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Last Updated: Sep 27, 2019
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Apricot (Khubani) Benefits and Side Effects in Hindi - खुबानी के फायदे और नुकसान
अर्मेनिया में उत्पन्न हुई खुबानी का वैज्ञानिक नाम प्रूनस अर्मेनियाका होता है. हालांकि कई वैज्ञानिकों का यह भी मत है कि लगभग तीन हज़ार साल पूर्व इसे भारत में ही पहली बार उगाया गया था. इसे पहाड़ी क्षेत्रों जैसे कि कश्मीर या हिमाचल प्रदेश में भी उगाया जाता है. खुबानी आमतौर पर पीले या नारंगी रंग की होती है. इसमें कई विटामिन जैसे कि विटामिन ए, सी, के, ई और नियासिन महत्वपूर्ण मात्रा में पाए जाते है. इसके अलावा, यह कई मिनरल जैसे मैंगनीज, फास्फोरस, पोटेशियम, कॉपर, मैंग्निशियम आदि से पूर्ण होती हैं. इसका प्रयोग जैम, जेली और रस आदि बनाने में किया जाता है. इसके अतिरिक्त इसका प्रयोग कई कॉस्मेटिक्स के निर्माण में भी किया जाता है. अगर बात करें खुबाने के फायदे और नुकसान के बारें में तो यह निम्न है.
खुबानी के फायदे
- आँखों के लिए: खुबानी में मौजूद विटामिन ए, सी, ई और कैरोटिनॉइड इसे आँखों के लिए काफी उपयोगी बनाते हैं. इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सिडेंट और बीटा कैरोटिन भी पाया जाता है. ये सभी तत्व आँखों के लिए बेहद आवश्यक हैं.
- कैंसर के उपचार में: कैरोटिनॉइड और एंटीऑक्सिडेंट की मौजूदगी के कारण खुबानी का उपयोग कैंसर को दूर करने में भी किया जाता है. जाहिर है कि एंटीऑक्सिडेंट हमारे शरीर से मुक्त कणों को नष्ट करने में काफी उपयोगी साबित होते हैं.
- वजन कम करने में: कैलोरी की कम मात्रा और फाइबर की भरपूर मात्रा इसे वजन कम करने के लिए एक आवश्यक तत्व बनाता है. ये हमारे उपापचय में सुधार करके शरीर से विषैले पदार्थों को दू करने में काफी उपयोगी साबित होता है.
- त्वचा के लिए: खुबानी न सिर्फ त्वचा को सुन्दर और कोमल बनाता है बल्कि ये इसे कई रोगों से भी बचाने का काम करता है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ए त्वचा को चिकना और चमकदार बनाने के साथ ही एक्जिमा और खुजली से बचाते भी हैं.
- कब्ज के उपचार में: खुबानी में मौजूद लॉक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जिससे कि ये कब्ज में भी काफी फायदेमंद साबित होता है. ये फाइबर गैस्ट्रिक और पाचक रस को उत्तेजित करके पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं. इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला फाइबर आँतों के लिए अच्छे होते हैं.
- द्रव के संतुलन में: खुमानी में पाए जाने वाले दो खनिजों पोटेशियम और सोडियम हमारे शरीर में द्रव के संतुलन को नियंत्रित करते हैं. इसके अलावा ये भी सुनिश्चित करते हैं कि सभी अंगों और मांसपेशियों को ऊर्जा ठीक से वितरित की गई है कि नहीं.
- बुखार के उपचार में: ये बुखार के उपचार में भी मुख्य भूमिका निभाते हैं. क्योंकि ये शरीर के लिए आवश्यक विटामिन, खनिज, कैलोरी और पानी प्रदान करता है. इसके अलावा ये सुजन को भी दूर करने में सहायक साबित होता है.
- गर्भावस्था के दौरान: खुबानी प्राचीन काल से ही गर्भावस्था के दौरान होने वाले ऐंठन और रक्तस्त्राव के लिए उपयोगी माना जाता है. इसके अलावा ये बांझपन में भी उपयोगी माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले विटामिन ए, सी, ई और खनिज सिलिकॉन, फास्फोरस, कैल्शियम, लोहा, पोटेशियम आदि स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण प्रदान करते हैं.
- अस्थमा के उपचार में: खुबानी का तेल अस्थमा को ख़त्म करने में उपयोगी है. हलांकि इसके तेल में कुछ कष्टप्रद और उत्तेजक गुण भी पाए जाते हैं. जो कि श्वसन प्रणाली पर दबाव और तनाव कम करके श्वसन प्रणाली को दुरुस्त करते हैं.
- कान दर्द में:
- इसके तेल में भी औषधीय गुण मौजूद होता है. हलांकि अभी इस पर और शोध किया जाना आवश्यक है. लेकिन इसकी कुछ बूंदें कान में टपकाने से कान दर्द से राहत मिलती है. ऐसा इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट के कारण भी माना जाता है.
- हृदय के लिए: खुबानी में पाए जाने वाले आहार फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट ह्रदय को स्वस्थ रखने में काफी उपयोगी साबित होते हैं. ये सभी तत्व ह्रदय को विभिन्न परेशानियों से बचाते हैं. रक्तचाप और कोलेस्ट्राल को भी नियंत्रित करते हैं.
- एनीमिया के उपचार में: इसमें मौजूद लोहे और तांबे के कारण ये हमें एनीमिया के अलावा थकान, कमजोरी, सिरदर्द और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है. इसके अलावा ये हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित करते हैं.
- हड्डियों के लिए: हमारे शरीर की हड्डियों के लिए कई खनिज जैसे कि आयरन, फास्फोरस, तांबा, मैंगनीज और कैल्शियम आदि पाए जाते हैं जो कि ऑस्टियोपोरोसिस के साथ-साथ हड्डियों के अन्य विकारों को भी दूर करते हैं.
खुबानी के नुकसान
- निम्न रक्तचाप वाले लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए.
- खुबानी के बीज में जहिरिले रसायन सायनाइड की काफी मात्रा पाई जाती है इसलिए इसके बीज से दूर रहें.
- इसके सेवन से कुछ लगों को एलर्जी भी हो सकती है.
- शुगर के मरीजों को भी इसका सेवन सावधानी से ही करना चाहिए.