Dill (Sowa) Benefits and Side Effects in Hindi - सोआ के फायदे और नुकसान
सोआ जिसका वैज्ञानिक नाम एनाथुम ग्रोवोलेंस है, का उपयोग प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है. सोआ के विभिन्न रूपों (जैसे बीज, पत्तियां, जड़ें आदि) के फायदों का उपयोग मुख्य रूप से गठिया आदि बीमारियों में किया जाता है. सोआ के औषधीय फायदों के उपयोग का उल्लेख हमारे प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है. सोआ की सतह चिकनी होती है. इस पर पीले रंग के फुल और अंडाकार फल होता है. सोआ के पौधे एशिया अफ्रीका और अन्य उष्णकटिबंधीय देशों में उगाए जाते हैं. आइए अब सुबह के फायदे और नुकसान को विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं.
1. नींद में उपयोगी
कई लोगों को नींद ना आने की बीमारी होती है. इसमें भी सुबह काफी सहायक हो साबित होता है. एक कप पानी में दो चम्मच सुबह को डाल कर पानी को उबालने से बने काढ़े को छानकर रोजाना इसका इस्तेमाल करने से नींद न आने की समस्या दूर होती है.
2. गर्भवती महिलाओं के लिए
सोआ, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी कई तरीके से फायदेमंद साबित होता है. स्तनपान के दौरान यह दूध की मात्रा बढ़ाने के साथ साथ शुरुआती ओवयूलेशन को भी रोकने में सहायक होता है.
3. पाचन में मददगार
पाचन तंत्र के सुधार के लिए भी सोआ का उपयोग किया जाता है. पाचन तंत्र की खराबी की वजह से कब्ज आदि भी हो जाता है. इसके अलावा ये एसिडिटी, हिचकी, दस्त और कोलिक आदि में भी काफी राहत पहुंचाता है.
4. फोड़े फुंसी के उपचार में
छोटे-मोटे फोड़े फुंसी होना आम बात है. जब भी आपको फोड़ा फुंसी हो तो ताजी सोआ की पत्तियों से बना पेस्ट प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं. आप सुबह का उपयोग हल्दी पाउडर के साथ करेंगे तो इससे अल्सर में भी फायदा होता है. सुबह के बीज को तिल के साथ मिलाकर जोड़ों पर भी लगा सकते हैं.
5. हड्डियों के विकास में
हड्डियों में भी कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए सुबह का उपयोग किया जाता है. क्योंकि सोआ, कैल्शियम से भरपूर होता है. इसलिए सोआ ऑस्टियोपोरोसिस में आपकी मदद कर सकता है. घायल व्यक्ति भी अपनी हड्डियों पर सुबह के इस्तेमाल से लाभ प्राप्त कर सकता है.
6. उच्च रक्त चाप में
उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों को सोआ और मेथी के बीजों की एक समान मात्रा का मिश्रण बनाकर इसके पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए. सोआ और मेथी के बीजों से बने पाउडर को दिन में दो बार दो चम्मच एक गिलास पानी के साथ लेने से उच्च रक्तचाप में लाभ मिलता है.
7. कैंसर के उपचार में
सोआ में पाए जाने वाले तत्व फ्लेवोनॉयड और मोनोटेर्पेनेस, आपको कैंसर से लड़ने में भी आपकी मदद करते हैं. इसके अलावा सोआ में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो की फ्री रेडिकल्स से लड़ने का काम करते हैं. इस प्रकार सुबह में पाए जाने वाले पदार्थों में से कई कैसर रोधी भी होते हैं.
8. शुगर के उपचार में
शुगर के मरीजों के लिए भी सोआ के फायदे महत्वपूर्ण साबित होते हैं. क्योंकि सोआ में इंसुलिन के स्तर को प्रभावित करने की क्षमता होती है. कई शोधों में यह भी देखा गया है कि सोआ रक्त शर्करा के स्तर को भी घटाता है. विशेष रुप से टाइप वन वाले शुगर पीड़ित सुबह से काफी राहत पा सकते हैं.
9. पीरियड्स के दौरान
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सोआ की सहायता से पीरियड्स के दौरान शरीर में ऐंठन आदि समस्याओं को दूर करता है. इस दौरान ज्यादा रक्तस्त्राव होने पर भी ये सहायक होता है.
10. प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए
प्रतिरक्षा तंत्र से संबंधित कई तरह की समस्याओं से निपटने में भी सोआ की भूमिका देखि गई है. सोआ, अतिसंवेदनशीलता, सक्रियता, घबराहट आदि के उपचार में भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होता है. यह हिचकी को शांत करने और एलर्जी में भी इस्तेमाल किया जाता है.
सोआ के नुकसान
1. मात्रा में सुबह के सेवन से कितनी वृद्धि हो सकती है इसलिए इसे उचित मात्रा में इस्तेमाल करें.
2. तो आप इसे अन्य हल्के और पत्तेदार सब्जियों के साथ मिलाकर उपयोग में ला सकते हैं.