एमिनो एसिड के फायदे और नुकसान
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए तमाम पोषक तत्वों की जरुरत होती है। इसी श्रृंखला में एमिनो एसिड भी एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो आपके शरीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एमिनो एसिड का मुख्य काम शरीर में उत्तकों का निर्माण करना साथ ही साथ ही भोजन को तोड़कर कर उसे शरीर के अनुकूल बनाना है।
एमिनो एसिड क्या है ?
नाइट्रोजन, कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बने कार्बनिक यौगिक रूप को हम एमिनो एसिड कहते हैं। हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए एमिनो एसिड की जरुरत पड़ती है। हमारा शरीर प्रोटीन बनाने के लिए एमिनो एसिड का उपयोग करता है ताकि वो हमारे भोजन का उपयोग मांसपेशियों के विकास में कर सके।
एमिनो एसिड के प्रकार
वैसे तो एमिनो एसिड को तीन भागों में बांटा गया है- एसेंशियल एमिनो एसिड, नॉन एसेंशियल एमिनो एसिड और कंडीशनल एमिनो एसिड। नॉन एसेंशियल एमिनो एसिड और कंडीशनल एमिनो एसिड शरीर में बन जाता है लेकिन एसेंशियल एमिनो एसिड को आहार और सप्लीमेंट्स के जरिए प्राप्त किया जाता है। ये निम्न प्रकार के होते हैं..
- फेनिलएलनिन (Phenylalanine): हमारा शरीर इस एमिनो एसिड को न्यूरोट्रांसमीटर टाइरोसिन, डोपामाइन, एपिनेफ्रीन और नॉरपेनेफ्रिन में बदल देता है। यह प्रोटीन और एंजाइम की संरचना, कार्य और अन्य एमिनो एसिड के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- वेलिन (Valine): वेलिन मांसपेशियों की वृद्धि और उनके पुनर्निर्माण में मदद करता है और ऊर्जा उत्पादन में शामिल होता है।
- थ्रेओनीन (Threonine): ये एमिनो एसिड हमारे शरीर में प्रोटीन संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोलेजन और इलास्टिन जैसी उत्तकों का निर्माण करता है। साथ ही दिल में पाई जाने वाली कोशिकाओं की संरचना भी करता है। ये हमारे शरीर में मौजूद पाचन एंजाइम को भी बढ़ाता है।
- ट्रिप्टोफैन (Tryptophan): हमारे शरीर के लिए यह एक आवश्यक एमिनो एसिड है। इसका मुख्य काम व्यस्क लोगों में मौजूद नाइट्रोजन को बैलेंस करना और शिशुओं में नाइट्रोजन की मात्रा में वृद्धि करना है। यह एमिनो एसिड हमारे मूड को बेहतर करने के साथ साथ नींद और भूख को भी संतुलित करता है।
- मेथिओनाइन (Methionine): यह एमिनो एसिड शरीर में मेटाबॉलिज्म बनाए रखने के लिए जरुरी है। यह डिटॉक्सिफिकेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह ऊतक वृद्धि, जिंक और सेलेनियम के अवशोषण के लिए भी आवश्यक है।
- ल्यूसीन (Leucine): शरीर के लिए मांसपेशियों के लिए ल्यूसीन बहुत महत्वपूर्ण होता है। ल्यूसीन शरीर मे इन्सुलिन की मात्रा को बैलेंस करने का काम करता है ।
- आइसोल्यूसिन (Isoleucine): ये एमिनो एसिड हमारे शरीर में इम्यून फंक्शन के लिए जरुरी होता है। ये हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन का निर्माण करता है। साथ ही मांसपेशियों और उत्तकों के निर्माण में भी सहायक होता है।
- लाइसिन (Lysine): लाइसिन एमिनो एसिड शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। घावों के भरने में ये सहायक होता है। इम्यून सिस्टम को सही रखने और कोलेजन और इलास्टिन के निर्माण में भी प्रमुख भूमिका निभाता है।
- हिस्टीडीन (Histidine): यह एमिनो एसिड नींद के संतुलन को बनाये रखने और पाचन क्रिया को संतुलित करने के लिए आवश्यक है। हिस्टीडीन भावनाओं को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए इस एमिनो एसिड का महत्व बढ़ जाता है।
एमिनो एसिड का पौषणिक मूल्य
एमिनो एसिड को ऊर्जा का स्रोत भी कहा जाता है। एमिनो एसिड शरीर को तमाम बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। हमारे शरीर की अधिकांश कोशिकायें, मांसपेशियां एमिनो एसिड से बनी होती हैं। इसलिए हमारे शरीर के सभी महत्वपूर्ण कार्य इन्हीं के जरिए किये जाते हैं। इनका मुख्य काम कोशिकाओं की संरचना, पोषक तत्वों का संगृह करना है। ये घावों और ऊतकों की मरम्मत में भी सहायक होती हैं ।
गौर करने वाली बात ये है कि हमारा शरीर एसेंशियल एमिनो एसिड का उत्पादन नहीं कर सकता है, इसलिए उन्हें अपने आहार से प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। हर व्यक्ति को एमिनो एसिड की एक निश्चित मात्रा लेनी चाहिए और यह मात्रा उसके वजन पर निर्भर करती है। आपको बताते हैं कि एक वयस्क के लिए प्रति 2.2 पाउंड (1 किग्रा) शरीर के वजन के लिए कौन सी एमिनो एसिड की कितनी आवश्यकता होती है।
एमिनो एसिड वजन के प्रतिकिलो के लिए आवश्यक मात्रा (मिलीग्राम में)
- हिस्टडीन: 10 मिलीग्राम
- आइसोल्यूसिन: 20 मिलीग्राम
- ल्यूसीन: 39 मिलीग्राम
- लाइसिन: 30 मिलीग्राम
- मेथिओनाइन: 10.4 मिलीग्राम
फेनिलएलनिन नॉन एसेंशियल एमिनो एसिड टाइरोसिन के साथ मिलाकर: 25 मिलीग्राम
- थ्रेओनाइन: 15 मिलीग्राम
- ट्रिप्टोफैन: 4 मिलीग्राम
- वेलिन: 26 मिलीग्राम
एमिनो एसिड के फायदे
एमिनो एसिड हमारे शरीर का जरुरी तत्व है। इसके बिना शरीर का सही ढंग से काम करना मुश्किल है इसलिए अपने आहार के जरिए हमें इसे प्राप्त करना चाहिए। चलिए जानते हैं कि हमारे जीवन में एमिनो एसिड के और क्या क्या फायदे हैं ।
मूड को ठीक रखने में मिल सकती है मदद
अगर आपका मूड अक्सर खराब रहता है तो समझ जाईये की आपके अन्दर ट्रिप्टोफैन एमिनो एसिड की कमी है। ट्रिप्टोफैन शरीर में सेरोटोनिन नामक हार्मोन बनाने में मदद करता है और यही हार्मोन हमारे मूड को ठीक रखने और हमारी मानसिक स्थिति सही रखने में मदद करता है।
फैट कम करने में मददगार
मोटापा किसी भी तरह हमारे शरीर के लिए सही । मोटापे की वजह से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इस मोटापे को कम करने में भी एमिनो एसिड मददगार होता है। इसके कई सप्लीमेंट आपकी शरीर में जमी चर्बी को हटाने में सहायक हैं ।
मांसपेशियों के लिए उपयोगी
कई बार हम अपनी क्षमता से ज्यादा शारीरिक काम करते हैं जिसकी वजह से हमारे मांसपेशियों में खिचाव आ जाता है, जो एमिनो एसिड की सहायता से सही भी हो जाता है।
थकान को दूर करने में सहायक
जैसे जैसे हम अपने शरीर का उपयोग करते हैं वैसे वैसे हमारे शरीर में मौजूद ऊर्जा का श्रोत ग्लाइकोजन की मात्रा कम होने लगती है। इसके तेजी से कम होने की वजह से ही हमें थकान महसूस होने लगती है, इसी थकान को एमिनो एसिड दूर करने में मदद करता है।
एमिनो एसिड का उपयोग
एमिनो एसिड शरीर का महत्वपूर्ण तत्व है। ये पूरे शरीर की कोशिकाओं में मेटाबोलिक क्रियायों का संचालन करता है इसका उपयोग निम्न कामों में होता है…
- शरीर के उत्तकों और कोशिकाओं के निर्माण के लिए
- ऊर्जा स्रोत के रूप में
- खाना तोड़ कर उन्हें पोषक तत्वों में बदलने के लिए
- उत्तकों और मांसपेशियों के निर्माण के लिए
- त्वचा, बालों और नाखूनों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए
- घावों को भरने में उपयोग
एमिनो एसिड के नुकसान
- अब तक इस लेख से पता ही चल गया होगा कि एमिनो एसिड शरीर का एक अहम तत्व है। इसके बिना शरीर को सुचारू रूप से चलाना मुश्किल है। एमिनो एसिड के कई फायदे हैं लेकिन कभी-कभी इनकी अधिकता भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है।
- इसकी अधिक मात्रा से शरीर के पाचन अंग प्रभावित हो सकते हैं। पेट में सूजन, दर्द और उल्टी की शिकायत हो सकती है।
- किडनी पर भी इसका प्रभाव देखा जा सकता है।
- जोड़ों पर पर भी इसका प्रभाव देखा गया है। एमिनो एसिड की अधिकता से यूरिक एसिड की मात्रा असंतुलित हो जाती है जिसकी वजह से जोड़ो में दर्द हो सकता है।
- कई बार एमिनो एसिड की अधिकता की वजह से ब्लड प्रेशर भी गिर जाता है।
- खाने की आदत प्रभावित हो सकती है।
- आहार से लिए जाने वाले एमिनो एसिड सुरक्षित माने जाते है लेकिन अगर आप सप्लीमेंट्स लेते हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरुर लें ।
एमिनो एसिड के स्रोत
एमिनो एसिड शरीर के सभी जरुरी क्रियाओं के लिए आवश्यक है। इसे हम अपने आहार के जरिए ले सकते हैं। निचे दिए गए खाद्य पदार्थ एमिनो एसिड से भरपूर होते हैं।
- मांस और मांस से बने उत्पाद: मांस विटामिन और मिनरल का खजाना होता है। इसमें एमिनो एसिड की भरपूर मात्रा होती है।
- सी फूड: ये भी एमिनो एसिड का अच्छा स्रोत है। इसमें बी-12, विटामिन ई, मैग्नीशियम, सोडियम व पोटैशियम जैसे कई विटामिन्स व मिनरल्स की प्रचुरता होती है। ये हमारे स्किन और बालों के लिए जरुरी होता है।
- मुर्गी और अंडे: इसमें मौजूद कैलोरी मसल्स, हड्डियों, स्किन, खून और इम्युनिटी को सही रखने में मददगार होती है। एमिनो एसिड के भरपूर मात्रा के लिए इसे आहार में शामिल करना चाहिए।
- डेयरी उत्पाद: कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं ये डेयरी उत्पाद। इसलिए ये एमिनो एसिड के अच्छे स्रोत माने जाते हैं ।
- सोयाबीन: इसमें काफी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाने और कैंसर रोकने में मददगार होता है। इसलिए इसे हम अच्छे एमिनो एसिड के स्रोत के रूप में जानते हैं।
- दालें: दालों में प्रोटीन, आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इन्हीं की वजह से कोशिकाओं का निर्माण और मरम्मत का काम सुचारू रूप से चलता है।
- काजू: कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर काजू के स्वास्थ्य के कई लाभ हैं।
- पालक: इसमें विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है, जो मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाता है। आँखों के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें मौजूद विटामिन सबसे अच्छा एमिनो एसिड का स्रोत माना जाता है।
- तिल: ये गुणों का खजाना है। फास्फोरस, आयरन फाइबर, विटामिन-बी1,कैल्शियम, कॉपर व जिंक सहित इसमें तमाम विटमिन पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
- अन्य सब्जियां: ब्रोकली, गाजर, मटर, सहजन की पत्तियां आदि भी एमिनो एसिड के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।