Bulgur Wheat (Daliya) Benefits and Side Effects in Hindi - दलिया के फायदे और नुकसान
गेहूं को रिफाइंड करके दुनियाभर में इससे कई तरह के अनाज बनाए जाते हैं. दलिया भी उन में से एक है. इसका प्रयोग भारत, मिडिल ईस्ट, यूरोप के देशों आदि में एक महत्वपूर्ण व्यंजन के रूप में किया जाता है. इसे एक साइड डिश माना जाता है. दलिया में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक साबित होते हैं. यह एक प्राकृतिक पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थ है. इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, खनिज, पोटेशियम, मैंगनीज, फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, जस्ता और तांबा इत्यादि पाया जाता है. इसके साथ ही इसमें वसा और कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है. आईए दलिया के फायदे और नुकसान को समझते हैं.
1. प्रोटीन के स्रोत के रूप में
दलिया को प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है. जाहिर है प्रोटीन हमारे शरीर के विकास के लिए बहुत आवश्यक पदार्थ है. दलिया हमारे शरीर में नए कोशिकाओं ऊतकों और रक्त वाहिकाओं को बढ़ाने का काम करती है. इससे किसी चोट या अन्य बीमारियों में जिसमें प्रोटीन की आवश्यकता होती है, काफी मदद मिलती है.
2. मोटापा कम करने में
जाहिर है दलिया में कैलोरी और वसा की कम मात्रा इसे वजन कम करने में बहुत महत्वपूर्ण बनाती है. इसके अलावा दलिया में फाइबर की प्रचुरता भी आपका पेट जल्दी भरने में मदद करती है. इससे आपको जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है. वजन कम करने के लिए दलिया से बेहतर खाद्य विकल्प नहीं है.
3. ह्रदय को स्वस्थ रखने में
दलिया का मदद हम हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी ले सकते हैं. दलिया हमारे दिल में कोलेस्ट्रॉल के निर्माण के करती है. दलिया पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत होने के कारण हमारे रक्त वाहिकाओं और धमनियों में निम्न रक्तचाप पर तनाव को घटाने में उपयोगी साबित होती है. ह्रदय से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में दलिया की भूमिका महत्वपूर्ण है.
4. पाचन शक्ति के लिए
हमारे शरीर में पाचन क्रिया से संबंधित बिमारियों जैसे कि कब्ज, सूजन और ऐंठन आदि को रोकने के लिए दलिया काफी उपयोगी है. दरअसल इन सभी समस्याओं के उपचार के लिए फाइबर की सख्त जरूरत होती है. और दलिया फाइबर से भरपूर होता है. इसके अलावा दलिया में ओमेगा-3 फैटी एसिड को भी समाप्त करने की क्षमता होती है. दलिया हमारे पेट में पोषक तत्वों की क्षमता में सुधार कर सकता है.
5. प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए
दलिया हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी काफी मददगार साबित होती है. दरअसल इस में पाए जाने वाले विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा ही हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक होती है. विशेष रुप से जस्ता शरीर की मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र के लिए एक जरूरी तत्व है.
6. कैंसर के उपचार में
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर दलिया में फैटोन्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं. इस शरीर में इसका काम सूजन को खत्म करके स्वस्थ कोशिकाओं को परिवर्तित करना होता है. जो कि कैंसर को खत्म करने के लिए बहुत आवश्यक होता है. शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म करके ऑक्सीडेटिव तनाव को प्रोत्साहित करने में भी इसकी भूमिका होती है.
7. शुगर के लिए
दलिया में मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर के रक्त रक्त शर्करा स्तर को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं. यह बात मधुमेह के मरीजों के लिए काफी मायने रखती है. क्योंकि इससे उनका शुगर कम होता है.
8. अच्छी नींद के लिए
दलिया में पाया जाने वाला मैग्नीशियम न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन को भी प्रभावित कर सकता है. जैसे ही हमारा शरीर न्यूरोट्रांसमीटर छोड़ता है तो इससे तंत्रिका तंत्र और मन को शांति मिलती है. यह बात हमारे हमारे लिए अच्छी नींद के लिए काफी जरुरी है. अनिद्रा या नींद से संबंधित अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोग अपने आहार में दलिया को शामिल करके इसे काफी हद तक इससे निजात पा सकते हैं.
9. एनीमिया से बचने में
जब हमारे शरीर में खून की कमी होती है. तो इसे एनीमिया के नाम से जाना जाता है. दरअसल लोहा एक ऐसा तत्व है जो हमारे शरीर में रक्त संचरण के लिए काफी आवश्यक है. दलिया लोहे से भरपूर होती है. इसलिए यह एनीमिया से राहत देने के लिए काफी उपयोगी है.
10. हड्डियों की मजबूती के लिए
दलिया में मौजूद तमाम खनिज पदार्थ हमारे शरीर के हड्डियों को मजबूत करने का काम करते हैं. दलिया में हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए और ऑस्टियोपोरोसिस से लड़ने के लिए प्रचुर मात्रा में फास्फोरस, लोहा और मैंगनीज पाया जाता है.
दलिया के नुकसान
- आवश्यकता से अधिक दलिया के सेवन से हमारे शरीर में सूजन और गैस जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
- दलिया का अत्यधिक सेवन कभी-कभी आपको दर्द, दस्त और उल्टी जैसी समस्याओं से भी सामना करा सकता है.