पुरुषों में एचआईवी के लक्षण
एचआईवी यानी ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस एक ऐसा वायरस है जो मनुष्य की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है। चूंकि यह वायरस प्रतिरक्षा प्रणाली पर ही हमला करता है इसलिए हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली इस वायरस के खिलाफ रक्षात्मक प्रतिक्रिया करने में सक्षम नहीं है। इसका यह अर्थ है कि एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति अन्य संक्रमणों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होता है।
एचआईवी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में रक्त, वीर्य, या योनि के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैल सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि एचआईवी एड्स का पर्याय नहीं है। एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स), जिसे स्टेज 3 एचआईवी भी कहा जाता है, यह एचआईवी का अंतिम चरण है।इसमें प्रतिरसंक्षा प्रणाली की कोशिकाएं इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी होती हैं कि म संक्रमण से लड़ने में सक्षम नहीं रह जाता है।हालांकि उचित उपचार के साथ एचआईवी संक्रमित लोग भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।
पुरुषों में एचआईवी के लक्षण
एचआईवी से संक्रमित महिलाओं औऱ पुरुषों में कुछ लक्षण तो समान होते हैं पर कई लक्षण ऐसे हैं जो सिर्फ पुरुषों में देखे जाते हैं। आज हम बात करेंगे पुरुषों में एचआईवी संक्रमण के लक्षणों के बारे में।
सेक्स ड्राइव में कमी
एचआईवी से संक्रमित पुरुषों में अकसर यौनेचेछा में कमी देखी जाती है। यह हाइपोगोनाडिज्म का संकेत है, जिसका अर्थ है कि आपके अंडकोष पर्याप्त सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन नहीं बना पा रहे हैं। यह स्थिति एचआईवी से जुड़ी है। हाइपोगोनाडिज्म के कारण कई और भी समस्याएं आ सकती हैं जैसे:
- नपुंसकता
- डिप्रेशन
- थकान
- बांझपन
- शरीर और चेहरे पर बालों का कम विकास
- स्तन के ऊतकों में वृद्धि
लिंग पर घाव
एचआईवी संक्रमण का एक सामान्य संकेत आपको अंगों पर दर्दनाक घाव हो जाना है। ये आपके मुंह में या खाने की नली में अल्सर के रूप में हो सकते हैं।इसके अलावा ये घाव आपके गुदा या लिंग पर भी दिखाई दे सकते हैं। ये घाव काफी दर्द देने वाले होते हैं और एक बार ठछीक होने के बाद फिर से वापस आते रहते हैं।
पेशाब करते समय दर्द या जलन
एचआईवी से संक्रमित पुरुषों को अकसर पेशाब करते वक्त दर्द या जलन का अनुभव होता है। यह लक्षण गोनोरिया या क्लैमाइडिया जैसे यौन संचारित संक्रमण से मेल खाते हैं।पर एचआईवी में ये प्रोस्टेट की सूजन का संकेत दे सकते हैं।प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथि होती है जो पुरुषों में मूत्राशय के नीचे पाई जाती है।एचआईवी से संक्रमित पुरुषों में ये प्रोस्टाइटिस का रूप ले लेती है। प्रोस्टेटाइटिस के अन्य लक्षणों में शामिल हैं:
- वीर्य स्खलन के दौरान तेज़ दर्द
- सामान्य से अधिक बार पेशाब करना
- धुंधला या खूनी पेशाब
- मूत्राशय, अंडकोष, लिंग या अंडकोश और मलाशय के बीच के क्षेत्र में दर्द
- पीठ के निचले हिस्से, पेट या कमर में दर्द
- प्रारंभिक एचआईवी लक्षण
एचआईवी से संक्रमित होने के 4 सप्ताह के भीतर फ्लू जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। यह एचआईवी संक्रमण के प्रति आपके शरीर की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। यह फ्लू जैसे संक्रमण के लक्षण कुछ दिनों से लेकर कई महीनों तक भी रह सकते हैं। इस दौरान आपको बुखार, सिरदर्द, थकान, गले में खराश, त्वचा पर लाल चकत्ते, टॉंसिल्स में सूजन, दस्त, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, मुंह में छाले जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। पर ऐसा ज़रूरी नहीं कि एचआईवी से संक्रमित हर व्यक्ति में ये लक्षण देखने को मिले ही। कई लोगों में ये सारे लक्षण नहीं होते।
विशेषज्ञ इस चरण को तीव्र या प्राथमिक एचआईवी संक्रमण कहते हैं। यह तब होता है जब एचआईवी वायरस कुछ प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाओं में प्रवेश करता है। यह स्वयं की ढेरों प्रतियाँ बनाता है जो पूरे शरीर में फैलती है। इस दौरान आपके वायरस को अन्य लोगों तक पहुंचाने की अधिक संभावना होती है क्योंकि इस समय आपके शरीर के तरल पदार्थों में बड़ी मात्रा में वायरस होते हैं।
एडवांस स्टेज के एचआईवी लक्षण
एचआईवी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के खिलाफ जीतने के बाद धीमी गति से फैलता है। एडवांस स्चेज को क्रॉनिक या क्लिनिकल लेटेंसी कहा जाता है। उपचार के बिना यह चरण 10 से 15 साल तक चल सकता है। लेकिन अगर आप नियमित रूप से दवाएं लेते हैं, तो आप लम्बा जीवन जी सकते हैं।
एड्स
एड्स एचआईवी का अंतिम चरण है। यह तब होता है जब वायरस आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर देता है। ऐसी अवस्था में आपका शरीर कई संक्रमणों से नहीं लड़ सकता है।ऐसे में इन सभी संक्रमणों के लक्षण आप में नज़र आ सकते हैं। बात एड्स के लक्षणों की करें तो इनमें :
- रोगी कोअत्यधिक थकान महसूस होना
- एड्स संक्रमित व्यक्ति का तेजी से वजन घटना
- रोगी को लगातार दस्त की शिकायत जो एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक रह सकती है
- आसानी से न्यूमोनिया की चपेट में आ जाना
- रोगी के मुंह, गुदा, या जननांगों में छाले या घाव हो जाना
- संक्रमित को तेज़ और लगातार बुखार आना या रात में तेज पसीना आने की शिकायत
- एड्स संक्रमित व्यक्ति की यादादश्त कमज़ोर हो जाना
- शरीर में कई जगह त्वचा पर या उसके नीचे लाल, भूरे, गुलाबी या बैंगनी रंग के धब्बे नज़र आना
यदि आपको एड्स है, तो आपको चिकित्सीय देखरेख की ज़रूरत है। डॉक्टर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को यथासंभव स्वस्थ रखने के लिए दवाएं लिखेंगे। चिकित्सक आपको किसी भी तरह के संक्रमण या से बचाने के लिए या आपकी कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण होने वाली समस्याओं के निवारण के लिए दवा की आवश्यक उपचार लेने की सलाह देते हैं।