10 Ways to Relieve Period Cramps
मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान महिलाओं के पेट में दर्द एक आम समस्या है। कुछ लोगों में ये दर्द मासिक धर्म के कुछ दिन पहले से शुरु होता है औऱ कुछ में मासिक धर्म के दौरान। कई बार ये दर्द हल्का औऱ सहने योग्य होता पर कई महिला में पीरियड क्रैम्प से होने वाला दर्द अत्यधिक हो सकता है। ज्यादा दर्द का अनुभव करने वाली महिलाओँ की पूरी दिनचर्या इन पांच दिनों में प्रभावित हो जाती है। मासिक धर्म में ऐंठन आपके गर्भाशय में संकुचन के कारण होती है। ये संकुचन आपके शरीर के हार्मोन के स्तर, विशेष रूप से प्रोस्टाग्लैंडीन में परिवर्तन से शुरू होते हैं। जब आपके पीरियड्स शुरु होते हैं तो आपका गर्भाशय सिकुड़ जाता है और अपनी परत को छोड़ देता है, जो आपकी योनि से रक्त के रूप में निकलता है।कुछ लोगों को मासिक धर्म के दर्द का अनुभव होने की अधिक संभावना होती है, विशेष रूप से वे जो 30 साल से कम उम्र के हैं या जिनको माहवारी के दौरान बहुत अधिक रक्तस्त्राव होता है। आज हम आपको 10 ऐसे घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं जो आपकी परेशानी को कम कर सकते हैं, और आपको अपने व्यस्त जीवन के साथ वापस पटरी पर लाने में मदद कर सकते हैं।
1. हीट पैच का इस्तेमाल
पीरियड्स के दर्द में सिंकाई से आपको दर्द में आराम मिल सकता है। इन दिनों बाज़ार में विशेषकर इन क्रेम्प्स के लिए हीच पैच उपलब्ध हैं। इन्हें अपने पेट पर लगाने से आपके गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम मिलता है । ये मांसपेशियां ही पीरियड क्रैम्प का कारण बनती हैं। सिंकाई की गर्मी से आपके पेट में रक्त संचार बढ़ता है, जिससे दर्द कम हो सकता है।ये हीट पैच उपयोग करने में बहुत आसान हैं बस इन्हें स्टिकर की तरह अपने पेट पर चिपकाना होता है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड और गर्म पानी की बोतलें भी इस्तेमाल की जा सकती हैं।
2. एसेंशियल ऑयल का उपयोग
जानकार बताते हैं कि कुछ एसेंशियल ऑयल की पेट पर मालिश करने से मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में मदद मिल सकती है। खासकर जब तेलों का मिश्रण में उपयोग किया जाता है।ऐसे तेल जो मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में सबसे प्रभावी होते हैं, उनमें लैवेंडर, गुलाबस दालचीनी, सेज और लौंग शामिल हैं। एसेंशियल ऑयल का उपयोग करने से पहले, आप उन्हें नारियल तेल या जोजोबा तेल के साथ मिला लें।ऐसा करने से ये तेल आपकी त्वचा में एसेंशियल ऑयल को सुरक्षित रूप से सोखने का काम करते हैं और तेल को एक बड़े क्षेत्र में फैलाने में मदद करते हैं। आप अपनी त्वचा पर एसेंशियल ऑयल लगाने से पहले एक पैच परीक्षण भी कर सकते हैं जिससे एलर्जी का पता लगाया जा सकता है। एक बार जब आपका तेल मिश्रण उपयोग के लिए तैयार हो जाए, तो अपने हाथों के बीच कुछ बूँदें रगड़ें और फिर अपने पेट पर गोलाकार में हल्के हाथों से मालिश करें।
3. व्यायाम करें
कई लोगों में से भ्रांति होती है कि मासिक धर्म के दौरान व्यायाम नहीं करने चाहिए पर ये सच नहीं है। विशेषज्ञ मानते हैं कि कम-से-मध्यम तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम मासिक धर्म में ऐंठन के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। अगर आप मासिक धर्म के दौरान खुद को सक्रिय रखती हैं तो आपके क्रैम्प्स कम होंगे ।आप चाहें तो अपनी पसंद का कोई भी व्यायाम चुन सकती है। फिर चाहे वो एरोबिक्स हों,साइकलिंग हो, या फिर पार्क की सैर हो।अगर आप किसी खेल में रूचि रखती हैं तो उस खेल के ज़रिए भी शरीर को सक्रिय रख सकती हैं। इससे आपको फर्क साफ नज़र आएगा।
4. योग का अभ्यास करें
मासिक धर्म में पेट के दर्द को नियंत्रित करने के लिए योग भी एक कारगर तरीका है। जानकारों की मानें तो जो महिलाएं नियमित रूप से योग करती है उनके मासिक धर्म के दर्द में काफी कमी आती है।ज़रूरी नहीं कि आप इस दौरान बहुत कठिन योग करें। आप अपने दर्द को काबू में रखने के लिए सूक्ष्म योग भी कर सकती हैं।
5. आयरन से भरपूर भोजन लें
कई बार मासिक धर्म के दौरान उन महिलाओं में पेट दर्द की शिकायत अधिक देखने को मिलती है जिनके शरीर में आयरन का स्तर कम होता है।ऐसे में डॉक्टर पीरियड्स से करीब एक सप्ताह पहले से ही आयरन युक्त खाने का सेवन करने की सलाह देते हैं। ऐसा करने से मासिक धर्म के दौरान होने वाली क्रैम्प्स में कमी आ सकती है। आप अपने भोजन में पालक, चुकंदर,सेब,गुड़ चने इत्यादि को शामिल कर अपने शरीर में आयरन के स्तर को सुधार सकती हैं।
6. बाथटब का उपयोग
मासिक धर्म के दौरान अगर आप बाथटब में कुछ देर बैठ जाएं तो पेट की ऐंठन में कमी आ सकती है।इसके लिए टब में गर्म पानी भर लें औऱ कुछ देर उसमें इस प्रकार बैठें कि पीठ, पेट औऱ पैरों की सिंकाई हो जाए।आप इसे और असरदार बनाने के लिए पानी में कुछ बूंदें एसेंशियल ऑलय की भी मिला सकती हैं।इसके अलावा आप टब में एक चम्मच एपसम साल्ट मिला लें तो ये आपको काफी आराम पहुंचा सकता है।इस पानी में करीब 15 मिनट रहने से आपको दर्द में काफी राहत महसूस होगी।
7. कैफीन और नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें
मासिक धर्म के दौरान आप क्या खा पी रहे हैं इसका भी प्रभाव आपके दर्द पर पड़ता है।कई ऐसे खाद्य़ पदार्थ होते हैं जो आपके पेट की सूजन को कम करने में सक्षम होते हैं।इनमें जामुन, मछली, एवोकाडो, जैतून का तेल शामिल हैं। कुठ ऐसी चीज़ें हैं जिनसे आपको दूर ही रहना चाहिए जैसे ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थ, कैफीन, शराब औऱ वसायुक्त खाना
8. अपने आहार में मैग्नीशियम बढ़ाएँ
मैग्नीशियम का सेवन करने से पेट की ऐंठन को कम करने में मदद मिलती है। दरअसल मैग्नीशियम शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों के अलावा,नसों और मांसपेशियों के कामकाज को सुचारू ढंग से काम करने में मदद करता है।मैग्नीशियम हमारे रोजमर्रा के जीवन के खानपान में मौजूद होता है।जैसे बादाम पालक ,बीन्स, नट्स,साबुत अनाज और हरे साग में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है। बाज़ार में मैग्नीशियम के सप्लीमेंट भी मौजूद हैं जिनका सेवन आ कर सकती हैं।
9. हर्बल चाय का सेवन करें और हाइड्रेटेड रहें
मासिक धर्म के दौरान हर्बल चाय पीने से आपको पेट दर्द में काफी आराम मिल सकता है। कुछ प्रकार की हर्बल चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो गर्भाशय में मांसपेशियों की ऐंठन को कम कर सकते हैं। मासिक धर्म में ऐंठन से राहत पाने के लिए कैमोमाइल, सौंफ या अदरक की चाय पीना एक आसान, प्राकृतिक तरीका है। इनको पीने से आपके पेट की मांसपेशियों का आराम मिलता है ।यही नहीं इन हर्बल चाय के सेवन के अन्य लाभ भी हो सकते हैं, जैसे तनाव से राहत और अनिद्रा में आराम।अगर आपके पास हर्बल चाय उपलब्ध नहीं है तो आप गुनगुने पानी का सेवन भी कर सकती हैं।
मासिक धर्म के दौरान शरीर में पानी की कमी ना होने दें। पानी की कमी से शरीर में ये सूजन आ सकती है जो असुविधा का कारण बनती है और मासिक धर्म में ऐंठन को बदतर बना सकती है। गर्म पानी पीने से आपके पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ सकता है और आपकी मांसपेशियों को आराम मिल सकता है। यह गर्भाशय के संकुचन के कारण होने वाली ऐंठन को कम कर सकता है। ठंडी चीज़ें खाने से परहेज़ करें तो बेहतर है।