टाइप 2 मधुमेह के लक्षण - Type 2 Madhumeh Ke Lakshan!
जब हम कार्बोहाइड्रेट से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो यही हमारे शरीर में ऊर्जा में बदलता है. जिसे ग्लूकोज कहा जाता है. अब इस ऊर्जा को हमारे शरीर की लाखों कोशिकाओं में पहुंचाना होता है. जिससे कोशिकाएं ग्लूकोज को जलाकर शरीर को ऊर्जा पहुंचाने का काम करते हैं. यह तभी हो सकता है जब हमारा अग्नाशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का निर्माण करे. इंसुलिन दरअसल एक हार्मोन है जो हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट और वसा की मात्रा को नियंत्रित करता है. बिना इंसुलिन के ग्लूकोज हमारे शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता है. जिससे रक्त कोशिकाओं के बाहर ही एकत्रित रह जाता है. ऐसे में व्यक्ति को ऊर्जा नहीं मिल पाती और इस समस्या को ही हम मधुमेह करते हैं.
मधुमेह की बीमारी सीधे-सीधे इंसुलिन से जुड़ी होती है. यानी जब इन्सुलिन का उत्पादन कम होता है. तो शुगर या मधुमेह के नाम से जानते हैं. इसलिए मधुमेह को दो श्रेणियों में रखा जा सकता है. टाइप वन और टाइप टू. टाइप-1 का मतलब है शरीर में इंसुलिन का उत्पादन नहीं हो पा रहा है. जब कि टाइप-2 मधुमेह का मतलब है इंसुलिन का उत्पादन तो हो रहा है पर इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा जिसके कारण ग्लूकोज कोशिकाओं में नहीं जा पाता है और रक्त में उसकी मात्रा बढ़ जाती है. कुल मिलाकर आप यह कह सकते हैं कि टाइप 2 मधुमेह में हमारे शरीर में उत्पादित इंसुलिन का सही उपयोग नहीं हो पाता है. और इंसुलिन की अतिरिक्त मात्रा में उत्पादन हो जाने के कारण अग्नाशय इंसुलिन नहीं बना पाता बनाता है. इसलिए टाइप 2 मधुमेह कि मरीजों को परेशानी होती है. तो आइए टाइप-2 मधुमेह को और अच्छे से समझने के लिए हम निम्लिखित बिन्दुओं का अध्ययन करें.
1. बार-बार प्यास लगना-
टाइप-2 मधुमेह के दौरान व्यक्ति को बार बार-प्यास और पेशाब लगता है. इसका कारण ये है कि इस दौरान आपका शरीर आमतौर पर निर्जलित ही रहता है. शरीर का निर्जलीकरण होने के कारण ही बार बार प्यास लगती है.
2. बार-बार पेशाब लगना-
रक्त में अतिरिक्त शुगर की उपस्थिति के कारण गुर्दे को साफ बनाए रखने के लिए अधिक काम करना पड़ता है. और मूत्र के द्वारा अतिरिक्त शुगर को शरीर से बाहर निकालने का काम किया जाता है. इसलिए बार-बार पेशाब आता है.
3. थकान महसूस करना-
जब हमारे शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज नहीं पहुंच पाती है, यानी ग्लूकोज की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाती है. तब व्यक्ति को थकान कब महसूस होता है. और उसे जल्दी भूख लगी भूख भी लगने लगती है. ये भी मधुमेह का एक महत्वपूर्ण लक्षण है.
4. घावों का देर से भरना-
मधुमेह के मरीजों में रक्त शर्करा का स्तर सही नहीं होने के कारण तंत्रिका या किसी अन्य अंग की क्षति का कारण बन जाता है. इस समस्या के कारण ही आपके शरीर के घाव को ठीक होने में काफी देर लगती हैं. यदि आपके घाव भी ठीक होने में ज्यादा समय ले रहे हैं तो किसी चिकित्सक से सम्पर्क करें.
5. वजन में कमी-
मधुमेह टाइप 2 के मरीजों में अक्सर यह देखा जाता है. कि उनकी वजन में कमी आती है. इसलिए कहा जा सकता है. कि टाइप-2 मधुमेह से पीड़ित मरीज मरीजों के वजन में कमी आना इसका एक लक्षण है.
6. इन्फेक्शन होना-
टाइप 2 मधुमेह से महिला या पुरुष दोनों ही पीड़ित हो सकते हैं. ऐसा आप उनके हाथ और पैर की उंगलियों के बीच, सेक्स अंगो के आसपास और स्तन के नीचे यीस्ट इन्फेक्शन को देखकर भी अनुमान लगा सकते हैं.
7. बालों का गिरना-
मधुमेह के दौरान यह भी देखा जाता है. कि मधुमेह के मरीजों के बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं. मधुमेह के मरीजों में बाल झड़ने की समस्या आमतौर पर उत्पन्न हो जाते हैं.