Breast Tightening Tips in Hindi - स्तन में कसाव लाने के उपाय
परफेक्ट फिगर पाना हर महिला की ख्वाहिश होती है। सुडौल स्तन परफेक्ट फिगर की सबसे पहली निशानी है। ये महिलाओं के आकर्षण को बढ़ाते हैं साथ ही आत्मविश्वास भी जगाते हैं। मगर ज्यादातर महिलाओं में स्तनों को लेकर कुछ न कुछ असंतुष्टि देखी जाती है। उम्र के साथ स्तनों का कसाव कम होने लगता है और उनमें ढीलापन आने लगता है। हालांकि महिलाओं में ये समस्या 40 साल के बाद देखने को मिलती है। लेकिन इस उम्र से पहले भी ये समस्या हो सकती है। उम्र के अलावा दूसरे कारण भी हैं जिनके चलते स्तनों में ढीलापन आ सकता है, जैसे- बच्चों को स्तनपान कराना, मेनोपॉज, वजन का जल्दी-जल्दी घटना और बढऩा, पोषण की कमी, गलत साइज की ब्रा पहनना। इसके अलावा बिना ब्रा के एक्ससाइज करने से भी ये समस्या देखने को मिलती है। वहीं ज्यादा कार्बोनेटेड ड्रिंक, सिगरेट या शराब से शरीर पर खराब असर पड़ता है। जरूरी नहीं कि स्तनों का ढीलापन दूर करने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी का सहारा लिया जाए।
Breast Ko Tight Karne Ke Upay in Hindi - स्तन में कसाव लाने के उपाय
कई घरेलू उपाय और आसान व्यायाम अपनाकर स्तनों को सुडौल बना सकती हैं।
- सही पोस्चर
जी हां, कई बार कम उम्र की महिलाओं में गलत पोस्चर स्तनों के ढीलेपन का पहला कारण होता है। अगर आप इस तरह से बैठती, चलती या सोती हैं जिससे आपके सीने पर ज्यादा जोर पड़ता है तो आपके स्तनों में झुकाव आ सकता है। इसलिए सही फिगर की तरफ आपका पहला प्रयास आपका सही पोस्चर है। चलते, बैठते और खड़े होते समय हमेशा ध्यान रखें कि आपके कंधे सीधे हों। झुके हुए कंधे ज्यादातर लटकते हुए स्तनों की मुख्य वजह होते हैं। सोते वक्त भी आपको पोस्चर का ध्यान रखना चाहिए। करवट लेकर सोने के बजाय पीठ के बल सोना ज्यादा फायदेमंद होता है। - सही ब्रा का चयन
स्तनों को सुडौल आकार देने में ब्रा की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। इनरवियर की डिजाइन पर न जाकर हमेशा उनकी क्वालिटी पर ध्यान दें। खासकर ब्रा खरीदते समय इसके साइज का विशेष ध्यान रखें। ऐसी ब्रा पहनें जो पूरे दिन आपके सीने को सपोर्ट दे। ज्यादा ढीली या बहुत कसी हुई ब्रा का चुनाव सही नहीं है। ब्रा को सही समय पर बदलती भी रहें। इसकी क्वालिटी देखने में सही लग सकती है पर अमूमन इसकी इलास्टिसिटी तीन महीने बाद खराब हो जाती है। - योग
योग को दैनिक दिनचर्या में शामिल करना समय की मांग बन गया है। शोघों की मानें तो योग करने से शरीर के विभिन्न मांसपेशियों को नई ऊर्जा एवं स्फूर्ति मिलती है। सांस अंदर करने एवं बाहर छोडऩे वाला व्यायाम सेहत के दृष्टिकोण से काफी अच्छा होता है, पर अगर आप इस व्यायाम को सही ढंग से करें तो इससे आपके स्तनों में भी कसावट आ सकती है। शरीर के विभिन्न अंगों की परेशानियां दूर करने के लिए योग के कई प्रकार हैं। स्तनों की कसावट के लिए हाथ ,कंधे,सीने एवं अन्य अंगों का व्यायाम अनिवार्य है। शीर्षासन, पैरों का व्यायाम तथा पीठ सीधी करने के लिए किये जाने वाले व्यायाम से भी आपको वक्षों में कसावट आती है। - बर्फ से मसाज
ये स्तनों को सुडौल बनाने के लिए बेहद कारगर तरीका है। बर्फ आपके स्तनों को उभार देता है और उन्हें ढीला होने से बचाता है। इसके लिए दो बर्फ के टुकड़े लें और इन्हें स्तनों के आसपास गोलगोल घुमाएं। बर्फ के टुकड़े डायरेक्ट न लगाकर किसी कॉटन के कपड़े में लेकर ये प्रक्रिया आजमाएं। इस क्रिया को एक मिनट से ज्यादा देर न करें। - तेल से करें मसाज
बाजार में कई तरह के तेल मिलते हैं, जिससे रोजाना मसाज से स्तनों में कसावट आ सकती है। जैतून का तेल बाजार में आसानी से मिल जाता है। इसकी दो से तीन बूंद लेकर स्तनों में गोलाई से हल्के हाथ से रोजाना मसाज करें। - ये उपाय भी आजमाएं
मेथी स्तनों में कसाव लाती है। मेथी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन त्वचा में कसाव लाने के साथ ब्रेस्ट को फर्म बनाते हैं, इसके कुछ दानें खाने से फायदा मिलता है। इसके आलावा मेथी पीसकर इसमें पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट से 10 मिनट तक स्तनों की मसाज करें फिर 10 मिनट तक लगा रहने दें। ये प्रक्रिया हफ्ते में दो बार आजमाएं। - विटामिन ई ऑयल और अंडे का मास्क
एक अंडे में एक चम्मच योगर्ट और एक चम्मच विटामिन ई का तेल डालें। इसको हल्के हाथ से स्तनों पर मलें। इस मास्क को आधे घंटे तक लगा रहने दें फिर ठंडे पानी से धो दें। - खाने का रखें ध्यान
सुडौल वक्ष स्थल में खाने के साथ लिए जाने वाले पोषक तत्वों का भी बहुत महत्व है। स्तन को तनाव वक्ष के नीच मौजूद मसल्स से मिलता है। इन मसल्स को मजबूत बनाने के लिए आहार में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लें। इसके साथ ही कैल्शियम, मिनरल और विटामिन भी शरीर के आवश्यकतानुसार जरूर लें। रोजाना लहसुन की चार-पांच कलियां भी स्तनों में कसाव लाने में लाभकारी होती हैं।