बाल गिरने का कारण - Baal Girne Ka Karan!
बालों का सीधा संबंध खूबसूरती और स्टाइल से होता है. इसलिए असमय बाल गिरना किसी को अच्छा नहीं लगता. कम बालों के कारण इंसान उम्र में भी अधिक लगता है. वर्तमान समय में यह समस्या बहुत तेज़ी से बढ़ रही है. एक अध्ययन के अनुसार, पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या महिलाओं की तुलना में अधिक पायी जाती है. लेकिन बालों का झड़ना और पतला होना महिलाओं में भी कम नहीं है लेकिन इसके कारण ज़रूर भिन्न भिन्न हो सकते हैं. बालों के गिरने को आप बिना इसके तह में गए नहीं जान सकते. इसके लिए ज़रूरी है सही कारण का पता होना. इसलिए आइये इस लेख एक माध्यम से हम बाल गिरने के विभिन्न कारणों पर विस्तारपूर्वक एक नजर डालें.
पोषक तत्वों की कमी से बाल गिरते हैं-
भोजन में मौजूद पोषक तत्व बालों को मजबूत बनाए रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है . इसलिए बाल झड़ने के लिए संतुलित आहार में कमी को भी जिम्मेदार माना गया है. खराब खान पान की आदतें, अनहेल्थी भोजन आपको आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित रखते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ पोषक तत्वों के असंतुलन से आपके बालों पर कितना असर होता है :
* विटामिन ए की प्रचुरता: - विटामिन ए युक्त आहार या दवाओं का अत्यधिक इस्तेमाल भी हेयरफॉल का कारण बन सकता है. वयस्कों के लिए विटामिन ए की रोजाना सेवन 5000 आईयू (इंटरनेशनल यूनिट) और 2500-10,000 आईयू चार साल से बड़े बच्चों के लिए होनी चाहिए.
* प्रोटीन की कमी :- अगर आप अपने डाइट में प्रोटीन की मात्रा में कमी रखते हैं तो आपका बॉडी बालों के लिए प्रोटीन की सेवन को बंद कर देता है ताकि पहले बॉडी की आपूर्ति पूरी हो सके. इस कारण प्रोटीन की कमी होने से हेयर फॉल में वृद्धि हो जाता है. यदि आप पर्याप्त प्रोटीन नहीं लेते हैं तो आपको अपने भोजन में मीट, चिकन, फिश, बीन्स, सोया प्रोडक्ट, बादाम, दही और अंडे को शामिल करना चाहिए.
* जिंक की कमी :- बॉडी में जिंक की कमी बालों के कमज़ोर होने, कमजोर होने और टूटने का कारण होती है. जिंक की कमी सिर के बालों के साथ साथ आइब्रो और पलकों के बालों को भी प्रभावित करती है. जब बॉडी में जिंक की कमी होती है तो यह सीधे बालों के ग्रोथ को प्रभावित करता है. जिंक की कमी को पूरा करने के लिए अपने डाइट में ब्राजील नट्स, अखरोट, काजू और बादाम जैसे नट्स का उपभोग करें.
* विटामिन बी की कमी से :- विटामिन बी की कमी भी हेयर फाॅल का एक कारण है. हालांकि, सभी विटामिन बॉडी के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन विटामिन बी डायरेक्ट आपके बालों को प्रभावित करता है.
दवाओं के कारण भी झड़ते हैं बाल-
डिप्रेसिव मेडिसिन और ब्लड थिनर के कारण :- कुछ मेडिसिन के कारण भी बालों पर डायरेक्ट प्रभाव पड़ता है. इन मेडिसिन में ब्लड थिनर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने वाली दवाएं प्रमुख हैं जिन्हें बीटा ब्लॉकर्स भी कहा जाता है. इनके अलावा कुछ डिप्रेसिव दवाएं भी हेयरफाॅल का बहुत बड़ा कारण हैं.
ऐनबालिक स्टेरॉयड :- यदि आप एनाबॉलिक स्टेरॉयड लेते हैं जैसे कुछ खिलाड़ी अपनी ऊर्जा बढ़ाने के लिए खेलने से पहले लेते हैं जिससे वे अधिक स्फूर्ति के साथ प्रदर्शन कर पाते हैं, ऐसे स्टेरॉयड भी बाल झड़ने का कारण होते हैं. एनाबॉलिक स्टेरॉयड शरीर पर पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम) के सामान ही असर डालते हैं.
बीमारियों के कारण बाल झड़ते हैं
* एलोपेशीया एरेटा :- बाल गिरने का एक प्रमुख कारण एलोपेशीया एरेटा डिसऑर्डर है जिसमें इम्यून सिस्टम बालों की रूट पर अटैक करती है और बाल गिरने लगते हैं. यह डिसऑर्डर महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित करता है. इस डिसऑर्डर में बाल गोल-गोल पैच में सिर से पूरी तरह गिर जाते हैं.
* ल्यूपस रोग :- ल्यूपस एक प्रकार की ऑटोइम्यून बीमारी है इस स्थिति में बॉडी अपने और बाहरी तत्वों में अंतर नहीं कर पाता और अपने बॉडी के तत्वों को ही नष्ट कर देता है. जिसके कारण भी बाल गिरने लगता है.
* हाइपोथायरायडिज्म भी है हेयर फॅाल का कारण :- हाइपोथायरायडिज्म गले में उपस्थित ग्लैंड में वृद्धि के कारण होता है. इस स्थिति में यह ग्लैंड थाइरोइड हार्मोन का अधिक से अधिक सेक्रेशन करती है. यह ग्लैंड बॉडी की मेटाबोलिक प्रक्रिया, वृद्धि एवं विकास में भी सहायता करती है. जब यह उचित रूप से कार्य नहीं करती तो प्रतिक्रियास्वरुप हेयरफाॅल की समस्या उत्पन्न होती है.
* सिर की त्वचा में इन्फेक्शन से गिरते हैं बाल :- एक अनहेल्थी स्काल्प के कारण बालों के रोम में सूजन की समस्या हो सकती है जिससे बालों के बढ़ने में मुश्किल पैदा होती है. सिर का संक्रमण बालों के झड़ने का कारण बनता हैं. सिर के संक्रमण के विभिन्न प्रकार होते हैं. टिनिया कैपिटिस सबसे आम सिर का संक्रमण है.
* कीमोथेरेपी :- कैंसर की बीमारी में आपके बॉडी में जो सेल्स की वृद्धि के लिए कोशिकाचक्र चलता है वो अलग होने की प्रक्रिया बंद कर देता है जिस कारण नए बालों का विकास बंद हो जाता है और पुराने बाल हाई डोज़ की दवा (कीमोथेरेपी) के प्रभाव से टूट जाते हैं.
* बॉडी स्ट्रेस :- किसी भी प्रकार की बॉडी इंजरी जैसे सर्जरी, कार एक्सीडेंट, गंभीर बीमारी या फ़्लू के कारण भी हेयर फॉल होते हैं. यह एक प्रकार का टेलोजेन एफ्लुवियम है जिसमें सिर की त्वचा आराम अवस्था में जल्दी चली जाती है अर्थात और बालों का बनना रोक देती है. लेकिन जैसे ही हार्मोन सामान्य हो जाते हैं बालों के झड़ने की समस्या भी ठीक हो जाती है.
* मेंटल स्ट्रेस :- मेंटल स्ट्रेस में बाल बॉडी स्ट्रेस की तुलना में अधिक झड़ते हैं. यदि आप किसी बात को निरंतर सोच रहे हैं या मानसिक रूप से दुखी हैं तो ज़रूर इस कारण हेयर फॉल हो सकते हैं.
* अचानक वज़न कम होना :- वज़न घटने की प्रक्रिया में आपके बॉडी पर स्ट्रेस बढ़ता है या फिर खान पान की गलत आदत विटामिन और मिनरल की कमी का कारण हो सकती है. खान पान की गलत आदत भी एक प्रकार की समस्या है जिसे एनोरेक्सिया या बुलीमिया भी कहा जाता है.
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण-
* महिलाओं में प्रेगनेंसी हॉर्मोन में परिवर्तन के कारण हेयर फॉल बहुत ही सामान्य समस्या है. यह भी एक प्रकार का टेलोजेन एफ्फ्लूवियम ही है और अगर आपके परिवार में भी यह समस्या रही हो तो यह और भी प्रभावी होता है. मेनोपाॅज के दौरान हॉर्मोनो में परिवर्तन के कारण भी हेयर फॉल होते हैं. इस समय बालों की फॉलिकल छोटी हो जाती हैं जिस कारण आपके बाल अधिक झड़ते हैं.
गर्भावस्था है बाल झड़ने का मुख्य कारण :- प्रेगनेंसी, बॉडी स्ट्रेस का ही एक प्रकार है जिसमें हेयर फॉल का समस्या होती ही है. प्रेगनेंसी में हेयर फॉल की समस्या बच्चे के जन्म के बाद अधिक होती है.
* पीसीओएस में बढ़ जाता है बालों का झड़ना :- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं में हेयर फॉल की समस्या का एक अन्य रूप है. एंड्रोजन (पुरुष हॉर्मोन) की अधिकता के कारण महिलाओं में ओवरियरन सिस्ट या ओवरियन कैंसर, वज़न बढ़ना, डायबिटीज की सम्भावना, मासिक धर्म में परिवर्तन, बांझपन, साथ ही साथ बालों का पतला होना आदि समस्याएं होती हैं क्योंकि पीसीओएस में पुरुष हॉर्मोन अधिक प्रभावी होता है.
* बालों पर अत्यधिक इस्तेमाल है बाल गिरने का कारण :- निरंतर बालों पर नया प्रयोग या उन्हें स्ट्रेटनिंग और ड्रायर की सहायता से सुन्दर बनाने की चाहत आपको बहुत बड़ा नुकसान दे सकती है. इन सभी उपकरणों और अत्यधिक शैम्पू, कलर आदि के उपयोग से भी बाल बेजान हो जाते हैं और अपनी प्राकृतिक चमक खो देते हैं.
* एनीमिया है बाल गिरने का कारण :- एनीमिया से पीड़ित लोगों के बाल कमज़ोर और पतले होते हैं. बॉडी में आयरन की कमी के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होती है. ये लाल रक्त कोशिकाएं बालों के रोम सहित पूरे शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने का काम करती हैं. पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना बालों के विकास और मजबूती के लिए जरूरी आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं जिसके कारण बाल झड़ने की समस्या पैदा हो जाती है.
पुरुषों में बाल झड़ने के कारण
* पिछले 60 वर्षों से, 3 में से 2 पुरुष हेयर फॉल की समस्या का सामना कर रहे हैं. कई बार तो यह पुरुषों में सेक्स हॉर्मोन में बदलाव के कारण होता है. कभी कभी यह इतना प्रबल होता है कि गंजेपन का कारण बन जाता है. पुरुषों में हेयर फॉल के अन्य कारण निम्नलिखित हैं :
* स्मोकिंग से बढ़ता है हेयर फॉल :- स्मोकिंग वाले पदार्थों में उपस्थित जीनोटॉक्सिकेंट्स बालों के रोम के डीएनए को नष्ट कर देता है. आपके बाल इन्हीं बालों के रोमों से बने होते हैं. यही बालों के विकास का कारण होते हैं. अगर ये एक बार खत्म हो जाते हैं तो आपके बालों का विकास धीमा हो जाता है या बंद हो जाता है.
* भरी हुई धमनियां :- अवरोधित धमनियां पुरुषों के बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं. वास्तव में इसके कारण पुरुषों में पैर के बालों के झड़ने की भी समस्या होती है. पुरुषों में गंजेपन और कोरोनरी हार्ट डिजीज दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. रोजाना एक्सरसाइज करें और अपने दिल की हालत में सुधार करने के लिए अपने बॉडी से फैट कम करें.