढूँढ सकेंगेI डॉक्टर से मिलना इसलिए भी आवस्यक है क्यूंकि लिंग तनाव कि समस्या कई बार किडनी,नाड़ी, न्यूरोलॉजिकल विकार, या डायबिटीज से भी जुडी हो सकती हैI डॉक्टर आपकी मदद अवश्य कर सकता है...
3. समस्या कि जड़ तक पहुंचें
समस्या की सही पहचान उसके उपचार के लिए ज़रूरी हैI बढ़ती उम्र के साथ अक्सर रक्त वाहिनी से जुडी जटिलता इस समस्या का कारण बनती है जबकि कम उम्र के पुरुषों में ये समस्या अक्सर मानसिक तनाव, निराशा भाव, या प्रदर्शन के दबाव के चलते पायी जाती हैI कुछ दवाओं का साइड इफ़ेक्ट या टेस्टोस्टेरोन स्तर की कमी भी इसका कारण हो सकता हैI
4. जीवन शैली में बदलाव
दिनचर्या में कुछ छोटे बदलाव लेकर आप इस समस्या के समाधान की और पहले कदम उठा सकते हैंI कई बार केवल धूम्रपान बंद करना, हल्का व्यायाम और तनाव का अंत ही इसके समाधान के लिए पर्याप्त रहता हैI जिन लोगों को इसके उपचार के लिए दवाइयों की ज़रूरत पड़ती है, जीवनशैली में बदलाव इस उपचार में और सहायक बन जाता हैI
सेक्स करते समय ध्यान रखें ये बातें
अपनी सेक्स लाइफ को पूरा इंजॉय करें। क्योंकि सेक्स दो जिस्मों का ही मिलन नहीं बल्कि मन का मिलन भी ही। इसीलिए अपने पार्टनर की भावनाओं की भी कद्र करें। कोई ऐसी हरकत न करें जो आपके साथी को चोट पहुंचाए
प्यार भरे रिश्ते में सेक्स एक अहम भूमिका निभाता है। तो जरूरी है कि आप अपनी सेक्स लाइफ को पूरा इंजॉय करें। क्योंकि सेक्स दो जिस्मों का ही मिलन नहीं बल्कि मन का मिलन भी ही। इसीलिए अपने पार्टनर की भावनाओं की भी कद्र करें। कोई ऐसी हरकत न करें जो आपके साथी को चोट पहुंचाए।
इसीलिए सेक्स करते समय इन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है -
सेक्स और प्यार में अंतर समझना होगा। प्यार आगे बढ़ते-बढ़ते सेक्स तक पहुंच जाता है। कोशिश करें कि इंटरकोर्स के अलावा एक-दूसरे को सहलाने और मसाज जैसी चीजों को भी ज्यादा समय दें। जीसे आप (फोरप्ले भी कह सकते है)
अपने पार्टनर के साथ हर सेक्सुअल एक्टिविटी पर बात कीजिए। नए-नए एक्शंस के बारें में सोचिए । आप जितने एक्शन के बारें में कल्पना कर सकते हैं, उन्हें एक कागज पर नोट करके रखें और फिर देखें कि आप किन-किन एक्शंस को सेक्स के दौरान अपना सकते हैं ।
महिलाओं को यह कतई पसंद नहीं होता कि पुरूष उनके शरीर के किसी एक अंग पर ही ध्यान दें। बल्कि वह चाहती हैं कि आप उनके पूरे शरीर को निहारें। अगर आप ऐसा करते हैं तो महिलाओं की ऑर्गेज्म तक पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आप सेक्स करते वक्त किसी और के बारे में सोचते हैं तो इसमें कोई नुकसान नहीं । इस तरह आप सेक्सुअल एक्सपीरियंस को और ज्यादा रोमांचक बना सकते हैं।
कल्पना करें कि आपको जिंदगी का बेहतरीन ऑर्गेज्म हो रहा है और आपके पार्टनर को भी, क्योकि यह सच है कि सेक्स के दौरान की गई सेक्सी काल्पनिकता आपकी उत्तेजना को और भी बढ़ा देगी।
एक साथ बॉथटब या बाथरूम में नहाने से दोनों के बीच रोमाचंक बॉण्ड बनाएगा, जिसकी गर्माहट आपके सेक्सुअल प्लेजर में झलकेगी । किस, अंगों को छूते समय या संभोग प्रक्रिया में आंखों में देखें, सेक्स का आनंद दुगना हो जाएगा ।
डाइबिटीज, कोलेस्ट्रोल को भगाए घर का धनिया
हमारे यहां भोजन को रूचिकर बनाने के लिए उसमें कई तरह के मासाले मिलाए जाते हैं। उन्हीं में से एक है धनिया। क्या आपको पता है कि हरी धनिया में प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज पदार्थ, जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, कैरोटीन, थियामीन, पोटोशियम और विटामिन सी जैसे तत्व पाये जाते हैं। ये खाने को तो स्वादिष्ट बनाती है और पाचन शक्ति को दुरूस्त कर डाइबिटीज भागती है। धनिया को दही में मिलाकर पीने से बदहजमी,पेचिश और कोलाइटिस में आराम मिलता है। धनिया, टाइफाइइड व् डाइबिटीज में भी उपयोगी है। यही नहीं धनिया कोलेस्ट्राल को भी संयमित करता है। गठिए की समस्या हो तो पानी में धनिए का बीज डालकर काढ़ा बनाकर पीएं। इसके सेवन से ब्लड में इंसुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है। इसके साथ ही यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल की मात्रा घटाने और अच्छे कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ाने में भी मदद करता है।