Brushing baking soda on your teeth twice a month can remove the stains of coffee or red wine and give you your pearly white teeth back.
उड़द की दाल में भी कई तरह के पोषक तत्वों की प्रचुरता होती है. बाजार में उड़द दाल, साबुत, छिलका लगी हुई या बिना छिलके के लिए बिक्री के लिए उपलब्ध होता है. उड़द का वैज्ञानिक नाम विग्न मुंगों है. हमारे यहां इसका उपयोग प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है. भारत और दक्षिण एशियाई देशों की संस्कृतियों में भी इससे बने व्यंजनों की भरमार रही है. उड़द की दाल में पाए जाने वाले विभिन्न तत्वों में विटामिन एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर प्रमुख हैं. आइए उड़द की दाल से होने वाले कुछ प्रमुख फायदे और नुकसान पर एक नजर डालते हैं.
1.शुगर के उपचार में
शुगर से पीड़ित व्यक्ति उड़द की दाल में पाए जाने वाले फाइबर की सहायता से लाभान्वित हो सकता है. फाइबर हाथ में पोषक तत्वों की तीव्रता को विनियमित करने में फायदेमंद होता है. यह हमारे रक्त में इंसुलिन और गोलू के ग्लूकोज का स्तर भी नियमित करने में उपयोगी होता है. शुगर के मरीजों के लिए इंसुलिन और ग्लूकोज का स्तर संतुलित रखना काफी राहत देने वाला होता है.
2. बदन दर्द से राहत में
उड़द की दाल के प्रयोग से आप शरीर के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं. उड़द की दाल में पाए जाने वाले खनिज और विटामिन हमारे उपापचय की प्रक्रिया को बढ़ाते हैं. इसके साथ ही ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हमारे शरीर से दर्द और सूजन को मिटाने में सहायक होते हैं. इस तरह शरीर के दर्द को भगाने के लिए उड़द की दाल का नियमित सेवन लाभदायक होता है.
3. पाचन की समस्या दूर करने में
उड़द की दाल में पाया जाने वाला फाइबर हमारे जठर तंत्र के किसी भी समस्या से निपट सकता है. दरअसल फाइबर, मल को त्यागने और पेस्टलेटिक गति को प्रोत्साहित करने का काम करता है. उड़द की दाल पेट फूलने, कब्ज, पेट में ऐंठन आदि पेट की समस्याओं को दूर करती है. इसके साथ ही भोजन के पोषक तत्वों को अवशोषित करके भोजन का सम्पूर्ण लाभ प्रदान करती है.
4. हड्डियों को मजबूत करने में
उड़द की दाल में फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आदि खनिजों की मौजूदगी हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है. इन तत्वों से हड्डियों में होने वाली टूटन कम होती है. इसके साथ ही हड्डियों का घनत्व भी बरकरार रहता है. कमजोर हड्डियों में मजबूती आ जाने से ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी समस्याएं भी समाप्त होती हैं. हड्डियों में लचीलापन लाने के साथ ही ये हड्डियों की अन्य समस्याओं की संभावना को भी खत्म करती है.
5. ऊर्जा को बढ़ाने में
उड़द की दाल हमारे शरीर की ऊर्जा स्तर में वृद्धि करती है. इसके साथ-साथ ये जीवन शक्ति की वृद्धि करने का भी एक बेहतर विकल्प साबित होती है. उड़द की दाल में पाया जाने वाला आयरन हमारे शरीर की रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह रक्त कोशिकाएं, हमारे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बनाए रखने में काफी मददगार होती है. ऑक्सीजन का हमारे शरीर में संचरण होने से उर्जा के स्तर में वृद्धि होती है. इससे आयरन की कमी से होने वाले रोगों की संभावना काफी हद तक कम होती है.
6. त्वचा के लिए
उड़द की दाल का प्रयोग हमारे त्वचा को भी स्वस्थ रखने में लाभदायक साबित होता है. उड़द की दाल में मौजूद खनिज और विटामिन हमें सूजन जैसी समस्याओं से निजात दिलाते हैं. इसके अलावा यह ब्यूटी मार्क्स से और त्वचा से संबंधित अन्य समस्याओं से भी छुटकारा दिलाते हैं. त्वचा पर ऑक्सीजन युक्त रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में भी उड़द की दाल की भूमिका काफी सकारात्मक होती है. सन बर्न और मुंहासों जैसे लक्षणों को भी उड़द की दाल से नियंत्रित किया जा सकता है.
7. दिल के लिए
उड़द की दाल हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में भी फायदेमंद होती है. दरअसल इस में पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर आदि जैसे खनिज पदार्थ पाए जाते हैं. जो कि ह्रदय को स्वस्थ रखने में काफी मददगार होते हैं. इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित किया जाता है.
उड़द की दाल के नुकसान
मूंग दाल का प्रयोग शरीर से शरीर के कई समस्याओं के उपचार में किया जाता है.. प्राचीन काल से ही मुंग दाल का प्रयोग हमारे देश में किया जाता रहा है. मुंग दाल हमारे यहाँ परम्परागत रूप से खाया जाता रहा है. हलांकि ये जरुर है. कि मुंग दाल उतना लोकप्रिय नहीं है. मुंग दाल में मैग्नीशियम, फाइबर, जस्ता, प्रोटीन, विटामिन बी, मैंगनीज, तांबा, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि पाए जाते हैं. इसे अन्य उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. आइए इससे होने वाले कुछ फायदे और नुकसान को जानें.
1. आँखों के लिए
मूंग की दाल आंखों को स्वस्थ रखने में काफी लाभदायक होती है. आंखों के लिए आवश्यक विटामिन सी ह में मूंग की दाल से मिल जाती है. इसके अलावा और मूंग की दाल में विटामिन-बी6 और विटामिन बी5 आदि भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं. विटामिन सी रेटिना को सही रखने के लिए उचित होता है. इस प्रकार मूंग का दाल आंखों की देखभाल के लिए एक बेहतर विकल्प है.
2. शुगर दूर करने में
मूंग की हरी दाल हमारे शरीर में मौजूद शुगर के स्तर को सामान्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हरी मूंग की दाल खाने का एक और फायदा यह है कि इससे छीनी आसानी से पचने के लायक बन जाती है. इसलिए वह रक्त में घूमती नहीं है. मूंग की दाल खाने से शुगर का स्तर हमारे शरीर में सामान्य बना रहता है. जिससे शुगर की बीमारी को रोका जा सकता है.
3. रक्तचाप के नियंत्रण में
मूंग की दाल में मौजूद मैग्नीशियम नामक तत्व रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक सिद्ध होता है. यही नहीं मूंग की दाल रक्त में मैग्नीशियम का स्तर भी सामान्य बनाए रखती है. और हमारे संपूर्ण शरीर में मैग्नीशियम का संचार भी मैग्नीशियम हमारे शरीर में रक्त संचरण को बनाए रख कर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है. मूंग की दाल वसा को भी नियंत्रित रखने में सहायक होती है.
4. बदहजमी दूर करने में
मूंग की दाल हमारे शरीर में होने वाले बदहजमी और पेट में जलन की शिकायत को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. दरअसल मुंग दाल में पाया जाने वाला फाइबर हमारे शरीर की पाचन क्रिया को दुरुस्त करने का काम करती है. इससे उपापचय की स्थिति में सुधार आता है. और पाचन क्रिया सही से संचालित होने पर हमारा पेट भी ठीक रहता है.
5. हड्डियों को मजबूत बनाने में
मूंग की दाल हमारे शरीर में हड्डियों को मजबूत रखने का काम करती है. या कैल्शियम की जरूरत पूरा करके हड्डियों को स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होती है. मूंग की दाल से मिलने वाला कैल्शियम हड्डियों के निर्माण में आने वाली बाधाओं को रोकता है. इसके साथ ही यह तनाव भी कम करने में उपयोगी होता है.
6. गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती महिलाओं को आमतौर पर कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इनमें से प्रमुख है, पाचन तंत्र का अनियमित रूप से काम करना. इस वजह से गैस और जलन जैसी समस्याएं आनी शुरू हो जाती हैं. इन सब से छुटकारा पाने के लिए नेता दाल खाना सबसे आसान और अच्छा तरीका है.
7. कोलेस्ट्राल के नियंत्रण में
अनियंत्रित कोलेस्ट्रॉल के कारण हमारे शरीर में कई तरह की अनियमितताएं होने लगती हैं. मुख्य रूप से हृदय से जुड़ी बीमारियां बीमारियों का कारण कोलेस्ट्राल का अनियंत्रण ही है. मूंग की दाल खाने से दिल की धमनियों और कोशिकाओं में जमा कोलेस्ट्राल में कमी आने लगती है. और रक्त संचार में भी आसानी होने लगती है. इसलिए यदि आप हृदय से संबंधित परेशानियों से दूर रहना चाहते हैं. तो अपने खाद्य पदार्थ में मूंग की दाल को शामिल करें
8. बालों के लिए
मूंग की दाल बालों को मजबूत बनाने और उसकी देखभाल करने में काफी फायदेमंद साबित होती है. मूंग की दाल में पाया जाने वाला कॉपर हमारे शरीर में लोहा कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा को पूरा करता है. यह हमारे दिमाग में ऑक्सीजन बिना किसी रूकावट के ठीक तरीके से पहुंचाने का भी काम करता है. जिससे कि हमारे सिर के बालो के जड़ो को मजबूती मिलती है. इसके अलावा इस से बाल घने लंबे और चमकदार भी बनते हैं.
9. त्वचा के लिए
त्वचा को स्वस्थ रखने में भी मूंग की दाल की भूमिका काफी सकारात्मक होती है. नियमित रूप से मूंग की दाल का सेवन हमारे चेहरे पर छुपी हुई झुर्रियों काले घेरे और दाग धब्बे आदि को दूर करता है. इसका नियमित सेवन हमारे लिए एंटी एजिंग का भी काम करती है. इसलिए यदि आप भी ढलती उम्र को रोकना चाहते हैं. तो मूंग की दाल का सेवन शुरू कर दें.