अस्थमा का प्राकृतिक इलाज
प्रदूषण, इस समय की लाइफ स्टाइल और बाकी कारणों की वजह से अस्थमा के मामले इन दिनों काफी बढ़ रहे हैं। अस्थमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें सांस लेने की नली और वायुमार्ग पतले हो जाते हैं या उनमें सूजन आ जाती है। ऐसी स्थिति में शरीर अतिरिक्त बलगम का उत्पादन कर सकता हैं।
इससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। अस्थमा की समस्या हर व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकती है। किसी के लिए यह एक छोटी सी परेशानी है। दूसरों के लिए, यह एक बड़ी समस्या हो सकती है। कई बार कुछ लोगों को जानलेवा अस्थमा का दौरा पड़ सकता है।
इस समस्या का सबसे खतरनाक पहलू है कि अस्थमा को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। वैकल्पिक चिकित्सा और प्राकृतिक उपचार में भी इस समय अस्थमा का कोई इलाज नहीं है। यह जरुर है कि कुछ प्राकृतिक उपचार आपको अस्थमा के लक्षणों को ठीक करने, उन्हें दबाने में मदद कर सकते हैं।
कुछ प्राकृतिक विश्राम, खाद्य पदार्थों में कुछ चीजों को शामिल करना, लाइफस्टाइल के उपाय जैसे योग और ध्यान, गहरी साँस लेना, मांसपेशियों में राहत दिलाने वाली एक्सरसाइज, गाइडेड इमेजरी और बायोफीडबैक तनाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
ध्यान और योग
अस्थमा के हमलों के लिए तनाव एक प्रमुख ट्रिगर है। नियमित योग या ध्यान अभ्यास तनाव को कम करने के लिए सांस लेने की तकनीक सीखने में मदद कर सकता है। ध्यान और योग के दौरान उपयोग की जाने वाली धीमी, गहरी सांसें आपके श्वसन तंत्र को आराम दिलाती हैं। इन्हें हाइपरवेंटिलेशन को कम करने के लिए तैयार किया जाता है। प्राणायाम और बुटेको ब्रीदिंग जैसी तकनीक में श्वास को प्रशिक्षित करने और अस्थमा के हमलों को रोकने के लिए बहुत प्रभावी पायी गयी हैं।
एक्यूपंक्चर
एक्यूपंक्चर वैकल्पिक चिकित्सा में आपके शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए कुछ बिंदुओं पर त्वचा में छोटी सुइयों को चुभाना शामिल है। अस्थमा से पीड़ित कुछ लोगों का मानना है कि यह विधि अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। इस चिकित्सा में अक्सर विश्राम और ध्यानपूर्ण श्वास शामिल होती है ऐसे में एक्यूपंचर में राहत मिलने के लिए इसे लाभकारी माना जा सकता है।
बायोफीडबैक
बायोफीडबैक एक दृष्टिकोण है जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग कर आपके शरीर में होने वाले बदलाव की निगरानी करता है। इससे यह सीखने में मदद मिल सके कि शरीर की शारीरिक प्रतिक्रियाओं को कैसे प्रबंधित किया जाए। उदाहरण के लिए, हृदय गति की निगरानी की निगरानी की जाा सकती है और इसे मध्यम गति से नियंत्रित रखने के तरीके खोज सकते हैं। यह विधि हृदय गति परिवर्तनशीलता को प्रभावित कर सकती है और अस्थमा के रोगियों को वायुमार्ग के प्रवाह और फेफड़ों के कार्य में सुधार करने में मदद कर सकती है। इससे यह भी संकेत समझा जा सकता है कि आराम करना स्वाभाविक रूप से अस्थमा के हमलों को रोकने में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है।
स्टीम बाथ (भाप से स्नान)
यह प्राकृतिक उपचार अस्थमा के लक्षणों को संभावित रूप से कम करने के सबसे सरल तरीकों में से एक है। जब लोग एक सामान्य सर्दी से पीड़ित होते हैं तो वायुमार्ग खोलने के लिए गर्म भाप एक सामान्य उपाय है। हालांकि यह कोई इलाज नहीं है, लेकिन अस्थमा के लक्षण सामने आने पर यह तेजी से ठीक कर सकता है। बस ध्यान रहे कि भाप ज्यादा गर्म न हो। अत्यधिक गर्मी कभी-कभी लक्षणों को बदतर बना सकती है।
आहार
अस्थमा के लक्षणों को रोकने और राहत देने के लिए कोई जादुई आहार नहीं है, लेकिन खाद्य एलर्जी कभी-कभी अस्थमा को ट्रिगर करती है और एक आहार अद्यतन राहत ला सकता है। हर व्यक्ति अपने में अलग होता है ऐसे में अपनी सटीक डाइट खोजने के लिए डायटीशियन का सहारा लेना पड़ सकता है। आहार विशेषज्ञ के साथ बातकर कोई बी अपने लिए एक आहार खोज सता है जो उसके शरीर के लिए सही हो। कुछ सामान्य आहार परिवर्तन जो अस्थमा पीड़ितों को राहत पहुंचा सकते हैं उनमें विटामिन सी,डी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फल और सब्जियां शामिल हैं। अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को सल्फाइट्स से बचना चाहिए। साथ ही, स्वस्थ वजन बनाए रखने से लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
लहसुन और अदरक
जो खाद्य पदार्थ आप हर दिन खाते हैं वह प्राकृतिक उपचार के लिए एक सुरक्षित मार्ग हो सकता है। अदरक और लहसुन दोनों में सूजन-रोधी गुण होते हैं और आमतौर पर इसका उपयोग हृदय रोग के प्रबंधन के लिए किया जाता है। यह उपचार फेफड़ों में सूजन को भी कम कर सकता है और अस्थमा के हमलों को रोकने या राहत देने में मदद कर सकता है।
ओमेगा 3s
क्या आपको लगता है कि मछली का तेल सिर्फ कोलेस्ट्रॉल के लिए अच्छा था? यह पता चला है कि ये फैटी एसिड हृदय रोग को रोकने में मदद करते हैं, वायुमार्ग की सूजन को भी कम कर सकते हैं और फेफड़ों के कार्य में मदद कर सकते हैं। यदि आप सप्लीमेंट लेना पसंद नहीं करते हैं, तो मछली, अखरोट और अलसी जैसे ओमेगा 3 से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से फायदा हो सकता है।
हल्दी
हल्दी, आमतौर भारतीय किचन का सबसे आम और विशिष्ट मसाला है। यहा करी और अन्य भारतीय और मध्य पूर्वी व्यंजनों में पाया जाता है। इसमें एक सक्रिय घटक होता है करक्यूमिन। अक्सर करक्यूमिन में पाया जाने वाला सूजन रोधी गुण और एंटीऑक्सीडेंट गुण अस्थमा के लिए एक संभावित प्राकृतिक उपचार के रूप में जाना जाता है। कुछ हद तक वैज्ञानिक भी इसे स्वीकार करते हैं।
एक अध्ययन में पाया गया कि अस्थमा से पीड़ित वयस्क जिन्होंने एक महीने के लिए प्रति दिन 500 मिलीग्राम करक्यूमिन के साथ अपने सामान्य अस्थमा उपचार को पूरक किया, उनके अस्थमा के लक्षणों में सुधार हुआ।
विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड)
अस्थमा के लिए विटामिन सी का उपयोग करने को लेकर वैज्ञानिकों को अभी एक मत नहीं है पर बहुत से लोग इसे राहत देने वाला उपाय मानते हैं।
एसेंशियल ऑयल
एसेंशियल ऑयल तेलों से बहुत से लोगों को राहत मिलती है क्योंक उनके भाप में सांस लेने पर वो लक्षणों में सुधार की बात स्वीकार करते हैं। हालांकि बहुत से डाक्टर मानते हैं कि एशेंशियल ऑयल से एलर्जी की प्रतिक्रिया भी हो सकती है। कई बार ये तेल परेशानी बढ़ा भी सकते हैं । ऐसे में एरोमा थेरेपिस्ट से बात करने बाद ही इनका उपयोग करना सही होता है।