वायु प्रदूषण से बचाने वाले खानपान - Diet Tips For Air Pollution In Hindi!
हमारे जिन्दा रहने के लिए हवा का होना बेहद जरुरी है. लेकिन ये हवा साफ-सुथरी होनी चाहिए. यदि प्रदूषित हवा (जिसमें ओज़ोन, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, बारीक कण, डीज़ल से निकले कण आदि मिश्रित हों) लेंगे तो ये हमारे जिन्दगी को मुश्किलों से भर देगा. इसलिए जितना हो सके प्रदूषित हवा से बचें. कुछ प्राकृतिक एंटी-ऑक्सिडेंट्स हमारे शरीर को इस खतरनाक प्रदूषण से लड़ने में मदद करते हैं. यहाँ हम आप कुछ ऐसे पोषक तत्वों के बारे में बताएंगे जिससे आप कुछ हद तक वायु प्रदुषण से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं. को अपने रूटीन में शामिल करके स्वस्थ रह सकते हैं. दरअसल फेफड़े के परत पर उपस्थित बचाने वाले एंटी-ऑक्सिडेंट्स जब तक ज्यादा मात्रा में होते हैं तब तक इन सब से तब तक लड़ते हैं. लेकिन जैसे ही इनकी संख्या कम होती है प्रदूषित कण हमारे प्रतिरक्षातंत्र पर हमला कर देते हैं और शरीर को मुक्त कणों के माध्यम से प्रभावित करते हैं. इसलिए अआप्को वायु प्रदुषण से बचने के लिए इन पोषक तत्वों को अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए.
विटामिन सी
विटामिन सी को पानी में घुलनशील होने के कारण हमारे शरीर के लिए सबसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट माना जाता है. ये पानी के द्वारा पुरे शरीर में जाकर मुक्त कणों की सफाई करता है. चूँकि हमारी सांस फेफड़ों से होकर ही जाती है इसलिए विटामिन सी की यहाँ मौजूदगी के लिए इसके स्त्रोत आहारों को अपने दैनिक आहार में शामिल करें. विटामिन सी की भूमिका विटामिन ई के निर्माण में भी होती है.इसके लिए आपको सिट्रस फ्रूट्स, चौलाई, गोभी, शल्जम का साग, धनिया के पत्ते, आंवला, अमरूद, नींबू का रस आदि लेते रहना चाहिए.
विटामिन ई
वसा में घुलनशील विटामिन ई हमारे उतकों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है. इसका प्रमुख स्त्रोत खाना बनाने में उपयोग किए जाने वाले तेल जैसे कि सूरजमुखी, सैफ्फलाउर और राइस ब्रान तेल आदि हैं. इसके अलावा ये कनौला, पीनट और जैतून के तेल में भी मौजूद होता है. इसके लिए आप बादाम कुछ मछली के साथ मसाले और जड़ी बूटियां जैसे मिर्च पाउडर, पैप्रिका, लौंग, ओरिगौनो, बैज़ल और पार्सले आदि का सेवन कर सकते हैं.
बीटा कैरोटिन
बीटा कैरोटिन एक ऐसा एंटी-ऑक्सिडेंट है जो कि इंफ्लैमेशन को निंयत्रित रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसकी एक खासियत ये भी है कि ये हमारे शरीर के अन्दर विटामिन ए में बदल जाता है. इसके लिए आपको अपने दैनिक आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे चौलाई का साग, धनिया, मेथी, लेटस और पालक आदि का सेवन करना चाहिए. आप चाहें तो इसे पाने के लिए मूली के पत्ते और गाजर भी खा सकते हैं.
ओमेगा 3 फैट
वायु प्रदुषण हमारे शरीर में कई परेशानियाँ पैदा करता है. यह साँसों के रूप में ह्रदय में जाकर यह शरीर को वायु प्रदूषण से पहुंचने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में दिल के स्वस्थ बनाए रखने के लिए नट्स और बीज जैसे अखरोट, चिया के बीज, अलसी के बीज को दही में डालकर खाना ठीक रहता है. इसके अलावा मेथी के बीज, सरसों के बीज, हरे पत्तेदार सब्जियां, काले चने, राजमा और बाजरा आदि कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिसमें ओमेगा 3 की मौजूदगी होती है.
हल्दी
हल्दी के औषधीय गुण आपको वायु प्रदुषण से भी बचाने के काम आते हैं. जाहिर है ये एक लोकप्रिय एंटी-ऑक्सिडेंट है और प्रदूषण के जहरीले प्रभावों से फेफड़ों को बचाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है. यदि आप हल्दी को घी के साथ मिलाकर खाएं तो इससे खांसी और अस्थमा में आराम मिलता है. जब भी अस्थमा अटैक हो तो उस दौरान गुड़ के साथ हल्दी और मक्खन देने से राहत मिलती है.
हरीतकी
वायु प्रदुषण से बचाने में हरीतकी की भी भूमिका महत्वपूर्ण होती है. यदि आप हरीतकी को गुड़ के साथ मिश्रित करके सोने से पहले और सुबह में लें टी इससे कफ में आराम मिलता है. यही नहीं अस्थमा के दौरान भी आयुर्वेद कड़वी और कसैली फूड से भरपूर डाइट है, जो मीठे या नमकीन फूड के विपरीत होती है.