एंग्जायटी ट्रीटमेंट इन हिंदी - Anxiety Treatment In Hindi!
एंग्जायटी (Anxiety) का ही विस्तार है दुःख, बुरा महसूस करना, दैनिक गतिविधियों में रुचि ना होना या खुशी ना रहना. हम इन सभी बातों से परिचित ही होते हैं लेकिन जब यही सारे लक्षण किसी व्यक्ति के जीवन में अधिक समय तक बने रहते हैं और उस व्यक्ति को बहुत अधिक प्रभावित करने लगते हैं, तो इसे आप एंग्जायटी कहते हैं.
हमारे रोजमर्रा की चुनौतियों के प्रति हमारी अस्थायी भावुक प्रतिक्रियाएं डिप्रेशन का कारण नहीं बन सकती हैं. इसी तरह जब हमारे किसी नजदीकी की मौत होती है और हम दुखी होते हैं तो उस भावना को भी हम डिप्रेशन नहीं कह सकते है. यदि हम लम्बे वक़्त तक उनकी मौत से उदास रहते हैं तो यह डिप्रेशन की समस्या को उत्पन्न कर सकती है. आपको बता दें कि एंग्जायटी कोई सामान्य स्थिति नहीं है जिसका कोई ज्ञात कारण हो. कुछ लोगों की डिप्रेसिव होने की सम्भावना ज़्यादा होती है और कुछ लोगों में क़म होती है. इसलिए, आइए इस लेख के माध्यम से हम एंग्जायटी के ट्रीटमेंट के विभिन्न तरीकों पर एक नजर डालें ताकि लोग इसकी सहायता से अपनी परेशानी को समझ सकें और समय रहते इसका उपचार करा सकें.
एंग्जायटी का इलाज - Anxiety Treatment in Hindi
एंग्जायटी डिसऑर्डर की ट्रीटमेंट दवा, मनोचिकित्सा या संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी के साथ किया जा सकता है. अक्सर, ट्रीटमेंट का सबसे अच्छा तरीका एक या दो प्रक्रियाओं का संयोजन होता है. एंग्जायटी डिसऑर्डर का उपचार लम्बे समय तक चलता है. ज्यादातर मामलों में, इसका इलाज सफल होता है.
- दवा: - कई एन्टीडिप्रेसेन्ट दवाएं एंग्जायटी डिसऑर्डर के इलाज में काम आ सकते हैं.
- मनोचिकित्सा: - यह एक प्रकार की काउन्सलिंग है जो मेंटल डिजीज के लिए भावनात्मक प्रतिक्रिया को ठीक करता है. एक मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट आपको आपके एंग्जायटी डिसऑर्डर के बारे में समझाने और उससे बाहर आने में वार्तालाप के ज़रिये मदद करता है.
- संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी: - यह एक प्रकार की साइकोथेरेपी है जिसकी मदद से आपके सोचने के पैटर्न और व्यवहार में बदलाव जिनसे एनज़ाइटी होती है उनकी पहचान करना सिखाया जाता है.
एंग्जायटी विकार से कैसे बचें? - Ways to Prevent Anxiety in Hindi
तनाव प्रबंधन: - यदि आपको चिंता होती है, तो आपके जीवन में तनाव को कम करना महत्वपूर्ण है. आराम करने के तरीके ढूंढें. व्यायाम तनाव को दूर करने का एक अच्छा तरीका है. व्यायाम के अलावा, अपने नियमित काम से ब्रेक लें या छुट्टी की योजना बनाएं. यदि आपको किसी विशेष चीज़ का शौक है, तो उसके लिए समय निकालें. ऐसी चीजें करें जो आपको बेहतर महसूस करवाती हैं.
- अच्छे से खाएं: - एक स्वस्थ आहार खाने से आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बेहतर महसूस कर सकेंगे. कोशिश करें जब भी संभव हो, फल, सब्जियां और पूरे अनाज शामिल करें. चिकना, मीठा, उच्च वसा, संसाधित खाद्य पदार्थों का उपभोग न करें.
- हिसाब रखें: - अपने तनाव और चिंता वाली मनोदशा का हिसाब रखें. इन चीज़ों का हिसाब रखने से आपको याद रहेगा की किस कारण से आपको चिंता या तनाव होते हैं.
- अस्वस्थ पदार्थों से बचें: - तम्बाकू, ड्रग्स और शराब को अक्सर तनाव काम करने वाले पदार्थ माना जाता है लेकिन इनका उपयोग शरीर को वास्तव में नुकसान पहुंचाता है, जिससे तनाव और चिंता का सामना करना मुश्किल हो जाता है. कैफीन से भी चिंता विकार हो सकता है या उसे बढ़ा सकता है. सामान्य तौर पर, जो चीज़ें आपको स्वस्थ बनाती हैं वह आपको तनाव और चिंता से निपटने में मदद भी करती हैं.
एंग्जायटी विकार में करें इन खाद्य पदार्थों से परहेज- Things to Avoid During Anxiety in Hindi
- कॉफी: - कॉफी आपके शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाता है जिससे आपको चिंता महसूस हो सकती है, इसीलिए चिंता विकार होने पर कॉफी के सेवन से बचें.
- शराब: - हो सकता है कि चिंता विकार में आपको शराब पीने का मन करे परन्तु ऐसा करने से आपके लक्षण और बिगड़ सकते हैं.
- चीनी: - शराब की तरह ही चिंता विकार में आपको मीठे पदार्थ खाने का मन कर सकता है परन्तु ऐसा करने से आपके लक्षण और खराब हो सकते हैं.
एंग्जायटी में लाभकारी है इन खाद्य पदार्थों का सेवन - Foods to Eat During Anxiety in Hindi
- ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ
- प्रोबायोटिक वाले खाद्य पदार्थ
- खूब सारा पानी
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ
- मैग्नीशियम वाले खाद्य पदार्थ
- विटामिन बी युक्त पदार्थ