कंडोम के नुकसान - Condom Ke Nuksan in Hindi
कंडोम (या कॉन्डोम) का इस्तेमाल संतति नियमन के लिए किया जाता है. दरअसल ये पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक का एक रूप होने के साथ ही यौन संक्रामक संक्रमण (एसटीआई) से सुरक्षा प्रदान करने का काम भी करता है. इसका सबसे बड़ा प्लस पॉइंट ये है कि ये बहुत ही सस्ता होता है, इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान होने के साथ ही इसके उपयोग से कोई नुकसान भी नहीं होता है. इन सब वजहों से सुरक्षित यौन जीवन के लिए शायद ही कंडोम से बेहतर कोई साधन है. लेकिन जाहीर है कि हर चीज के इस्तेमाल में कुछ नुकसान भी होते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम कंडोम के नुकसान के बारे में जानें ताकि इसके संभावित खतरों को कम किया जा सके.
क्या है कंडोम? - Condom Kya Hota Hai
कंडोम लेटेक्स , प्लास्टिक या लंबस्किन से बने छोटे, पतले पाउच हैं, जो सेक्स के दौरान आपके लिंग को ढकने और स्पर्म स्टोर करने का कार्य करते हैं. इस प्रकार से कंडोम स्पर्म को वेजाइना में प्रवेश होने से रोकता है जिससे शुक्राणु का अंडे के साथ मिलन नहीं हो पाता है और गर्भधारण नहीं होता है. कंडोम से पेनिस को कवर करके एसटीडी को भी रोका जा सकता है. इसके बिना स्पर्म और वेजाइनल फ्लूइड में संपर्क होता है जिससे यौन संचारित संक्रमण फैल सकता है. इस बात का ध्यान रखें कि लंबस्किन कंडोम एसटीडी के खिलाफ प्रभावी नहीं होते हैं. इससे सिर्फ लेटेक्स और प्लास्टिक कंडोम ही सुरक्षा करते हैं.
कंडोम के नुकसान - Condom Ke Nuksan in Hindi
- कंडोम को लगाना मूड खराब करने वाला माना जाता है, क्योंकि इसको लगाने के लिए रुकने से मूड बर्बाद हो जाता है और उत्तेजना भी पहले जैसी नहीं रहती है. यह यौन क्रियाओं के क्रम को तोड़कर सेक्स से पूर्व की क्रिया (फोरप्ले) और सेक्स में दखल देता है. पुरुष कंडोम गलत तरीके से उपयोग किए जाने पर निकल या फट सकते हैं.
- कई पुरुष शिकायत करते हैं कि कंडोम को लगाने के बाद वे लिंग में उत्तेजना बरक़रार नहीं कर पाते हैं. इस प्रकार की असुविधा आम तौर पर सामान्य-मोटाई वाले कंडोम में अनुभव की जाती है. अल्ट्रा थिन कंडोम का उपयोग करके देखना चाहिए, जो समान सुरक्षा प्रदान करता है.
- लेटेक्स से एलर्जी कंडोम के इस्तेमाल की एक और सीमा है. लेटेक्स कंडोम के रसायनों के प्रति संवेदनशील लोगों को पॉलीयुरेथेन के बने कंडोम का उपयोग करना चाहिए. इसके अलावा, तेल आधारित लुब्रिकेंट्स (हाइपोएलर्जेनिक कंडोम), जैसे - शरीर पर इस्तेमाल किये जाने वाले तेल या लोशन, कभी भी लेटेक्स कंडोम के साथ प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए. तेल मिनटों में ही लेटेक्स को घोल सकते हैं और कंडोम को नुकसान पंहुचा सकते हैं.
- कंडोम घर्षण को बढ़ाता है और कभी-कभी बहुत अधिक घर्षण के लिए जिम्मेदार होता है. बहुत अधिक घर्षण लिंग के प्रवेश को मुश्किल बना देता है.
पुरुष कंडोम इस्तेमाल करने का तरीका - Condom Use Karne Ka Shi Tarika in Hindi
- सबसे पहले कंडोम पैक की जांच करके यह सुनिश्चित करें कि समाप्ति की तारीख पारित निकली तो नहीं है.
- पैकेट को सावधानी से खोलें नाखूनों, अंगूठियां और दांत से कंडोम फट सकता हैं, इसलिए सावधानी रखें.
- सुनिश्चित करें कि लिंग कंडोम द्वारा कवर किए जाने से पहले साथी की योनि, मुंह या गुदा को नहीं छूता है.
- कंडोम उल्टा तो नहीं है पहनने से पहले एक बार जांच लें.
- कंडोम की नोक से हवा को हटाने के लिए कंडोम की नोक को चुटकी में दबाएं.
- पूर्णतः उत्तेजित लिंग के मुँह पर कंडोम की नोक को कुटकी में पकड़े हुए इसे नीचे की तरफ रोल करें.
- अगर चिकनाई बढ़ाना चाहते है तो केवल पानी आधारित लुब्रीकेंट (जैसे KY जेली, गीला पदार्थ, सिल्क और टॉप जेल) का प्रयोग करें.
तेल-आधारित लुब्रिकेंट्स जैसे कि वेसिलीन से लेटेक्स या रबर कंडोम को फाड़ सकते हैं.
वीर्यस्राव के बाद और जब लिंग योनि से बाहर करते है तो कंडोम को पकड़ लें ताकि यह लिंग से फिसले ना और वीर्य योनि पर न फैले.
- टिश्यू या टॉयलेट पेपर में उपयोग किये गए कंडोम को लपेटें और उसे कचरे के बॉक्स में डाल दें.
- हर बार जब आप सेक्स करते हैं तो एक नए कंडोम और चिकनाई का प्रयोग करें! अन्त में, कंडोम के साथ गोली, रिंग, शॉट, इम्प्लांट या आईयूडी जैसे जन्म नियंत्रण के अन्य रूपों का उपयोग करना एक अच्छा विचार है.
- यह गर्भावस्था को रोकने में मदद कर सकता है. यदि आप गलती करते हैं या कंडोम फट जाता हैं, तो भी ये आपको अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं. यदि आपके साथ कंडोम दुर्घटना हो जाती है लेकिन आप किसी अन्य जन्म नियंत्रण पद्धति का उपयोग भी नहीं कर रहे हैं, तो आपातकालीन गर्भनिरोधक (मॉर्निंग-आफ्टर पिल) असुरक्षित यौन संबंध के 5 दिनों तक गर्भावस्था को रोकने में मदद कर सकती है.