एनीमिया के लक्षण - Anemia Ke Lakshan!
हमारे शरीर में लगभग 70 प्रतिशत पानी है. इस पानी का ज्यादातर हिस्सा हमारे शरीर में खून के रूप में उपस्थित है. रक्त ही हमारे शरीर में वो महत्वपूर्ण माध्यम है जो कई जरुरी पोषक तत्वों और कई अन्य चीजों को विभिन्न अंगों तक पहुँचाने का काम करता है. यदि खून न हो हो या खून की कमी हो जाए तो हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगेंगी. हिमोग्लोबिन, हमारे शरीर में मौजूद रक्त का सबसे महत्वपूर्ण भाग है. हमारे शरीर में कई खनिज पाए जाते हैं. आयरन उनमें से ही एक है.
आयरन हमारे बॉडी से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है. रेड ब्लड सेल्स हिमोग्लोबिन का निर्माण करती हैं. हिमोग्लोबिन हमारे बॉडी में प्राण वायु ऑक्सिजन को फेफड़ों से लेकर हमारे ब्लड में पहुंचाता है. फिर ब्लड में संचरण करते हुए ऑक्सिजन बॉडी के अन्य हिस्सों में जाता है. लेकिन जब हमारे शरीर में आयरन की कमी होती है तब लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में कमी आती है और इससे हिमोग्लोबिन में भी कमी आ जाती है. इस अवस्था में हमारे शरीर में ऑक्सिजन की भी कमी हो जाती है जिसे हम एनीमिया या खून की कमी कहते हैं. इसमें हमें थकान और कमजोरी महसूस होने लगता है. आइये इस लेख के माध्यम से हम एनीमिया के विभिन्न लक्षणों पर एक नजर डालें.
एनीमिया के लक्षण-
थकान होना: - एनीमिया के मरीज को बिना कोई परिश्रम किए थकान का अनुभव होने लगता है. जाहीर है इसका कारण शरीर में खून की कमी है.
त्वचा का पीला पड़ना: - इस बीमारी के पीड़ितों की त्वचा का पीला पड़ना भी सामान्य रूप से नजाजर आ जाता है.
आंखों के नीचे काले घेरे: - जिन लोगों को भी एनीमिया की शिकायत होती है उनके आँखों के नीचे काले घेरे भी नजर आते हैं. इसलिए आँखों के नीचे काला घेरा नजर आना भी एनीमिया का एक लक्षण है.
चक्कर आना: - एनीमिया के मरीजों को अक्सर ही खून की कमी के कारण चक्कर आने की परेशानी से गुजरना पड़ता है.
सीने में दर्द: - एनीमिया पीड़ितों के सिने में दर्द भी इसका एक लक्षण है.
लगातार सिर में दर्द: - यदि किसी व्यक्ति को अकारण ही लगातार उसके सर में दर्द होने लगे तो ये भी एनीमिया का एक कारण हो सकता है.
तलवे और हथेलियों का ठंडा पड़ना: - एनीमिया पीड़ितों के तलवे और हथेलियों का ठंडा पड़ना भी इसका एक मुख्य लक्षण है.
शरीर में तापमान की कमी: - यदि बिना किसी खास कारण के किसी व्यक्ति के शरीर के तापमान में कमी होने लगे तो ये भी एनीमिया का ही एक कारण हो सकता है.
कौन होता है आसानी से इसका शिकार?
यदि इसे नजरअंदाज किया जाए तो प्राकृतिक कारणों से महिलाएं इसकी आसान शिकार बन जाती हैं. दरअसल, महिलायों में पीरियड्स और प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के बॉडी में नैचुरल रूप से कई ऐसे परिवर्तन होते हैं जिनसे महिलाओं में एनीमिया जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी को अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल और फाइबर आदि की जरुरत पड़ती है. जबकि इस दौरान ब्लड में आयरन तत्वों की कमी होने से शारीरिक कमजोरी बढ़ सकती है. जबकि पीरियड्स के दौरान ब्लड ज्यादा निकल जाने के कारण भी एनीमिया होने का जोखिम बढ़ जाती है. ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माओं को भी एनीमिया होने का जोखिम रहता है. वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रही लड़कियां भी इसकी शिकार हो सकती हैं. कुछ अन्य कारणों से भी महिलाओं या पुरुषों में हो सकता है, जैस पाइल्स या अल्सर के कारण भी एनीमिया हो सकता है. अब तो पर्यावरण में मौजूद हानिकारक तत्व भी एनीमिया का कारण बन रहे हैं.
बचने के उपाय-
एनीमिया कोई बिमारी नहीं है लेकिन इसके कारण कई अन्य बीमारियाँ हो सकतीं हैं. इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना बहुत महत्वपूर्ण है. इसको सही होने में कम से कम छह महीने का समय लगता है. यदि आप एनीमिया से बचना चाहते हैं तो आपको मांस, अंडा, मछली, किशमिश, सूखी खुबानी, हरी बीन्स, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे आयरन युक्त आहार आदि का सेवन अवश्य करना चाहिए. आयरन युक्त आहार तभी असरदार है जब उसके साथ विटामिन सी का भी सेवन किया जाता है. विटामिन-सी के लिए अमरूद, आंवला और संतरे का जूस का सेवन करें.
इन आहारों से होती है खून में वृद्धि-
कई ऐसे आहार हैं जिनका इस्तेमाल ब्लड में वृद्धि करने के लिए किया जा सकता है. इनके उपयोग से भी आप एनीमिया के खतरे को कम कर सकते हैं.
1. चुकंदर - यह आयरन का सबसे बेहतर विकल्प है. इसको रोजाना खाने में सलाद या सब्जी के तौर पर शामिल करने से बॉडी में खून की कमी नहीं होती.
2. हरी पत्तेदार सब्जी - पालक, ब्रोकोली, पत्तागोभी, गोभी, शलजम और शकरकंद जैसी सब्जियां सेहत के लिए बहुत अच्छी होती हैं. वजन कम होने के साथ ब्लड भी बढ़ता है और पेट भी ठीक रहता है.
3. सूखे मेवे - खजूर, बादाम और किशमिश को खूब खाना चाहिए. इसमें आयरन की जरुरी मात्रा होती है.
4. फल - खजूर, तरबूज, सेब, अंगूर, किशमिश और अनार खाने से खून बढ़ता है. अनार खाना एनीमिया में काफी फायदा करता है. रोजाना अनार का सेवन करें.