Ashoka Tree Benefits And Side Effects in Hindi - अशोक के पेड़ के फायदे और नुकसान
अशोक के पेड़ का वैज्ञानिक नाम सरका असोच है. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, अशोक का पेड़ शिव को नष्ट करता है. अशोक वृक्ष भारतीय उपमहाद्वीप यानी नेपाल भारत और श्रीलंका में पाया जाता है. इस वृक्ष से हिंदू और बौद्ध धर्म की धार्मिक आस्था भी जुड़ी हुई है. अशोक के पेड़ के फायदे कि यदि बात की जाए तो यह स्त्री रोग, मूत्र रोग और रक्त बहने आदि में काफी लाभदायक है.
अशोक वृक्ष की छाल स्वभाव में रुखी, कसैली और ठंडी होती है. औषधि उपयोग के लिए अशोक के छाल, पत्तियों, फूलों और बीजों का प्रयोग किया जाता है. अशोक वृक्ष के छाल में उड़नशील तेल, सेपोनिन, कैटिकाल, टैनिन, आयरन, ग्लाइकोसाइड, कैल्शियम और कीटोस्टेरोल आदि यौगिकों की प्रचुरता होती है.
अशोक के पेड़ के फायदे
आइए अशोक के पेड़ के फायदे को विस्तार पूर्वक समझने की कोशिश करते हैं.
- हड्डियों के लिए
हड्डियों के लिए अशोक की छाल के चूर्ण काफी उपयोगी साबित होती है. यहां तक कि यदि किसी व्यक्ति की हड्डी टूट ही गई है. तो वह अशोक के छाल की 510 ग्राम मात्रा में चूर दिन में दो बार दूध के साथ ले तो टूटी हुई हड्डियां भी काफी हद तक जुड़ जाती हैं.
- गर्भाशय के लिए
गर्भाशय से संबंधित तमाम विकारों को दूर करने के लिए अशोक का प्रयोग किया जाता है. अशोक वृक्ष में गर्भाशय की गर्भाशय की मांसपेशियों और एंडोमेट्रियम की के लिए टॉनिक की तरह काम करने की क्षमता होती है. अशोक वृक्ष की छाल का काढ़ा बनाकर प्रतिदिन पीने से पीरियड्स के दौरान अत्यधिक खून आने की समस्या से निपटा जा सकता है. इसके लिए आप चाहें तो छोटकी 8 कोमल पत्तों का रोज सुबह सेवन भी कर सकते हैं.
- त्वचा के लिए
त्वचा में होने वाली कई तरह की परेशानियां रक्त की अशुद्धि के कारण भी होती हैं. कई बार त्वचा में एलर्जी और और जलन जैसी भी समस्याएं देखने को मिलती हैं. इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए अशोक का के फूल और पत्तियों को पीसकर पेस्ट बने पेस्ट से प्रभावित क्षेत्रों पर लेप करें. ऐसा करने से आपकी समस्या का निदान तो होगा ही त्वचा के रंग में भी सुधार होता है.
- पीरियड्स के दौरान
यदि पीरियड्स अनियमित रूप से आने लगा हो तो इसके उपचार के लिए भी आप इसके छाल का काढ़ा इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे पीने से पीरियड्स नियमित रूप से होता है.
- गठिया में
अशोक वृक्ष आपको गठिया से भी राहत दिलाने का काम करता है. अशोक वृक्ष को सुरक्षित रूप से एनाल्जेसिक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. जोड़ों में होने वाले दर्द के लिए अशोक वृक्ष के छाल से बना पृष्ठ से बने पेस्ट का उपयोग करें.
- खूनी पेचिश में
खूनी पेचिश एक बेहद गंभीर समस्या है. इससे निजात पाने के लिए आप तीन से चार ग्राम अशोक के फूल को पीसकर पानी के साथ इसे लें. ऐसा करने से खूनी पेचिश में काफी मदद मिलती है.
- लिकोरिया से निजात पाने में
सफेद पानी आने की समस्या को लिकोरिया के नाम से जाना जाता है. इस विकार के उपचार के लिए भी एक चम्मच अशोक की छाल के चूर्ण का रोजाना सेवन किया जाए गाए के दूध के साथ तो इससे हम निपट सकते हैं.
- बवासीर में
बवासीर खूनी बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए आप 5 ग्राम अशोक की छाल और 5 ग्राम अशोक के फूल को रात भर एक गिलास पानी में भीगने के लिए छोड़ दें सुबह इस पानी को छानकर पी लें ऐसा करने से आपको बवासीर खूनी बवासीर की समस्या में काफी हद तक राहत मिलेगी.
- पेट में दर्द में
पेट दर्द की समस्या एक आम समस्या है. इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए अशोक की छाल को पानी में उबालकर इस का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार पिएं इससे पेट दर्द से छुटकारा मिल जाएगा.
- सूजन के उपचार में
कई लोगों को अंडकोष में सूजन की समस्या भी होती है. इस तरह की परेशानियों में भी अशोक वृक्ष का स्थान बहुत उपयोगी साबित होता है. यदि आप अशोक वृक्ष के छाल का काढ़ा प्रतिदिन दो बार पी हैं. तो इससे अंडकोष की सूजन में काफी कमी आती है.
- पथरी के लिए
यदि किसी व्यक्ति को गुर्दे में यदि किसी व्यक्ति के गुर्दे में पथरी की समस्या है. तो वह व्यक्ति अशोक के बीज को पीसकर प्रतिदिन इसका 510 ग्राम मात्रा में सेवन करें ठंडे पानी के साथ सेवन करें तो उसे गुर्दे की पथरी की समस्या से निपटने में राहत मिलेगी.
- ढीली योनि को टाइट करने में
योनि के ढीलेपन या टाइट होने से परेशान होती हैं. महिलाओं की इस परेशानी को दूर करने के लिए आपको अशोक की छाल, बबूल की छाल, गूलर की छाल, माजूफल की छाल और फिटकरी को बराबर मात्रा में पीसकर इसे सूती कपड़े से छान लें. इस पाउडर की सौ ग्राम मात्रा 1 लीटर पानी में उबालें जब पानी एक चौथाई बच जाए तो इसे ठंडा करके पिएं.
- योनि से खून निकलने में
कई महिलाओं को योनि से असामान्य खून निकलने या पेशाब से संबंधित समस्या भी होती है. इस इस समस्या से निजात पाने के लिए भी अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है. इससे इन समस्याओं के निदान में मदद मिलती है.
- श्वसन संबंधी समस्याओं में
सांस लेने की समस्या के कई कारण हो सकते हैं. इस समस्या को नी को दूर करने के लिए अशोक के बीजों का 65 मिलीग्राम चूर्ण पान के बीड़े में रखकर खाने से आपको सांस लेने की समस्या में काफी राहत मिलेगी.
अशोक के पेड़ के नुकसान
- अशोक वृक्ष का प्रयोग हृदय रोग के मरीजों को करने से पहले किसी चिकित्सक का परामर्श अवश्य लेना चाहिए
- एक बात और ध्यान रखना चाहिए कि अशोक वृक्ष का इस्तेमाल अमन ओरिया मासिक धर्म के ना होने को और बिगाड़ सकता है.
- गर्भवती महिलाएं अशोक वृक्ष का इस्तेमाल करने से बचें