Benefits Of Banyan Tree in hindi - बरगद के पेड़ के लाभ
हम सभी अपने बड़े-बुजुर्गों से सुनते आएं है कि बनियान ट्री यानी बरगद के पेड़ में ईश्वर का वास होता है।
हिन्दू एवम बौद्ध धर्म में बरगद के पेड़ को महत्पूर्ण बताया गया है। कई विशेष दिनों में बरगद के पेड़ की पूजा भी की जाती है । बरगद दैवीय विशेषताओं के साथ ही कई शरीरिक लाभ हैं। तो दोस्तो आज हम जानते हैं बरगद के पेड़ से मिलने वाले फायदों की।
बरगद के पेड़ को हिंदुस्तान का राष्ट्रीय पेड़ कहा जाता है। यह पेड़ अपनी टहनियों से लटकती जड़ों के कारण बहुत तेजी से बड़ा हो जाता है। बरगद के पेड़ की पत्तियाँ, तना, आदि को तोड़ने पर इससे दूध जैसा पदार्थ निकलता है, जिसे लेटेक्स कहा जाता है। इसकी जड़ें मिटटी को पकड़ के रखती है और पत्तियां हवा को शुद्ध करती हैं। दुनिया के सबसे विशाल बरगद के पेड़ों में से एक भारत के कलकत्ता शहर में पाया जाता है जिसे "ग्रेट बैनियन" के नाम से जाना जाता है जो तकरीबन ढाई सौ साल पुराना पेड़ है।
बनियान के कई सारे फायदे है जो मानव के जीवन के हर पहलू में उयोग किए जा सकते है चाहे वह आध्यात्मिक हो या चिकित्सकीय हो। आध्यात्मिक ऊर्जा देने के अलावा चलिए जानते है यह किस प्रकार से मानव जीवन मे लाभ पहुंचाता है। यह कई बीमारियीं में फायदेमंद है। इसका आयुर्वेदिक इलाज़ में भी इस्तेमाल किया जाता है।
1. लूजमोशन
लूनमोशन या दस्त से तो हम सभी उम्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर अगर दस्त की समस्या बच्चो में होती है, तो और भी परेशानी हो जाती है। लेकिन आप बरगद के पेड़ के द्वारा इस बीमारी का इलाज कर सकते है। बच्चो की नाभि में बरगद के दूध की कुछ बूँद लगाने से दस्त पर काबू किया जा सकता है। बतासे में बरगद के दूध की कुछ बूँद डालकर दिन में 2-3 बार खिलाने से जल्द राहत मिलती है ।
2. दांतों और मसूड़ों के लिए
बरगद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एस्ट्रीजेंट गुणों के कारण इसकी जड़ों का प्रयोग ओरल समस्याओं के उपचार का बहुत ही प्राचीन तरीका है। बरगद की जड़ों को खाने या चबाने से दांत संबंधी रोग जैसे मसूड़ों की बीमारी, दांतों का गिरना, मसूड़ों से खून आने जैसी तकलीफें दूर होने के साथ ही यह दांतों को साफ करने में भी मदद करता है। इसे एक प्राकृतिक टूथपेस्ट तरह यूज़ कीजिए यह सांसों की दुर्गंध को दूर करने में भी मदद करता है।
3. त्वचा के लिए फायदेमंद
बरगद के पत्तों को तवे पर सेककर थोड़ा ठंडा होने के बाद इसे अपने फोड़ों या पिंपल्स के ऊपर रखने से लाभ मिलता है। बरगद के कोपलों से बने पेस्ट को लगाने से बलगम, झिल्ली के इलाज, सूजन और दर्द को दूर करने में अच्छी तरह से काम करता है। मुंहासों को दूर करने में भी मदद करता है।
4. इम्यूनिटी
बरगद के पेड़ की छाल में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं। अच्छी इम्यूनिटी स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे बीमारियों को दूर रखने में मदद मिलती है। इसके सेवन से आपको बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है। बरगद की छाल का काढा बनाकर प्रतिदिन एक कप पीने से आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है।
5. फटी एड़ियों को ठीक करे
अक्सर महिलाओं में एड़ियों को लेकर कितनी चिंता रहती है। फटी एड़ियां आपके व्यक्तित्व के लिए अच्छा नहीं है। फटी एड़ी के कारण अपने पैर को छुपाना पड़ता है। आप बरगद के दूध का इस्तेमाल करके अपनी फटी एडियों को ठीक कर सकते है। फटी एडियों में बरगद के दूध से मालिश करते रहने से कुछ दिनों में लाभ होता है।
6. यौन शक्ति
बरगद के पेड के पत्ते और जड़ का उपयोग विभिन्न तरह की बीमारियों में किए जाता है । उनमें से एक है यौन शक्ति।बरगद यौनशक्ति को बढ़ाने में बहुत लाभकारी है। बरगद के पेड़ के पके हुए फल को छाया में सुखा ले और उसका चूर्ण बना ले और बराबर मात्रा में मिश्री के साथ मिलाकर पीस लें और सुबह खाली पेट और रात में एक कप दूध के साथ सोने से पहले लें। कुछ दिनों में आपकी यौनशक्ति में इज़ाफ़ा होगा।
7. बढ़ती उम्र को रोके
बरगद के पेड़ की जड़ों में सबसे ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं । यदि आप अपने चेहरे पर लगाए तो यह झुर्रियां कम करने में मदद करता है। झुर्रियां कम करने के साथ-साथ यह चेहरे में रौनक भी लाता है जिससे उम्र से काफी जवान दिखने लगते है।
इसके और कई प्रयोग है जो अन्य गंभीर रोगों में लाभ देते हैं। पर कुशल वैद्य की देखरेख में और उनकी सलाह से ही इसका प्रयोग करने से बर्गद के पेड़ का अधिक लाभ उठाया जा सकता है।