Cucumber Benefits and Side Effects in Hindi - खीरा के फायदे और नुकसान
यदि खीरा को सलाद की जान कहा जाए तो ये अतिश्योक्ति नहीं होगी. लेकिन ये सलाद का जायका बढाने की साथ ही आपकी सेहत को भी बनाता है. इसमें कम मात्रा में वसा और कैलोरीज़ होते हैं, उच्च मात्रा में पानी, विटामिन के, सी और बी एवं अच्छी मात्रा में सोडियम, तांबा, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, घुलनशील और अघुलनशील फाइबर, पोटेशियम, मैंगनीज, फैटी एसिड, फास्फोरस, मैग्नीशियम, बायोटिन और सिलिका जैसे खनिज पाए जाते हैं. इसके अलावा, खीरे में कई स्वास्थ्य संबंधी फायटो न्यूट्रिएंट्स भी उपस्थित हैं. खीरा के फायदे और नुकसान निम्लिखित हैं.
- हैंगओवर को दूर करने में: यदि आप भी हैंगओवर से परेशान हैं तो इससे निपटने के लिए सबसे सस्ता और अच्छा विकल्प खीरा है. इसमें उच्च मात्रा में विटामिन बी, शुगर, इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी पाए जाते हैं जो शराब पीने के दौरान पोषक तत्वों की भरपाई एवं शरीर को हाइड्रेट कर हैंगओवर्स की तीव्रता कम कर देते हैं.
- ब्लड प्रेशर के नियंत्रण में: इसमें मौजूद पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर रक्तचाप को विनियमित करने में मददगार है. यह कम और उच्च दोनों तरह के रक्तचाप के इलाज के लिए अच्छे माना जाता है. इसके अलावा, यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है जो शरीर को हाइड्रेट रखकर धमनियों में दबाव को कम करता है.
- कैंसर से लड़ने में: खीरे में कई ऐसे प्रदार्थ होते हैं जो शरीर में हो रही कैंसर गतिविधियों पर रोक लगाते हैं. यह पदार्थ प्रोस्टेट और स्तन कैंसर से लड़ने में बहुत सक्षम होते हैं. खीरे में क्यूकरबिटासिन्स नाम एक तत्व होता है जो इसमें कड़वाहट लाता है और एंटी-कैंसर उपयोगिताओं के लिए जाना जाता है. खीरा में विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर को कैंसर से होने वाली क्षति से बचाता है.
- शुगर का स्तर कम करने में: खीरा में अग्न्याशय को उतेज्जित करके इन्सुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देने और कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में परिवर्तित करने का गुण होता है. इसके अतिरिक्त, ग्लाइसेमिक सूचि में खीरे को 0 रेटिंग मिली है, अर्थात शुगर के रोगी बिना चिंता किये बिना इसका सेवन जी भरकर कर सकते हैं.
- निर्जलीकरण में: पानी से भरपूर खीरा में 95 प्रतिशत पानी होता है. यही पानी आपके शरीर को निर्जलीकरण से बचाता है. इससे शरीर के तापमान को सामान्य रखने में भी मदद करता है. इसके अलावा, खीरा विटामिन ए एवं सी, फोलिक एसिड और फाइबर का एक बहुत अच्छा स्रोत है मिलती है.
- पाचन क्रिया को सुधारने में: खीरे में पाचन तंत्र से हानिकारक विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने का गुण होता है. इसके साथ ही इसमें मौजूद एरैपसिन एंजाइम शरीर में प्रोटीन का पाचन एवं अवशोषण बेहतर करता है. अम्लता, कब्ज, सीने में जलन, गैस्ट्राइटिस और अल्सर आदि को भी दूर करने में सहायक है.
- आंखों के लिए: खीरे में उपस्थित एस्कॉर्बिक एसिड और कुछ एंजाइम आँखों में हो रही सूजन को कम करने में मदद करते हैं. खीरे के कुछ स्लाइस काट कर फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें. 10 मिनट के लिए एक-एक स्लाइस को अपनी दोनों आँखों पर रखें और फिर आँखों को गुनगुने पानी से धो लें.
- सांस को तरोताज़ा रखने में: खीरे का एक स्लाइस काटें और अपनी जीभ की मदद से कुछ सेकंड्स तक मुंह के ऊपर वाले तले से सटा कर रखें. खीरे में उपस्थित तत्व लार के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं और बदबू फैलाने वाले बैक्टीरिया का खत्म कर देते हैं.
- सेल्युलाईट को कम करने में: खीरा सेल्युलाईट को कम करने में भी सक्षम होता है. यह त्वचा के नीचे से अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकाल त्वचा में कसाव लाता है. इसके लिए आधे कप कॉफी में पर्याप्त खीरे का रस मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं. फिर इस पेस्ट में एक चम्मच कच्चा शहद मिलाकर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और एक मलमल के कपड़े से लपेट दें. 30 मिनट के बाद कपड़ा हटाएं और फिर धीरे से पेस्ट को रगड़कर निकालें. इस प्रक्रिया को हर हफ्ते दो बार दोहराएं.
- सन बर्न में: खीरा मैग्नीशियम, पोटेशियम और सिलिकॉन जैसे त्वचा के लिए आवश्यक खनिजों से भरपूर है जो ना केवल धूप की कालिमा को कम करता है अपितु त्वचा में एक नया निखार लाता है. खीरे को ब्लेंड कर प्रभावित त्वचा पर लगाकर सूखने दें और फिर ठंडे पानी से नहा लें. कुछ दिनों के लिए यह प्रक्रिया एक बार रोज़ दोहराएं.
खीरे के नुकसान:
* यदि आप साइनसाइटिस या पुरानी सांस की बिमारी से पीड़ित हैं, तो खीरा खाने से दूर रहने की सलाह दी जाती है.
* ज़रूरत से ज्यादा खीरे का सेवन आपको परेशान कर सकता है.
* खीरे की मूत्रवर्धक प्रकृति के कारण अक्सर पेशाब आता है जिससे आप चिड़चिड़ा और असुविधाजनक महसूस करते हैं.
* अनियंत्रित मात्रा में खीरा खाने से आप फूला हुआ महसूस करते हैं. आपको पेट में दर्द का अनुभव भी हो सकता है.