Benefits And Harm Of Chicken - चिकन के फायदे और नुकसान
चिकेन की की लोकप्रियता भी मांसाहारी खाद्यों में काफी है. इसकी माँगा बढ़ने के कारण उत्पादन में वृद्धि करना पर रहा था. इसलिए बड़े पैमाने पर चिकन की खेती के लिए कई नस्लों को जन्म देना पड़ा जिनमें अमेरिकी, भूमध्यसागरीय, अंग्रेजी, एशियाटिक, प्लायमाउथ रॉक, वायंडोटे, रोड आइलैंड रेड, न्यू हैम्पशायर, ब्लैक कोचीन, रेड मलय गेम फ़ॉल और लेघर्न आदि शामिल हैं. इतनी नस्ल होने के बावजूद चिकन स्वस्थ और उच्च पोषण मूल्य के होते हैं यूएसडीए के अनुसार 100 ग्राम चिकन में 65 ग्राम नमी, 215 कैलरी, 18 ग्राम प्रोटीन, 15 ग्राम वसा 4 ग्राम संतृप्त वसा, 75 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल, 11 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.9 मिलीग्राम आयरन, 20 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 147 मिलीग्राम फास्फोरस, 189 मिलीग्राम पोटेशियम, 70 मिलीग्राम सोडियम और 1.3 मिलीग्राम जस्ता के साथ-साथ विटामिन सी, थायामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी-6, फोलेट, विटामिन बी-12, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन डी और विटामिन k पाया जाता है. आइए चिकेन के फायदे और नुकसान को जानें.
1. कैंसर में
अध्ययनों से पता चला है कि जब मांसाहारी लोगों ने लाल मांस का सेवन अधिक किया तो उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ गया था. जब वे चिकन और मछली खाने लगे तो उनमें कोलोरेक्टल कैंसर के विकास का खतरा कम हो गया. अध्ययनों से निष्कर्ष निकला कि चिकन खाने से लाल मांस खाने की तुलना में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम होता है.
2. विटामिन्स और मिनरल्स के लिए
चिकन न केवल प्रोटीन बहुत अच्छा स्रोत है बल्कि यह विटामिन और खनिजों का भी बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है. हमारे शरीर की कई गतिविधियों के लिए विटामिन और खनिज बहुत आवश्यक होते हैं. उदाहरण के लिए विटामिन बी मोतियाबिंद और त्वचा विकारों को रोकने, प्रतिरक्षा बढ़ाने, कमजोरी को नष्ट करने, पाचन को नियंत्रित करने, तंत्रिका तंत्र में सुधार करने के साथ-साथ माइग्रेन, हृदय विकार, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को रोकने में उपयोगी है. विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण और हड्डी को मजबूत बनाने में मदद करता है.
3. कम होता है कोलेस्ट्रॉल
लाल मांस में संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रोल की मात्रा चिकन, मछली और सब्जियों की तुलना में बहुत अधिक होती है. अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए लाल मांस की बजाय चिकन या मछली के सेवन की सलाह दी है. अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि चिकन या मछली का सेवन सामान्य मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इसकी अत्यधिक खपत से भी कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग बढ़ सकता है.
4. सर्दी खासी में
गर्म गर्म चिकन सूप का सेवन आम सर्दी से राहत पाने में मदद करता है. जैसे नाक में कफ के जमने और गले के घाव आदि में भी राहत प्रदान करता है.
5. वजन कम करने में
उच्च प्रोटीन युक्त आहार वजन घटाने में प्रभावी होते हैं. चिकन वजन घटाने में मदद करता है क्योंकि इससे हमारे शरीर को उच्च मात्रा में प्रोटीन प्रदान होता है. अध्ययन और परीक्षणों से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से चिकन खाते हैं उनका वजन नियंत्रण में रहता है.
6. प्रोटीन के लिए
चिकन सामान्यतः लोगों के भोजन में पाए जाने वाले उच्चतम प्रोटीन सप्लायर्स में से एक है. 100 ग्राम चिकन में 18 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. हमारे आहार में प्रोटीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह अमीनो एसिड से बना होता है जो प्रोटीन बनाता है और हमारी मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है.
7. रक्त चाप कम करे
रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी चिकन का सेवन अच्छा होता हैं यह कई अफ्रीकी, अमेरिकी हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में देखा गया था कि चिकन के सेवन के बाद उनका रक्तचाप सामान्य हो गया था. हालांकि आहार में उन्होंने चिकन के साथ कम वसायुक्त आहार, सब्जियों, फल और नट्स का सेवन भी किया था.
चिकन के नुकसान
* ग्रिल्ड चिकन में एमिनो मिथाइल फेनिलिमिडाज़ो और पैराइडिन पाया जाता है जो स्तन और प्रोस्टेट सहित कुछ प्रकार के कैंसर के विकास का कारण हो सकते हैं.
* चिकन उद्योग में मुर्गियों के तेजी से बढ़ने के लिए उन्हें आर्सेनिक खिलाया जाता है जो मनुष्य के लिए अत्यधिक जहरीला होता है और कैंसर, मनोभ्रंश, तंत्रिका संबंधी समस्याओं और अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है.
* चिकन सहित अन्य प्रकार के मांस को उच्च तापमान पर पकाने से उसमें एचसीए यानि हेटरोसायक्लिक एमाइंस पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं.
* यह देखा गया है की कई बार ताजा खरीदी गई ब्रॉयलर मुर्गियों में से कैंपाइलोबैक्टर या साल्मोनेला अधिक मात्रा में थे. कैम्पबेलोबैक्टर अमेरिका में फ़ूड पोइज़निंग का मुख्य कारण है.
* एवियन फ्लू एक गंभीर बीमारी है जो पोल्ट्री के माध्यम से फैलती है.