Eye Flu Treatment in hindi - आँखो के फ्लू का इलाज
हमारी की आँखे शरीर का सबसे अधिक आकर्षण वाला हिस्सा ही नही बल्कि सबसे खास अंग भी है। हमारे शरीर में इनका महत्व तभी तक है जब तक आपकी आँखों की दृष्टि सही सलामत है, दृष्टि एक ऐसा माध्यम है, जिसकी मदद से मनुष्य प्रकाश किरणों की संवेदना, चीजों का स्वरूप, दूरी, रंग आदि को महसूश करता है। आँखों का देखभाल करना उतना ही जरुरी है जितना की शरीर के अन्य भागो का, और अगर आप इनके साथ जरा सी भी लापरवाही बरतेंगे तो आपकी खूबसूरत आँखे खराब हो सकती हैं।
क्या है कंजंक्टिवाइटिस
कंजक्टिवाइटिस या ऑय फ्लू जिसे हम आँख आने के नाम से जानते है एक आम संक्रमण हैं जिसका सामना हम सभी ने कभी न कभी किया होगा। इस संक्रमण में आंखों में जलन होती है। मगर इस समस्या के होने पर क्या करना चाहिए तथा कैसे बचाव करना चाहिए ये कम ही लोग जानते और समझते हैं। आँखों के संक्रमण के कई कारण हो सकते हैं, पर इनके मुख्य कारण होते हैं छोटे जीवाणु और वायरस से हुआ संक्रमण। आमतौर पर यह एक एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होता है। लेकिन कई मामलों में बैक्टीरिया का संक्रमण भी इसके लिए जिम्मेदार होता है। कभी कभी ऐसे संक्रमण आँखों में कुछ चले जाने की वजह से होते हैं जैसे धुल या गन्दगी। जो लोग खराब लेंस पहनते हैं उनके भी इस संक्रमण के शिकार होने की संभावना काफी ज़्यादा रहती है। इस संक्रमण की शुरुआत एक आंख से ही होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी इसकी चपेट में आ जाती है।
आँखों का संक्रमण या ऑय फ्लू साधारणतः मौसम में परिवर्तन के साथ देखा जाता है। यह ठंड मौसम या बरसात के मौसम में ज्यादातर होता है | यह एक फैलने वाली बीमारी है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। एक बार यह किसी को हो जाता है, तो उसके आस पास रहने वाले लोगो में भी फैलने लगता है। आँखों में इन्फेक्शन होने पर आँख पहले गहरे पीले रंग के दीखते है फिर कुछ समय बाद आँखों का रंग बदल कर लाल हो जाता है।
कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण
- आँखे लाल होना
- आँखों में खुजली होना
- आँखों से धुधला दिखाई देना
- आँखों से पानी आना
- आँखों में दर्द होना
- शुरुआत में यह लक्षण एक आँख में नजर आते हैं और एहतियात या ईलाज न करने पर दुसरे आँख में भी फ़ैल सकता हैं। कंजंक्टिवाइटिस के गंभीर अवस्था में कुछ रोगियों के आँख से खून भी निकल सकता हैं।
- आँखों से हरा या सफ़ेद चिपचिपा द्रव निकलने से पलके चिपकना एक बड़ा लक्षण है कंजंक्टिवाइटिस होने का।
- धुप या तेज रोशनी के प्रति असंवेदनशीलता जिसे फोटोफोबिया भी कहा जाता हैं।
ध्यान दें
- यदि आपको कंजंक्टिवाइटिस हो गया है तो इसका घरेलू इलाज करने से पहले इन बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। ऑय फ्लू में सही इलाज तभी संभव है जब कुछ सावधानियां बरती जाए
- किसी व्यक्ति से हाथ नहीं मिलाना चाहिए।
- आंखों को हाथ से नहीं रगड़ना चाहिए।
- यदि बच्चों के आंख में हो गया हो, तो उसे स्कूल नहीं भेजना चाहिए।
- आंखों को तीन-चार बार गुनगुने पानी से धोना चाहिए।
- तीन-चार दिन रोगी को आराम करना चाहिए।
- किसी दूसरे को तौलिया, रुमाल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
कंजंक्टिवाइटिस का इलाज
1. गुलाब जल
गुलाब के जल से आँख को धोने से आँखों का इन्फेक्शन कम हो जाता है। गुलाब के जल की दो बूंद आँखों में लगाये और इसे रोजाना दिन में दो बार करने से कंजंक्टिवाइटिस की समस्या खत्म कर सकते है।
2. गर्म पानी
हलके गर्म पानी के इस्तेमाल से आँख को धोने से आँखों के ऊपर जमने वाले गंदगी हट जाती है। गर्म पानी को किसी बर्तन में निकाल कर हल्का ठंडा कर ले और उस हलके गर्म पानी से आप सीधे अपने आँखों को धो भी सकते है, जिससे आँख में जमी धुल गंदगी बाहर आ जाएगी।
3. आंवले का रस
3 से 4 आंवले के फल के गूददे को पिस कर उसका रस निकाल ले। एक ग्लास पानी में उस रस को मिला कर पिये। आंवले के रस को सुबह खाली पेट में और रात में सोने से पहले दिन में दो बार इस्तेमाल करे । आँखों में संक्रमण होने पर आंवले का रस पीने से भी लाभ मिलता है।
4. शहद और पानी का उपयोग
एक ग्लास पानी में 2 चम्मच शहद को मिला ले। फिर उस जल को अपने हांथो से तेज झटके के साथ खुली आँखों में मारे। शहद से आँखों को धोने से आंखों का संक्रमण दूर होता है।
5. पालक और गाजर का रस
पालक के 4 या 5 पत्तो को पिस ले और उसका रस निचोड़ ले। 2 गाजर को भी पिस कर रस निकाल ले। एक ग्लास में आधे कप पानी भर ले और उसमे गाजर और पालक के रस को मिला कर पीये। ऐसा रोजाना करने से आंख की संक्रमण कम होने लगता है। पालक और गाजर का रस आँखों के संक्रमण के लिए काफी लाभदायक होता है क्योकि इनमे पाए जाने वाले विटामिन आँखों के लिए काफी महत्वपूर्ण होते है।
6. हल्दी और गर्म पानी
2 चम्मच हल्दी के पाउडर को 2 से 3 मिनट तक गर्म करे। एक ग्लास गर्म पानी में उस हल्दी को मिला दे। रुई की मदद से आँखों को साफ़ करे। गर्म पानी में हल्दी को मिलाकर रुई से आँखों को पोछना चाहिए।
7. आलू
एक आलू को अच्छे से पतले–पतले टुकड़ों में काट ले। रात में सोने से पहले उस कटे हुए आलू को अपने आँखों के ऊपर 10 मिनट तक लगा कर रखे फिर उसे उतार दें। आलू में स्टार्च अधिक मात्रा में होता है जिसके इस्तेमाल से आँखों के संक्रमण को ठीक किया जा सकता है।