Corn Benefits and Side Effects in Hindi - मकई (कॉर्न) के फायदे और नुकसान
हम सभी भुट्टा खाने हम सभी को भुट्टा खाना बहुत अच्छा लगता है. कई बार हम इसे पॉपकॉर्न के रूप में भी खाते हैं. और कई बार सड़कों पर मिलने वाले भुने हुए भुट्टे भी हम खाते हैं. भुट्टे को मकई के नाम से भी जाना जाता है. स्वास्थ्य और पोषण के दृष्टिकोण से यह एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है. कोलेस्ट्रोल और फाइबर की प्रचुरता के कारण दिल के मरीजों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है.
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि भुट्टे को पकाने के बाद उसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स में 50% तक की बढ़ोतरी हो जाती है. पके हुए भुट्टे में कैरोटिनोइड में विटामिन ए पाया जाता है. भुट्टे का पिला रंग कैरोटिन के कारण ही होता है. इसके अलावा इसमें विटामिन, फोलिक एसिड और कार्बोहाइड्रेट की भरपूर मात्रा भी पाई जाती है. इसमें पाए जाने वाले तात्व कैंसर जैसी बीमारियों को दूर करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. भुट्टे का पीला रंग इस में पाए जाने वाले प्रोटीन के कारण होता है. भुट्टा या मकई विटामिन कार्बोहाइड्रेट्स और फोलिक एसिड का मुख्य स्रोत है. आइए भुट्टे से होने वाले कुछ फायदे और नुकसान पर एक नजर डालते हैं.
1. वजन बढ़ाने में
कुछ लोगों के लिए मोटापा कम करना जरूरी होता है. तो वहीं कई लोग बेहद दुबले-पतले भी होते हैं. जिनकी इच्छा अपने मोटापे में वृद्धि की करने की होती है, उनके लिए भुट्टा एक बेहतर विकल्प हो सकता है. जिससे आप अपनी मोटापा को बढ़ा सकते हैं. यानी जिनका वजन कम है. वह भुट्टे खा कर अपना वजन बढ़ा सकते हैं. मकई में पाया जाने वाला मकई में मौजूद कैलोरी आपके आपके वजन को बढ़ाने में मददगार साबित होती है. इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
2. कैंसर के उपचार में
कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां किसी को भी डरा देती हैं. यदि आप कैंसर से होने वाले खतरे को रोकना चाहते हैं या कैंसर से बचना चाहते हैं. तो आपको मकई का नियमित सेवन करना चाहिए क्योंकि मकई में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करने का काम करते हैं. जिससे कैंसर पीड़ितों को काफी राहत मिलती है.
3. खून की कमी होने पर
खून की कमी होने की बीमारी को ही हम एनीमिया के नाम से जानते हैं. इस बीमारी को दूर करने में मकई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. यदि आप नियमित रूप से मकई का सेवन करें तो इस में पाया जाने वाला विटामिन बी और फोलिक एसिड हमें एनीमिया की बीमारी से बचाने का काम करता है.
4. गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस दौरान महिलाओं में कई तरह के खनिज पदार्थों और पोषक तत्वों की भी कमी होने लगती है. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान मकई का सेवन एक बेहतरीन खाद्य विकल्प हो सकता है. क्योंकि इसमें तमाम पोषक पदार्थों के साथ-साथ फोलिक एसिड भी पाया जाता है. ये होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर साबित होता है.
5. खराब कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में
हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रोल होते हैं. एक खराब कोलेस्ट्रोल और दूसरा अच्छा कोलेस्ट्रॉल. खराब कोलेस्ट्रोल के कारण हमारे दिल में कई तरह की परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं. उन्हें दूर करने के लिए मकई करना काफी उपयोगी होता है. क्योंकि मकई में विटामिन सी और कैरोटीन पाया जाता है. जो कि हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करके रक्त प्रवाह को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
मकई के नुकसान
- मकई की ज्यादा खुराक आपके पेट के लिए परेशानियां पैदा कर सकती हैं. इसलिए इसे उचित मात्रा में ही खाएं
- मकई ज्यादा मात्रा में खाना खा लेने से आपको विटामिन की कमी जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है.
- मकई को कच्चा खाने से दस्त और पेट से संबंधित कई अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
- मकई के सेवन से कई लोगों को एलर्जी और त्वचा पर चकत्ते या उल्टी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.